रंग में चल रहे रोहित व विराट के बूते भारत का मकसद न्यूजीलैंड को भी हरा हिसाब चुका शीर्ष पर पहुंचना

  • न्यूजीलैंड के स्पिनर सेंटनर व रफ्तार के सौदागरों से भारत को चौकस रहना होगा
  • सचिन के वन डे में दुनिया में सबसे ज्यादा 49 शतकों से विराट महज एक शतक दूर
  • बुमराह अपनी रफ्तार और विविधता से लेंगे न्यूजीलैंड के शीर्ष क्रम का इम्तिहान

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : रंग में चल रहे कप्तान रोहित शर्मा और चेज मास्टर विराट कोहली जैसे अब तक एक-एक शतक जडऩे वाले अपने धुरंधर बल्लेबाजों के बूते भारत का मकसद अब पिछली उपविजेता न्यूजीलैंड को धर्मशाला में रविवार को आईसीसी वन डे क्रिकेट विश्व कप 2023 के अहम लीग मैच में हरा उससे 2019 के संस्करण में बेहद करीबी सेमीफाइनल में मिली 18 रन की हार का हिसाब खुद शीर्ष पर पहुंचने का है। न्यूजीलैंड और भारत के शुरू के अपने अपने चारों मैच जीतने से समान रूप से आठ आठ अंक हैं। न्यूजीलैंड अपनी बेहतर नेट रन रेट के कारण फिलहाल शीर्ष पर है। एक दिलचस्प बात यह है कि भारत ने मौजूदा विश्व कप में चारों मैच लक्ष्य का पीछा करते हुए जीते हैं। भारत के लिए सबसे सुखद बात यह है कि रोहित, विराट और केएल राहुल के साथ उसके लिए इस साल के शुरू में न्यूजीलैंड के खिलाफ वन डे अंतर्राष्टï्रीय मैच में दोहरा शतक जड़ा उसे सीरीज 3-0 जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले शुभमन गिल डेंगू से उबर कर पूरे फिट होने के साथ बांग्लादेश के खिलाफ अद्र्धशतक जड़ अपनी रंगत पा चुके हैं। सदाबहार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह खुद अब तक सबसे ज्यादा दस विकेट चटकाने के साथ साथी गेंदबाजों का भी मार्गदर्शन कर रहे हैं। बुमराह अपनेरफ्तार और विविधता से रंग में चल रहे न्यूजीलैंड के शीर्ष का जरूर अच्छा इम्तिहान लेंगे। मुकाबला भारत की मजबूत बल्लेबाजी और न्यूजीलैंड के ऑलराउंडरों में है।

न्यूजीलैंड के बाएं हाथ के स्पिनर ऑलराउंडर-भारतीय मूल के रचिन रवींद्र ने पहले ही मैच में शतक उसे मौजूदा चैंपियन इंग्लैंड के खिलाफ आठ विकेट से और मिचेल सेंटनर ने खासतौर पर गेंद से अफगानिस्तान के खिलाफ कमाल कर पांच विकेट चटका यह दर्शाया है कि भारत उसे हल्के लेने की भूल कतई नहीं करेगा। धर्मशाला में नम मौसम मेंं गेंद के स्विंग होगी और ऐसे में भारत को धर्मशाला की तेज गेंदबाजों की माकूल समझी जाने वाली पिच पर न्यूजीलैंड के रफ्तार के सौदागरों मैट हेनरी, लॉकी फर्गुसन और ट्रेंट बोल्ट जैसे अब तक मौजूदा संस्करण में बीस विकेट आपस में बांटने वाली रफ्तार के सौदागर की त्रिमूर्ति और अपनी सधी लाइन गति परिवर्तन से सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले स्पिनर मिचेल सेंटनर (11 विकेट) से भारतीय बल्लेबाजों को जोश के साथ रविवार को होश दिखा चौकस रहना होगा।

वन डे क्रिकेट विश्व कप के इतिहास में दोनों टीमें अब तक नौ बार आमने सामने हुई हैं। न्यूजीलैंड ने 2019 के पिछले संस्करण सहित भारत को अब तक पांच बार शिकस्त दी है। मात्र तीन बार ही जीत भारत के हिस्से आई है। एक दिलचस्प बात यह है कि भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ कुल तीन में दो जीत 1987 में रिलायंस वन डे विश्व कप में अपने घर में खेले और इसके बाद मात्र एक बार 2003 में दक्षिण अफ्रीका में हुए संस्करण में हासिल की है। बेशक न्यूजीलैंड का पलड़ा वन डे विश्व कप में भारत के खिलाफ भारी रहा है। भारत इस साल के शुरू में न्यूजीलैंड से तीन वन डे मैचों सीरीज में 3-0 से सफाया कर जीती इसमें हैदराबाद में पहले मैच में शुभमन गिल ने दोहरा शतक जड़ा था जबकि तीसरे में उन्होंने कप्तान रोहित शर्मा ने शतक जड़े थे। कप्तान रोहित शर्मा (कुल 265 रन) अब तक मौजूदा विश्व कप में रोहित शर्मा एक शतक और एक अद्र्बशतक सहित भारत के लिए रन बनानें में सबसे आगे चल रहे हैं। एक शतक और दो अद्र्धशतक सहित विराट (259) अब कप्तान रोहित से फिलहाल चार मेचों के बाद मात्र छह रन पीछे है। विराट कोहली ने जिस जीवट और जज्बे के साथ लेग स्पिनर नसुम अहम की गेंद पर छक्का जड़ उससे वह देश में बतौर क्रिकेटर हर किसी के ‘प्रियÓ बन गए हैं। विराट कोहली बृहस्पतिवार को जिस तरह अंतर्राष्टï्रीय वन डे क्रिकेट में अपना 48 वां शतक पूरा किया। विराट अब दुनिया के सर्वकालीन महानतम बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर (कुल 49 शतक) से अंतराष्टï्रीय वन डे क्रिकेट में सबस ज्यादा शतक जडऩे के रिकॉर्ड से बस एक कदम के फासले पर हैं। भारतीय टीम हर कोई यही आस करेगा कि विराट धर्मशाला में न्यूजीलैंड के खिलाफ भी शतक जड़ महान सचिन तेंडुलकर की बराबरी कर ले। विराट आखिर तक हार न मानने के जज्बे के लिए ख्यात हैं। वहीं विराट का फोकस बस भारत को एक बार फिर बस जिताने पर रहेगा।

एक एक शतक जडऩे वाले सलामी बल्लेबाज डेवॉन कॉनवे (कुल 249 रन) और रचिन रवींद्र( कुल 215)न्यूजीलैंड के लिए रन बनाने में क्रमश: पहले और दूसरे स्थान पर चल रहे हैं। साथ ही सलामी बल्लेबाज विल यंग(124 रन) और कार्यवाहक कप्तान टॉम लैथम (121) दो-दो अद्र्धशतक जड़ के साथ निचले मध्यक्रम में ग्लेन फिलिप्स के साथ डैरल मिचेल जैसे ऑलराउंडर एक-एक अद्र्धशतक बना बताया कि वे किसी न्यूजीलैंड को किसी भी स्थिति से उबार सकते हैं ।वहीं भारत के नजरिए से सोने पर सुहागा यह है कि मौजूदा संस्करण में न्यूजीलैंड के बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर मिचेल सेंटनर (11 विकेट) के बाद विकेट चटकाने में दूसरे नंबर पर अनुभवी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह(दस विकेट)की अगुआई में भारत गेंदबाजी इकाई में धैर्य से शानदार प्रदर्शन कर रहा है। बुमराह खुद विकेट चटकाने अपने साथी भारतीय गेंदबाजों मोहम्मद सिराज(5 विकेट) का मार्गदर्शन कर उन्हें भी विकेट दिलाने में मदद कर ही रहे हैं बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा (छह विकेट) और बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव(पांच विकेट) की जुगल जोड़ी खासतौर पर पारी के बीच के ओवरों रनों पर लगाम लगाने के साथ विकेट चटका कर भारत की अब तक की चारों जीत में अहम निभाने में कामयाब रहे हैं।

भारत के सबसे बड़ा सवाल चोटिल हार्दिक की जगह कौन?
भारत को अब अपने इस संस्करण के पांचवें मैच के लिए टखने की चोट के कारण बाहर ऑलराउंडर हार्दिक पांडया की कमी जरूर धर्मशाला में खासतौर पर गेंदबाजी में अखरेगी। भारत के सामने बड़ा सवाल यह रहेगा कि हार्दिक की जगह अब एकादश में कौन? वहीं न्यूजीलैंड के लिए अपने नियमित कप्तान केन विलियमसन का फिर चोट के उभरने के कारण बाहर होना जरूर परेशान करने वाला है। हार्दिक इस मैच के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ उपलब्ध न होने पर सीधे ही अब इंग्लैंड के खिलाफ मैच के लिए लखनउ पहुंचेंगे। हार्दिक और रवींद्र जडेजा बतौर ऑलराउंडर टीम इंडिया की मौजूदा विश्व कप की धुरी तो हैं ही एकादश के संतुलन के लिहाज से दोनों बेहद अहम हैं। हार्दिक व जडेजा गेंद, बल्ले और चीते की फुर्ती से की गई फील्डिंग के लिए एक ‘कंपलीट पैकेज हैं। भारतीय क्रिकेट कट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की मेडिकल टीम हार्दिक पााडया की फिटनेस पर करीबी निगाह रखेगी। भारत के सामने चोट के कारण बाहर हार्दिक की जगह ऑफ स्पिन ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन, तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी अथवा सूर्य कुमार यादव में से किसी एक चुनने के लिए खासी मशक्कत करनी होगी। भारत यदि हार्दिक की जगह अश्विन को एकादश में जगह देता है तो फिर उसका निचला मध्यक्रम कमजार पड़ जाए क्योंकि तब रवींद्र जडेजा और उनके बाद अश्विन और शार्दूल ठाकुर आएंगे। भारत के लिए बेहतर विकल्प यही होगा कि वह हार्दिक की जगह सूर्य कुमार यादव और बाएं हाथ के इशन किशन जैसे खालिस बल्लेबाज को उतारे और शार्दूल ठाकुर की जगह खालिस स्विंग-सीम गेंदबाज मोहम्मद शमी को उतारे। आठवें नंबर तक बल्लेबाजी का तर्क देकर शार्दूल ठाकुर को एकादश में शामिल करने में दरअसल शार्दूल ठाकुर से पूरे दस ओवर कराने का एक बड़ा जुआ होगा।