अगले मैच से पहले हमें अपनी गेंदबाजी की बाबत सोचना होगा
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : कप्तान रोहित शर्मा और चीफ कोच राहुल जोड़ी के मार्गदर्शन में बल्लेबाजी में दनादन क्रिकेट के मिजाज के मुताबिक शुरू से दे दनादन की भारत की रणनीति मंगलवार रात कारगर रही और उसने मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी-20 क्रिकेट मैच में छह विकेट पर 208 रन का सबसे बड़ा स्कोर बनाया। भारत के लिए हार्दिक पांडया ने 71* रन का सर्वोच्च स्कोर बनाया। भारतीय बल्लेबाजों की इस मेहनत पर उसके गेंदबाजों द्वारा आखिर के मारधाड़ वाले ओवरों में लुटाए रनों से पानी फिर गया। भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों पहले टी-20 में चार गेंदों के बाकी रहते चार विकेट से हार झेलनी पड़ी। ऑस्ट्रेलिया ने इस जीत से तीन टी-20 मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले अगले महीने ऑस्ट्रेलिया में शुरू होने वाले टी-20 विश्व कप से पहले भारत के कप्तान रोहित और चीफ कोच द्रविड़ की चिंता बढ़ा दी है। भारत के क्षेत्ररक्षकों द्वारा टपकाए तीन कैचों से बड़े स्कोर वाले मैच में जीत उसके हाथ से फिसली।
भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने मैच के बाद कहा, ‘ हमने अच्छी गेंदबाजी नहीं की। पहले बल्लेबाजी करते हुए हमारा 200 रन से ज्यादा का स्कोर बढिय़ा स्कोर था। हमें इस अपने इस बड़े स्कोर का बचाव करना चाहिए था। हम मैदान पर मिले मौके को नहीं भुना पाए। मौकों को भुनाना ही अहम था। हमारे बल्लेबाजों ने बेहतरीन बल्लेबाजी की। आप हर रोज 200 रन नहीं बना सकते। आपको इतने बड़े स्कोर तक पहुंचने के लिए वाकई बढिय़ा बल्लेबाजी करनी होती है। इस मैच से हमें यह समझने को मिला कि हमने कहां गलती की और अगले मैच में हम कहां क्या बेहतर कर सकते हैं। हार्दिक ने बेहतरीन बल्लेबाजी कर हमें 200 रन के पार पहुंचाया। अगले मैच से पहले हमें अपनी गेंदबाजी की बाबत सोचना होगा। जहां तक चोट के बाद अब फिट जसप्रीत बुमराह की बात है तो वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस टी-20 के दूसरे या फिर तीसरे मैच से भारतीय टीम में वापसी कर सकते हैं। हमें टिम डेविड और मैथ्यू वेड ने छठे विकेट के लिए 32 गेंदों में 60 रन से ज्यादा की भागीदारी। मंगलवार को हम इन दोनों में से किसी भी एक के विकेट की दरकार थी। डेविड के आखिरी ओवर में यह भागीदारी टूटी। इन दोनों की यह भागीदारी ही हमारे लिहाज से मैच का निर्णायक मोड़ रहा।’
मैन ऑफ द मैच ऑस्ट्रेलिया के कैमरून ग्रीन ने कहा, ‘मेरे लिए पहली बार पारी का आगाज करना बड़ी चुनौती। फिंच के साथ बल्लेबाजी करना वाकई बढिय़ा रहा। फिंच खासे अनुभवी क्रिकेटर हैं और आपको बीच मैदान में शांत बनाए रखते हैं। हम खुशकिस्मत थे कि हमें भारतीयों को बल्लेबाजी करते देखने का मौका मिला। भारत के लिए हार्दिक ने शानदार बल्लेबाजी की। हार्दिक की पारी ने सही मायनों में मुझे लक्ष्य का पीछा करने की राह दिखा दी।’
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान एरोन फिंच ने कहा, ‘यह बढिय़ा मैच रहा। बेशक बाद में हमें ओस से मदद मिली। हमारी ओर से कुछ अच्छी भागीदारियां हुई। हमारे खिलाडिय़ों की शुरू से हमलावर तेवर दिखा कर मैच का रुख पलटने की कोशिश वाकई बढिय़ा थी।Ó
टी-20 विश्व कप से पहलेे भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण को लेकर सवाल
दरअसल यूएई में श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ सुपर 4 मैचों के बाद मंगलवार को भी खासतौर पर स्विंग के उस्ताद भुवनेश्वर कुमार और अपनी विविधता के कारण खासे अहम बताए जा रहे चोट के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी-20 से टीम इंडिया में वापस करने वाले तेज हर्षल पटेल, छठे गेंदबाज के रूप में हार्दिक पांडया के भी महंगे साबित होने से उसके खासतौर पर तेज गेंदबाजी आक्रमण को लेकर सवाल खड़ा हो गया। भारत का पहले बल्लेबाजी करते हुए पिछले लगातार तीन टी-20 मैचों आखिर के चार ओवर में 40- 50 रन देकर मैच गंवाना बड़ी चिंता का सबब है। दरअसल भुवनेश्वर इन पिछले तीनों ही मैचों में मैच के अंतिम पूर्व यानी 19 वें ओवरों में बेहद महंगे साबित हुए हैं। साथ ही पहले टी-20 में जसप्रीत बुमराह के नहीं खेलने से बड़ा सवाल यह है कि क्या बुमराह और हर्षल पूरी तरह फिट हैं। बड़ा सवाल यह है कि हर्षल, भुवनेश्वर, हार्दिक , अर्शदीप सिंह(फिलहाल ऑस्ट्रेलिया सीरीज से बाहर) जैसे तेज गेंदबाजों के भरोसे क्या टी-20 विश्व कप में जीतने की सपना संजोए है। ऐसे में मैच में किसी भी समय विकेट चटकाने का दम रखने वाले और फिलहाल स्टैंडबाय में शामिल गेंदबाज मोहम्मद शमी(कोरोना से उबर रहे ) को टी-20 विश्व कप के लिए 15 खिलाडिय़ों में शामिल न करना चयन समिति और टीम इंडिया के प्रबंधन को सवालों के घेरे में खड़ा है। बेशक कप्तान रोहित कहें कि जसप्रीत बुमराह मौजूदा सीरीज के दूसरे तीसरे मैच से टीम इंडिया में वापसी कर सकते हैं लेकिन यह देखना होगा कि क्या टी-20 विश्व कप के लिए शारीरिक रूप से कितने फिट है।