
बैठक में कई प्रस्तावों पर लगायी बोर्ड ने अपनी मुहर
दीपक कुमार त्यागी
- गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वत्स आईएएस ने रखा गाजियाबाद के विकास का नया खाका
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा की गई समीक्षा बैठक में उठाये गये आम जनमानस को सामुदायिक सुविधाओं उपलब्ध कराने हेतु “उत्सव भवन” के निर्माण एवं संचालन का प्रस्ताव हुआ बोर्ड बैठक से स्वीकृत
- मोदीनगर में “औद्योगिक टाउनशिप-सह-लॉजिस्टिक पार्क” के निर्माण को मिली मंजूरी
- मधुबन-बापूधाम योजना का संशोधित तलपट मानचित्र पर लगी बोर्ड की मुहर, किसानों की समस्या का होगा निदान
- ‘हरनन्दीपुरम’ आवासीय योजना के लिए भूमि अधिग्रहित किये जाने के प्रस्ताव पर लगी बोर्ड की मुहर
मेरठ / गाजियाबाद : गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की 170वीं बोर्ड बैठक 02 सितंबर 2025 को डॉ० हृषिकेश भास्कर यशोद, मण्डल आयुक्त, मेरठ मण्डल, मेरठ / अध्यक्ष, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण, गाजियाबाद की अध्यक्षता में कार्यालय आयुक्त, मेरठ मण्डल, मेरठ स्थित सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में अतुल वत्स, उपाध्यक्ष, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण, जिलाधिकारी हापुड़ के प्रतिनिधि, ए०डी०एम० (एफ०आर०), जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर के प्रतिनिधि ए०डी०एम० (एल०ए०), नगर निगम गाजियाबाद के मुख्य अभियन्ता, उ०प्र० जल निगम के प्रबंध निदेशक, प्रतिनिधि मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजक उ०प्र० एवं चीफ कोआर्डीनेटर प्लानर, एन०सी०आर०सेल, गाजियाबाद, यू०पी०एस०आई०डी०ए० के प्रतिनिधि, आवास विकास परिषद के प्रतिनिधि, प्राधिकरण बोर्ड सदस्य, सचिव, वित्त नियंत्रक एवं प्रभारी सी०ए०टी०पी०/ टी०पी० गा०वि०प्रा० आदि मौजूद रहे। बैठक में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के कुल 16 प्रस्ताव प्राधिकरण बोर्ड के समक्ष रखे गये।
प्राधिकरण बोर्ड द्वारा मधुबन बापूधाम योजना के संशोधित तलपट मानचित्र स्वीकृत किया गया। मधुबन-बापूधाम योजना प्राधिकरण द्वारा वर्ष 2004 में लायी गयी थी परन्तु भूमि जुटाव में आ रही समस्याएं यथा किसानों का परस्पर विरोध, मा० न्यायालयों में भू-धारकों द्वारा दाखिल विभिन्न वादों आदि के कारण योजना का पूर्ण रूप से क्रियान्वयन नहीं किया जा सका। किसानों / भू-धारकों द्वारा प्राधिकरण में जनसुनवाई के दौरान अपना पक्ष प्रस्तुत किया जाता रहा है एवं शान्तिपूर्ण ज्ञापन सौंपना / प्रदर्शन समय-समय पर किया जाता है। इसके अतिरिक्त जनसुनवाई में ऐसे आवंटियों द्वारा, जिनके भूखण्ड शमशान की परिधि पर आवंटित हो गये हैं, अपने भूखण्डों को किसी अन्य स्थान पर परिवर्तित करने हेतु भी लगातार प्रार्थना पत्र दिये गये हैं।अतुल वत्स, उपाध्यक्ष, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा पूर्व से चली आ रही इस समस्या का समाधान किये जाने हेतु विभिन्न मुद्दों को प्राथमिकता में शामिल करते हुए समाधान करने हेतु अथक प्रयास किये गये। जिसका नतीजा यह रहा कि बैठक में मधुबन बापूधाम योजना का संशोधित तलपट मानचित्र माननीय प्राधिकरण बोर्ड द्वारा स्वीकृत किया गया।
बैठक में ग्राम सैदपुर हुसैनपुर डीलना, तहसील मोदीनगर, जिला गाजियाबाद की भूमि को “औद्योगिक टाउनशिप-सह-लॉजिस्टिक पार्क” के रूप में विकसित करने के प्रस्ताव पर लगी बोर्ड की मुहर लगी। जनपद गाज़ियाबाद, प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा औद्योगिक नगर है। यह सन् 1865 में रेल नेटवर्क से जुड़ा था तथा यहां आधुनिक उद्योग की स्थापना आजादी के तत्काल बाद प्रारम्भ हो गयी थी। वर्तमान में गाज़ियाबाद इंजीनियरिंग उत्पाद, ऑटोमोबाईल पार्ट्स, मशीनरी, स्टील ट्यूब, फार्मासूटिकल, होम फिनिशिंग, प्लास्टिक फर्नीचर आदि उद्योगों का केन्द्र बन गया है। “एक जनपद-एक उत्पाद” (One District One Product- ODOP) में भी “अभियांत्रिकी सामग्री” चिन्हित है। प्रभारी मंत्री की जनपद में की जाने वाली समीक्षा बैठकों व सांसद की अध्यक्षता में गठित DISHA बैठक में भी गाजियाबाद में औद्योगिक भूखण्ड उपलब्ध न होने का विषय प्रमुखता से उठाया जाता रहा है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा लगभग 16-17 वर्ष पूर्व “मधुबन बापूधाम” योजना के नाम से 559.00 हे0 (1384 एकड़) की एक आवासीय योजना लायी गयी थी। इसी योजना में लगभग 7.30 है० का नियोजन औद्योगिक पॉकेट (Industrial Pocket) के रूप में किया गया था। इस औद्योगिक पॉकेट में 82 भूखण्ड नियोजित किये गये थे तथा वर्तमान में समस्त भूखण्ड विक्रीत हो चुके हैं। इसलिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र ग्राम सैदपुर हुसैनपुर डीलना, तहसील मोदीनगर, जिला-गाजियाबाद की लगभग 251 हेक्टेयर भूमि पर औद्योगिकटाउनशिप-सह-लॉजिस्टिक पार्क (Industrial Township cum Logistic Park) की स्थापनातथा इस हेतु भूमि अधिग्रहण/जुटाव किये जाने का प्रस्ताव बोर्ड द्वारा स्वीकृत किया गया।
बैठक में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की नई आवासीय योजना ‘हरनन्दीपुरम’ के लिए भूमि अधिग्रहित किये जाने के प्रस्ताव पर लगी बोर्ड की मुहर लगी। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा लगभग 20 वर्ष पूर्व एक आवासीय योजना लाई गई थी। तब से लेकर प्राधिकरण द्वारा अन्य कोई नई योजना नहीं लाई गई। जबकि गत 20 वर्षों में शहर का तेजी से विकास हुआ है तथा इसी अनुपात में आवासीय व व्यवसायिक भूखण्डों की मांग में अप्रत्याशित वृद्धि हुई हैं। गाजियाबाद शहर की बढ़ती हुई जनसंख्या के अनुरूप आवासीय भूखण्डों व जनसुविधाओं के साथ-साथ सरकार की अपेक्षाओं के अनुसार सस्ती दरों पर आवास उपलब्ध कराने के दृष्टिगत नई आवासीय योजना विकसित किये जाने की आवश्यकता थी, जिसके अनुरूप अतुल वत्स उपाध्यक्ष, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा शहर की आवश्यकता व प्राधिकरण के दायित्वों को समझते हुए नई योजना ‘हरनन्दीपुरम’ का आह्वान किया गया। जनपद गाजियाबाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में स्थित होने के कारण जनमानस का आर्कषण गाजियाबाद की ओर अत्यधिक है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा प्रस्तावित नई योजना ‘हरनन्दीपुरम’ में सम्मिलित ग्राम मथुरापुर, नंगला फिरोज मोहनपुर, शमेशर, चम्पतनगर, भनेड़ा खुर्द, शाहपुर निज मोरटा, भोवापुर एवं मोरटा में आपसी सहमति से क्रय की जाने वाली भूमि में से जो भूमि “आपसी सहमति” से क्रय किये जाने से अवशेष है, उस भूमि को भूमि अर्जन, पुनर्वासन और पुनर्व्यवस्थापन में उचित प्रतिकर और पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम, 2013 के अन्तर्गत अधिग्रहण किये जाने का प्रस्ताव बोर्ड द्वारा स्वीकृत किया गया।
बैठक में जनसामान्य को सामुदायिक सुविधाओं उपलब्ध कराने हेतु “उत्सव भवन” का निर्माण एवं संचालन का प्रस्ताव हुआ स्वीकृत। प्राधिकारण द्वारा विकसित योजनाओं में जनसामान्य के सामाजिक एवं पारिवारिक कार्यक्रमों के आयोजन हेतु “सामुदायिक केन्द्र” का नियोजन, निर्माण एवं संचालन किया जाता है। इनका संचालन एवं अनुरक्षण प्राधिकरण द्वारा स्वयं अथवा निजी अनुबन्धकर्ताओं से अनुबंध के आधार पर कराया जाता है।
दिनांक 26 मई 2025 को योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश द्वारा जनपद गाजियाबाद के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण को जनसामान्य के सामाजिक एवं पारिवारिक, मांगलिक व अन्य कार्यक्रमों के उचित दर पर सुगम आयोजन हेतु आधुनिक सुविधाओं से युक्त सामुदायिक केन्द्र “उत्सव भवन” का निर्माण एवं संचालन कराये जाने के निर्देश दिये गये थे। जिस कड़ी में प्राधिकरण उपाध्यक्ष अतुल वत्स के प्रयासों से प्राधिकरण की योजनाओं में जनसामान्य हेतु “उत्सव भवन (Modern Convention Center)” का निर्माण एवं संचालन कराये जाने का प्रस्ताव बोर्ड द्वारा स्वीकृत किया गया।
बैठक में सुन्दरदीप एजुकेशनल सोसाइटी, ग्राम-डासना, तहसील व जनपद-गाजियाबाद के कुल क्षेत्रफल 8. 9313हे0 भूमि को ‘कृषि भू-उपयोग से ‘संस्थागत’ भू-उपयोग में परिवर्तन किये जाने का प्रस्ताव भी बोर्ड द्वारा स्वीकृत किया गया। बैठक में गाजियाबाद, लोनी एवं मोदीनगर महायोजना-2031 के विकास क्षेत्र के अन्तर्गत Urban Land use (कृषि भू-उपयोग को छोड़कर) का जोनल डेवलपमेंट प्लान व मोदीनगर क्लस्टर में शेष क्षेत्र (अर्थात् कृषि भू-उपयोग) का Road Circulation Plan तैयार किये जाने के कार्य हेतु पृथक-पृथक कंसलटेंट्स का चयन किये जाने का प्रस्ताव बोर्ड द्वारा स्वीकृत किया गया।