डाइट एवं ब्यूटी प्रोडक्ट्स से जुड़े व्यापारी चाइनीज सामान का बहिष्कार करें – रामनिवास गोयल

दीपक कुमार त्यागी 

  • व्यापारियों की फिटनेस एवं स्वास्थ्य के लिए सीटीआई की अनोखी पहल
  • सीटीआई ने लाॅन्च की डाइट न्यूट्रीशन एवं ब्यूटी प्रोडक्ट्स काउंसिल
  • बाजारों में सेमिनार आयोजित करके व्यापारियों को टिप्स देंगे एक्सपर्ट्स

व्यापारियों, दुकानदारों और फैक्ट्री मालिकों के बीच खान-पान की सही डाइट, फिटनेस के फायदे और सौंदर्यता के प्रति जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने दो महत्वपूर्ण काउंसिल लॉन्च की है,

सीटीआई चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया कि 28 जनवरी शनिवार को डाइट एंड न्यूट्रीशियन काउंसिल और ब्यूटी प्रोडक्ट्स काउंसिल का गठन किया गया , भागदौड़ भरी जिंदगी में व्यापारी समाज अपने स्वास्थ्य और खान-पान पर विशेष ध्यान नहीं दे पाते। इसकी वजह से बीमार पड़ जाते हैं। अब व्यापारियों को भी फिट रहने पर जोर देना होगा। कब क्या खाना है? किस आयु वर्ग के लिए कितना खाना है? कोई बीमारी है, तो क्या नहीं खाना है और क्या खाना है? मौसम के हिसाब से कौन से अनाज, फल और सब्जियां पौष्टिक होंगी। शरीर को मजबूत बनाएंगी। इन सबकी जानकारी डाइट एंड न्यूट्रीशियन काउंसिल के पदाधिकारी देंगे। इसमें दिल्ली के जाने-माने डाइटिशिय़न को शामिल किया गया है।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पधारे दिल्ली विधानसभा स्पीकर रामनिवास गोयल ने कहा कि डाइट न्यूट्रीशन एवं ब्यूटी प्रोडक्ट्स से जुड़े कारोबारियों को चीनी उत्पादों का बहिष्कार करना चाहिए और घरेलू सामानों का ही उपयोग करना चाहिए ,

सीटीआई महिला काउंसिल अध्यक्ष मालविका साहनी ने बताया कि शिखा अग्रवाल शर्मा को डाइट न्यूट्रीशन काउंसिल अध्यक्ष बनाया गया है जबकि भारती तनेजा को ब्यूटी प्रोडक्ट्स काउंसिल का अध्यक्ष, सलोनी खुराना, गुंजन तनेजा एवं अंजलि चावला को उपाध्यक्ष बनाया गया है ।

बृजेश गोयल ने बताया कि काफी व्यापारी समय की कमी के चलते जिम नहीं जा पाते। सुबह की सैर करने का वक्त नहीं मिलता। चाहकर भी वर्कआउट नहीं कर पाते। ऐसे में यदि खान-पान सही होगा, तो काफी बीमारियों से बच सकते हैं। सीटीआई की ब्यूटी प्रोडक्ट्स काउंसिल में सौंदर्य और त्वचा से जुड़ी बड़ी कंपनियों के मालिकों को जोड़ा गया है। सभी सदस्यों को सीटीआई की ओर से ट्रॉफी और सर्टिफिकेट्स जारी किये गये, ये काउंसिल समय-समय पर व्यापारियों के बीच जाकर सेमिनार आयोजित करेंगी। वर्कशॉप करेंगी। मार्केट्स में जाकर दुकानदारों और कारोबारियों को जागरूक करेंगी।