- भारत का पांच में एक भी पेनल्टी कॉर्नर को गोल में न बदलना चिंता का सबब
- चीन ने भी जु़झारू मलयेशिया को हरा दूसरी जीत दर्ज की
- थाईलैंड ने जापान को एक एक की बराबर पर रोक चौंकाया
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : दीपिका के एक मैदानी और पेनल्टी स्ट्रोक पर दागे एक गोल सहित दो और संगीता कुमारी के एक मैदानी गोल की बदौलत भारत ने 2-0 की बढ़त गंवाने आखिर तक जूझने का जज्बा दिखा कर दक्षिण कोरिया को 3 -2 से हरा कर राजगीर(बिहार) में बिहार महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी,राजगीर 2024 में लगातार दूसरी जीत दर्ज की। दक्षिण कोरिया ने तीसरे क्वॉर्टर के शुरू में यूरी ली और पांच बाद कप्तान इयोनबी चियोन पेनल्टी स्ट्रोक पर दागे गोल से दो दो की बराबरी पा ली। भारत ने तीसरे क्वॉर्टर में लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर गंवाने के बाद आखिरी के क्वॉर्टर में भी दो पेनल्टी कॉर्नर गंवाए लेकिन मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी दीपिका ने खेल खत्म होने से चार मिनट पहले पेनल्टी मिले स्ट्रोक को गोल में बदल अपना मैच का दूसरा गोल कर भारत को लगातार दूसरी जीत दिला दी। भारत के लिए मैच में मिले पांच पेनल्टी कॉर्नर गंवाना और मंगलवार को खासतौर पर दो गोल की बढ़त लेने के बाद उसकी साथी स्ट्राइकरों नवनीत और प्रीति दुबे ने गेंद गंवाई वह जरूर चिंता का विषय है। खेल खत्म होने से पांच मिनट चोट खा लंगड़ा कर मैदान से बाहर जाने वाली लिंकवूमैन ललरेमिसयामी की तारीफ करनी होगी कि उन्होंने आगे साथी स्ट्राइकरों के साथ गेंद बढ़ाने के साथ बराबर पीछे आकर साथी फु़लबैक सुशीला चानू और उदिता दुहान की बहुत मदद की।
मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित की गई भारत की स्ट्राइकर दीपिका ने अपनी टीम की जीत के बाद कहा, ‘ हमने बढ़िया शुरुआती की । दक्षिण कोरिया ने कड़ी टक्कर दी अैर दो -दो की बराबरी की। हमने आखिर तक हार नहीं मानी और हम यह मैच जीतने मे कामयाब रहे। हमे पेनल्टी कॉर्नर का बेहतर ढंग से इस्तेमाल करने के लिए जरूर सोचना होगा और हम आगे इस बाबत जरूर रणनीति बनाएंगे
भारत ने संगीता कुमारी और दीपिका के शुरू के दो क्वॉर्टर में दागे एक एक मैदानी गोल की बदौलत हाफ टाइम तक 2-0 की बढ़त ले ली थी। नेहा बाएं से गेंद को लेकर बढ़ी और डी के बाहर से तेज शॉट से गेंद नवनीत कौर के लिए डी में बढ़ाया और वहां संगीता कुमारी ने उनसे मिली गेंद पर दो दक्षिण कोरियाई खिलाड़ियों को छका गोल कर भारत को तीसरे ही मिनट में 1-0 से आगे कर दिया। भारत की लड़कियों ने एक गोल की बढ़त लेने के बाद अपनी बढ़त को बढ़ाने की हड़बड़ी में कई गलत पास देकर गेंद पर कब्जा गंवाया। वहीं दक्षिण कोरियाई ने लड़कियों ने बराबरी पाने की कोशिश में भारत की डी में घुसने की कोशिश की लेकिन मंगलवार को कप्तानी की जिम्मेदारी संभालने वाली सुशीला चानू और उदिता दुहान ने मुस्तैदी से उनसे गेंद को छीन अपने गोल पर बना दबाव हटाया। संगीता कुमारी, नवनीत कौर और प्रीति दुबे सहित भारत की स्ट्राइकर चार बार गेंद को लेकर डी में पहुंची। वहीं दक्षिण कोरियाई एक बार भी भारत की डी में नहीं घुस पाई। दीपिका ने दाएं से साथी स्ट्राइकर सुनीलिता टोपो द्वारा बढ़ाई गेंद को बाएं डी में पहुंच कर संभाला आगे बढ़ आई दक्षिण कोरियाई गोलरक्षक ईयुनजी किम को छका दूसरे क्वॉर्टर के पांचवें मिनट में गोल कर भारत की बढ़त 2-0 कर दी। लिंकवुमैन के रूप में ललरेमसियामी ने जिस आगे नवनीत, दीपिका और संगीता के लिए गोल के हमले बनाने के लिए गेंद बढ़ाई उसी फुर्ती से पीछे आकर बराबर उदिता दुहान, सुशीला चानू और वैष्णवी विट्ठल फाल्के को दक्षिण कोरियाई हमले नाकाम करने में भी मदद की।
दक्षिण कोरिया की सियोना किम ने तीसरे क्वॉर्टर के दूसरे मिनट में बाएं से डी के बाहर से तेज शॉट भारत के गोल की ओर जमाया लेकिन गेंद करीब से बाहर निकल गई। दक्षिण कोरिया ने बना दो मिनट बाद मैच का पहला पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया और इस पर सियोना किम के शॉट को गोलरक्षक सविता ने रोका लेकिन दूसरे प्रयास में यूरी ली ने लपक कर गोल में डाल कर स्कोर 1-2 कर दिया। भारत की स्ट्राइकर प्रीति दुबे जवाबी हमले पर गेंद को ले डी में पहुंच तेज शॉट जमाया लेकिन गोल कर स्कोर 1-2 कर दिया। जियोंगहीन जिम की डी के भीतर हॉकी खींचने पर दक्षिण कोरिया को 37 वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक मिला और कप्तान इयोनबी चियोन ने इसे गोल में बदल कर अपनी अपनी टीम को दो दो गोल की बराबरी दिला दी। भारत ने अगले दो मिनट के भीतर लगातार चार पेनल्टी कॉर्नर किए लेकिन पहले नवनीत और फिर सुनीलिता टोपो के रिबाउंड पर शॉटों को दक्षिण कोरिया की गोलरक्षक ने रोक कर बेकार कर दिया। भारत की सबसे कम उम्र की स्ट्राइकर सुनीलिता टोपो के दो खतरनाक शॉट तीसरा क्वॉर्टर खत्म होने से ठीक पहले गोल के बहुत करीब से बाहर निकल गए और रफ टैकल पर शर्मिला देवी को पीला कार्ड दिखा कर अंपायर ने पांच मिनट के लिए मैदान से बाहर भेज दिया।
मैच के 51 वें मिनट में सुनीलता टोपो के पास पर ब्यूटी डुंगडुंग के फ्लिक पर गेंद गोल से जरा बाहर निकल गई और भारत के हाथ आया बढ़त लेने का मौका फिर फिसल गया
संगीता कुमारी दो मिनट बाद दाएं से गेंद को लेकर फिर आगे डी में पहुंची लेकिन दक्षिण कोरिया की गोलरक्षक ने रोका। भारत को खेल खत्म होने से चार मिनट पहले मैच का पांचवां पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन इस पर दीपिका के फ्लिक को दक्षिण कोरिया की गोलरक्षक इयुनजी किम ने रोक कर बेकार कर दिया। भारत को खेल खत्म होने से चार मिनट पहले पेनल्टी स्ट्रोक मिला और दीपिका ने इसे गोल में बदल कर मैच का अपना दूसरा गोल भारत को 3-2 से आगे कर दिया। नवनीत कौर ने अगले मिनट डी में गोलरक्षक के ठीक समने शॉट लेकिन उन्होंने इसे रोक लिया।
चीन से अपना पहला मैच 0-15 से हारने वाली थाईलैंड ने दो बार चैंपियन रह चुकी जापान को एक एक की बराबरी पर रोक कर सभी का हैरान कर दिया। सभी कयासों को गलत साबित करते हुए किंजिरा इनपा ने बेहतरीन मैदानी गोल कर मैच के चौथे ही मिनट में थाईलैंड को 1-0 से आगे कर दिया। जापान को बराबरी पाने के लिए पसीना आ गया। मियू हासिगावा ने चौथे और आखिरी क्वॉर्टर के चौथे मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल कर जापान को एक एक गोल की बराबरी दी। जापान को सात पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन वह एक को ही गोल में बदल पाया।
जिंजहुआंग तान के पेनल्टी कॉर्नर पर दागे दो एक मैदानी गोल सहित दागे तीन गोल तथा अनहुई यू के मैदानी तथा लिहांग वांग के पेनल्टी कॉर्नर पर दागे एक गोल की बदौलत 2024 के ओलंपिक रजत पदक विजेता चीन ने खासे कड़े संघर्ष के बाद मलयेशिया को 5-0 से हरा लगातार दूसरी जीत दर्ज की। चीन को कुल नौ पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन वह तीन को ही गोल में बदल पाया जबकि मलयेशिया को तीसरे क्वॉर्टर में दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन सभी बेकार गए। मलयेशिया की महिला टीम की रक्षापंक्ति की तारीफ करनी होगी कि उसने चीन का हाफ टाइम तक केवल एक ही गोल करने दिया और उसने बाकी के चार गोल आखिरी दो क्वॉर्टर में खाए।