रविवार दिल्ली नेटवर्क
नई दिल्ली : आज कांग्रेस नेता पुर्व जिलाध्यक्ष हरी किशन जिंदल नें झारखंड राज्य के गिरिडीह जिले में छोटा नागपुर पठार पर स्थित श्री सम्मेदशिखरजी, जैन धर्म के सबसे बडे तीर्थ स्थल जो कि विश्व का सबसे महत्वपूर्ण जैन तीर्थ स्थल है, इसे पारसनाथ पर्वत के नाम से भी जाना जाता है, को सरकार से जैन धर्म का पवित्र तीर्थ घोषित करने की मांग की |
श्री जिंदल ने बताया कि श्री सम्मेद शिखरजी के रूप में चर्चित इस पुण्य क्षेत्र में जैन धर्म के 24 में से 20 तीर्थंकरों ने मोक्ष की प्राप्ति की। यहीं पर 23 वें तीर्थकर भगवान पार्श्वनाथ ने भी निर्वाण प्राप्त किया था, यहां हर साल लाखों जैन धर्मावलंबी आते है, जैन धर्म में इसे तीर्थराज अर्थात् तीर्थों का राजा कहा जाता है।
श्री जिंदल ने आगे कहा कि श्री सम्मेदशिखरजी को पर्यटक केन्द्र घोषित करने से तीर्थ स्थल की पवित्रता भंग होगी और उन्होने जैन समाज की भावनाओं का ध्यान करते हुए सरकार से मांग की है कि श्री सम्मेदशिखरजी को तुरंत प्रभाव से जैन धर्म का पवित्र तीर्थ स्थल घोषित करे |