जोधपुर-पाली राजमार्ग के मध्य राजस्थान का पहला मेगा टेक्सटाइल पार्क बनने की संभावना

गोपेंद्र नाथ भट्ट

नई दिल्ली।जोधपुर-पाली राजमार्ग के मध्य राजस्थान का पहला मेगा टेक्सटाइल पार्क बनने की संभावना शीघ्र ही मूर्त रुप ले सकती है।

केन्द्रीय वाणिज्य, उद्योग और कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने मारवाड़ के लोगों की इस बहुप्रतीक्षित मांग के जल्द पूरी होने के संकेत दिए है।

मोदी सरकार की पीएम-मित्रा स्कीम के तहत देश में सात मेगा पार्क बनाने की योजना है। इसके लिए केन्द्र सरकार ने बजट में करीब 4445 करोड़ रूपए का प्रावधान रखा है जिसके अंतर्गत एक मेगा पार्क के लिए सम्बन्धित राज्य को 1700 करोड़ की राशि उपलब्ध करवाई जाएगी।

भरोसेमन्द सूत्रों ने बताया है कि केन्द्रीय वस्त्र मंत्रालय की समिति ने भी राजस्थान सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर अपनी सकारात्मक रिपोर्ट दी है और उम्मीद है कि इस पर शीघ्र ही केन्द्रीय कैबिनेट की मुहर भी लग जाएगी।

सांसद पी पी चौधरी के प्रयास जारी

इधर पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री और पाली के सांसद पीपी चौधरी इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए लगातार प्रयासों से जुटे है।उन्होंने हाल ही केन्द्रीय वाणिज्य, उद्योग और कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल से नई दिल्ली में मुलाकात की है । इस दौरान सांसद चौधरी ने जब पुनः मेगा टेक्सटाईल पार्क का मुद्दा उठाया तो मंत्री गोयल ने सकारात्मक संकेत दिए है।

इस तरह लगता है कि जोधपुर-पाली राजमार्ग के बीच प्रदेश के पहले मेगा टेक्सटाइल पार्क बनने की राह अब आसान एवं पूर्ण होती नजर आ रही हैं।
यह न केवल कपड़ा नगरी पाली और जोधपुर के लिए वरन पश्चिमी राजस्थान के टेक्सटाइल क्षेत्र के लिए अच्छी खबर कही जा सकती है।

पश्चिमी राजस्थान की बदलेगी तस्वीर

केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात के बाद सांसद चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गोयल के प्रति आभार जताते हुए कहा कि राजस्थान के मारवाड़ में मेगा पार्क की स्थापना से ना केवल कपड़ा उद्योग को नया जीवन मिलेगा,बल्कि लाखों लोगों को रोजगार भी मिलेगा।

सांसद चौधरी ने बताया कि देश ही नहीं विदेशों में भी पाली, जोधपुर एवं बालोतरा के कपड़ों की धाक हैं। पाली को कपड़ा उद्योगों हब माना जाता है।इसीलिए इसे कपड़ा नगरी भी कहा जाता है। पश्चिमी राजस्थान में यह उद्योग बहुत पुराने समय से ही फल-फूल रहा है और इससे जुड़े लाखों लोगों को रोजगार मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि मेगा पार्क की स्थापना होने पर लोगों को बड़ी संख्या में और अधिक रोजगार के अवसर मिलेंगे। इसके साथ ही पर्यावरण एवं प्रदूषण से जुड़ी समस्याओं का भी समाधान हो जाएगा। पाली, जोधपुर एवं बालोतरा में कई जगह टेक्सटाइल का केमिकल युक्त पानी ट्रीटमेंट प्लांटों की क्षमता कम होने के कारण नदी-नालों में जाता है। इसके कारण भूजल एवं भूमि दोनों ही प्रदूषित हो रहे हैं। पार्क की स्थापना से प्रदूषित पानी की उच्च तकनीकी और बड़ी क्षमता के साथ ट्रीटमेंट की व्यवस्था होगी,फलस्वरूप पर्यावरण एवं प्रदूषण की बड़ी समस्या से निजात मिल सकेंगी।

उल्लेखनीय है कि मोदी सरकार के वर्ष 2021 के बजट में मेगा टेक्सटाइल पार्क की घोषणा होने के साथ ही सांसद चौधरी और अन्य जन नेताओं ने पाली एवं जोधपुर में इसकी स्थापना को लेकर प्रयास शुरू कर दिए गए थे। हाल ही में राज्य सरकार द्वारा जोधपुर-पाली राजमार्ग के मध्य स्थित कांकाणी में रीको को 1000 एकड़ जमीन का आवंटन करने के साथ ही राजस्थान में पहला मेगा टेक्सटाइल पार्क बनना अब चंद कदम दूर नजर आ रहा है।

केन्द्रीय वस्त्र मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार अभी देश में टेक्सटाईल का टर्नओवर 45 अरब डालर हैं जिसके 2025 तक 200 अरब डालर होने की उम्मीद है। मेगा पार्क बनने पर टेक्सटाईल इंडस्ट्रीज को सभी बुनियादी सुविधा मिल सकेंगीं। उत्पादन बढ़ने से मार्केट लिंकेज, रिसर्च डवलपमेंट लेब भी विकसित होंगी। धागा, कपड़ा और रेडिमेड गारमेंटस् निर्माण से प्रोसेस, पैकिंग एवं ट्रांसपोर्ट सुविधाएं और अधिक बेहतर होंगी। केन्द्र सरकार मेगा पार्क में उद्योग लगाने के लिए प्रोत्साहन राशि भी देगी जो कि 60 प्रतिशत कार्य पूरा होने के बाद दी जाएगी। मोदी सरकार का मूल उद्देश्य हर क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाते हुए अन्य देशों को भारतीय उत्पादों का निर्यात करना है।