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आलेख
हिंदी-दिवस जनता कैसे मनाए?
डॉ वेदप्रताप वैदिक हर 14 सितंबर को भारत सरकार हिंदी दिवस मनाती है। नेता लोग हिंदी को लेकर अच्छे-खासे भाषण भी झाड़ देते हैं। लेकिन हिंदी का ढर्रा जहाँ था,…
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आलेख
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ब्रिटेन साम्राज्यवाद की प्रतीक
नीलम महाजन सिंह महारानी एलिज़ाबेथ – द्वितीय, की 96 वर्ष की आयु में, बालमोर, स्कॉटलैंड मे मृत्यु हो गई। इतिहासकार होने के नाते मैंने अनेक राज्यों की प्रतिक्रिया की ओर…
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आलेख
प्रेस पर बढ़ते हमले, भारत की वैश्विक छवि को खतरा
सरकार को आलोचना को सिरे से खारिज करने के बजाय सुनना चाहिए। लोकतांत्रिक मूल्यों को खत्म करने के सुझावों पर एक विचारशील और सम्मानजनक प्रतिक्रिया की आवश्यकता है। प्रेस और…
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आलेख
प्रधानमंत्री मोदी के घरेलू मैदान गुजरात में चुनाव
संदीप ठाकुर गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा की सीटें विगत 21 सालों में हर चुनाव में कम होती आईं हैं। 2002 में भाजपा काे 127 सीटें थीं जबकि…
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आलेख
लोकतंत्र के लिये खतरा है मुफ्तखोरी की राजनीति
ललित गर्ग गुजरात के दिसम्बर-2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव प्रचार में आम आदमी पार्टी ने ‘रेवड़ी कल्चर’ का सहारा लिया तो राजनीतिक हलकों में यह विषय एक बार फिर…
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अंतर्राष्ट्रीय
अमरीका की राजधानी वाशिंगटन डीसी के ऐतिहासिक कैपिटल हिल में
गोपेंद्र नाथ भट्ट नई दिल्ली : भारतीय-अमेरिकी संघ की 75 संस्थाएँ मिल कर बुधवार 14 सितम्बर को अमरीका की राजधानी वाशिंगटनडीसी के ऐतिहासिक कैपिटल हिल में भारतीय स्वतंत्रता की 75वीं…
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आलेख
भारतीय अस्मिता की पहचान है हिंदी
डॉ. अशोक कुमार भार्गव, आईएएस आज हिंदी दिवस है। हिंदी के प्रति अपनी निष्ठा, वचनबद्धता, ममत्व, लगाव और भावनात्मक जुड़ाव प्रकट करने का दिवस । हिंदी के प्रचार, प्रसार, विकास…
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आलेख
‘क्रांतिकारी साधु’ स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती
डॉ वेदप्रताप वैदिक स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के निधन पर सारे देश का ध्यान गया है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। इसके बावजूद कि स्वरुपानंदजी नरेंद्र…
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आलेख
हिंदी के मुकाबले अंग्रेजी बोलते समय इतनी पॉलिश क्यों दिखाई देती है?
भारत ने स्थानीय भाषाओं में निवेश नहीं किया है, चाहे वह उच्च गुणवत्ता वाली स्कूली शिक्षा हो या कला और साहित्य में निवेश हो। यदि हम आज यह निवेश करते…
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