- अमेरिका के खिलाफ पहला मैच खासा रोचक रहने की उम्मीद
- चीफ कोच शॉपमैन बोली, चोट के बाहर अनुभवी वंदना की कमी अखरेगी
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : किले की मजबूत ‘दीवार’ गोलरक्षक सविता की अगुआई में भारतीय महिला हॉकी टीम रांची में 13 से 19 जनवरी तक रांची में होने वाले एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वॉलिफायर्स रांची, 2024 मेंं शीर्ष तीन में रहकर लगातार तीसरी बार ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई करने का मकसद लिए रांची पहुंच चुकी है। अनुभवी स्ट्राइकर उपकप्तान वंदना कटारिया का गाल की हड्डïी में अभ्यास के दौरान फ्रैक्चर के चलते बाहर ओलंपिक क्वॉलिफायर्स से बाहर होना भारत को जरूर अखरेगा और उनकी जगह भारत ने बलजीत कौर को टीम में शामिल किया है। रांची मेंं होने वाले ओलंपिक क्वॉलिफायर्स में आठ टीमें शिकरत करेंगी और इनमें से तीन शीर्ष टीमें 2024 में पेरिस ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई करेंगी। अभी ओलंपिक क्वॉलिफायर्स के शुरू होने में एक हफ्ता बाकी है और इसमें शिरकत करने के लिए मेजबान भारत, अमेरिका और इटली की महिला हॉकी टीमें रांची के मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम के एस्ट्रो टर्फ खेलने के लिए पहुंच चुकी हैं।
भारत की महिला टीम पूल बी में , अमेरिका न्यूजीलैंड व इटली के साथ है। वहीं ओलंपिक रजत पदक विजेता जर्मनी, पूर्व एशियन गेम्स चैंपियन जापान, चिली और चेक रिपब्लिक की टीमें हैं। भारत की महिला टीम अपने अभियान का आगाज 13 जनवरी को अमेरिका के खिलाफ करने के बाद 14 जनवरी को न्यूजीलैंड और 16 जनवरी को इटली से भिड़ेगी। भारत का पहला मकसद अपने पूल बी में शीर्ष दो में स्थान बनाकर सेमीफाइनल में स्थान बनाना होगा।
भारतीय महिला हॉकी टीम ने सविता की अगुआई रांची में ही हाल ही में एशियन महिला हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी और इससे उसके हौसले बुलंद हैं। भारत की कप्तान सविता ने कहा, ‘हमारी टीम रांची में इसी स्टेडियम में महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी खिताब जीतने से बढिय़ा प्रदर्शन को बेताब हैं। ओलंपिक क्वॉलिफायर्स के लिए हमारी तैयारियां बढिय़ा रही हैं। हमारी टीम में पिछले ओलंपिक क्वॉलिफायर्स में शिरकत करने वाली कई खिलाड़ी शामिल हैं और वे जानती हैं कि इस स्तर के बड़े टूर्नामेंट से ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई करने के लिए कैसे प्रदर्शन की जरूरत होती है। हमारे लिए ओलंपिक क्वॉलिफायर्स करो व मरो का सा टूर्नामेंट है और हम इस चुनौती के लिए तैयार हैं। हमारा पहला मैच अमेरिका से है और हम उसके खिलाफ भुवनेश्वर में भी पिछले ओलंपिक क्वॉलिफायर्स में खेले थे और इस बार उसके खिलाफ मैच खासा रोचक रहने की उम्मीद है। हम अपने अभियान के बढिय़ा आगाज पर निगाहें लगाए हैं।’
भारत की चीफ कोच यांकी शॉपमैन ने कहा, ‘यह हमारी बदकिस्मती है कि अनुभवी स्ट्राइकर वंदना कटारिया चोट के लिए महिला ओलंपिक क्वॉलिफायर्स से बाहर हो गई। अभ्यास के दौरान वंदना के गाल की हड्डïी में फ्रेक्चर आ गया और उन्हें आराम की सलाह दी गई है और हमें बेशक उनके अनुभव की कमी अखरेगी। हमने वंदना की जगह बलजीत कौर को टीम में शामिल किया जो की टीम के लिए बढिय़ा प्रदर्शन कर रही है।’
भारत की उपकप्तान झारखंड की निकी प्रधान ने कहा, ‘हमारी टीम की हर खिलाड़ी 2024 के पेरिस ओलंपिक में शिरकत करना चाहती है और यही हम सभी का सपना है। इस हफ्ते के शुरू में रांची पहुंचने के बाद हमने इस मैदान पर कुछ अच्छे अभ्यास सत्र में शिरकत की। हमारी टीम की खिलाडिय़ों के झारखंड के हॉकी प्रेमी भी बहुत उत्साहित हैं।’
भारत को अपने पूल में अमेरिका से कड़ी टक्कर मिलेगी। भारत ने 2019 में अमेरिका को ओलंपिक हॉकी क्वॉलिफायर्स में पहले मैच में 5-1 से हराया के बाद उससे दूसरे में 1-4 से हारने के बाद कुल 6-5 के स्कोर से जीत के साथ 2020 के टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई किया था। अमेरिका का पिछली बार ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई करने का सपना भारतीय महिला हॉकी टीम ने तोड़ा। एफआई रैंकिंग में दुनिया की 15 वें की टीम अमेरिका की मौजूदा टीम में 2019 में टीम में शिरकत करने वाली सह कप्तान अमांडा गोलिनी और एशले हॉफमैन शामिल हैं।
अमेरिका की सह कप्तान गोलिनी ने कहा, ‘हमारा जल्दी रांची पहुंचना हमारी ओलंपिक क्वॉलिफायर्स की रणनीति का हिस्सा है। हमारी टीम की खिलाड़ी खुद को जल्द से जल्द रांची के मौसम के मुताबिक ढालना चाहती है।’
वहीं एशले हॉफमैन ने कहा, ‘हम भारत में खेलने के पिछले अनुभव से सबक लेकर रांची में ओलंपिक क्वॉलिफायर्स में हिस्सा लेने उतरेंगे। हमें पूरा विश्वास है कि हमारा दर्शकों से खचाखच भरे स्टेडियम में मेजबान भारतीय टीम के खिलाफ खेलने का पिछला अनुभव हमारा इस बार मार्गदर्शन करेगा।’