इंद्र वशिष्ठ
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ( एनआईए) ने आतंकियों, बदमाशों और मादक पदार्थ तस्करों के गठजोड़ को खत्म करने के लिए बुधवार को एक बार फिर से छापेमारी का अभियान चलाया।
एनआईए की छापेमारी का मकसद कनाडाई आतंकवादी अर्श दीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला, बदमाश लारेंस बिश्नोई, सुक्खा दुनके
आदि के गिरोहों के गठजोड़ को खत्म करना है।
53 ठिकानों पर छापे-
एनआईए ने दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और चंडीगढ़ में कुल 53 स्थानों पर छापे मारे। पिस्तौलें और गोलियां आदि बरामद की गई। कई संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया है।
अर्श डल्ला, लॉरेंस बिश्नोई, सुक्खा दुनके, के अलावा, इन छापों में एनआईए की जांच के दायरे में गैंगस्टर हैरी मौर, नरेंद्र उर्फ लाली, काला जठेडी, दीपक टीनू आदि शामिल थे।
एनआईए ने आतंकियों, बदमाशों और तस्करों के गठजोड़ को हथियार सप्लाई करने वालों, धन मुहैया कराने वाले फायनान्सरो, हवाला कारोबारी और बुनियादी सुविधा, मदद उपलब्ध कराने वालों के यहां छापे मारे।
सातवां अभियान-
एनआईए द्वारा इस गठजोड़ को खत्म करने के लिए यह सातवां अभियान चलाया गया। पहले के 6 अभियानों में कुल 555 स्थानों पर छापे मारे गए थे। मई 2023 में छठे अभियान ‘आपरेशन ध्वस्त’ के दौरान एनआईए ने आठ राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों में 324 स्थानों पर छापे मारे थे।
माफिया नेटवर्क-
एनआईए ने अगस्त 2022 में तीन और जुलाई 2023 में दो मामले यूएपीए के तहत प्रमुख संगठित अपराध सिंडिकेट के खिलाफ दर्ज किए थे, जिन्होंने उत्तरी भारत के राज्यों में अपने माफिया शैली के नेटवर्क को फैलाया था। यह माफिया गायक सिद्धू मूसेवाला, महाराष्ट्र के बिल्डर संजय बियानी, खनन व्यवसायी मेहल सिंह और पंजाब में अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी संदीप नंगल अंबिया की हत्या और व्यापारियों से बड़े पैमाने पर जबरन वसूली जैसे सनसनीखेज अपराधों में शामिल है। इनमें से कई साजिशों के मास्टरमाइंड पाकिस्तान, पुर्तगाल और कनाडा सहित विदेशों में या भारत की जेलों में बंद कुख्यात बदमाश है.
जेल में गैंगवार-
कई जेलों के इस घातक गठजोड़ के लिए स्वर्ग बन जाने और गैंगवार के केंद्र बनने की खबरें आई। कुछ समय पहले ही में गोइंदवाल जेल और तिहाड़ जेल के अंदर गैंगवार के कारण हत्याएं हुई है।
विदेश से सक्रिय-
एनआईए को जांच में पता चला था कि कई अपराधी, जो भारत में गैंगस्टरों का नेतृत्व कर रहे थे, पाकिस्तान, कनाडा, फिलीपींस, मलेशिया, पुर्तगाल, यूएई और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भाग गए थे। भारत की विभिन्न राज्यों की जेलों में बंद अपराधियों के साथ मिलकर वहां से आतंकी गतिविधियों और अपराध की योजना बना रहे थे। ये जबरन वसूली और लक्षित हत्याएं (टार्गेट किलिंग) कर रहे थे। हवाला, ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के जरिए अपनी नापाक गतिविधियों के लिए धन जुटा रहे थे।
एनआईए का टारगेट-
एनआईए की जांच का उद्देश्य आतंकी ,अपराधी, तस्कर सिंडिकेट की मदद करने वाले बुनियादी ढांचे के महत्वपूर्ण तत्वों की पहचान करना और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करना है।
इस तरह के आतंकी नेटवर्क के साथ-साथ उनकी फंडिंग और मददगारों ( सपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर) को खत्म करने के लिए जांच जारी है।
संपत्ति कुर्क-
एनआईए द्वारा संगठित अपराध सिंडिकेट में शामिल अनेक अपराधियों के स्वामित्व वाली संपत्तियों को पहले कुर्क भी किया जा चुका है। कुर्क की गई संपत्तियां ‘अपराध/ आतंकवाद की आय’ पाई गईं, जिनका इस्तेमाल आतंकी साजिश रचने और अपराधों को अंजाम देने के लिए किया गया।
एनआईए द्वारा आतंकियों और माफिया के ऐसे नेटवर्क और उनके सहायक बुनियादी ढांचे को नष्ट करने और ‘आतंकवाद और अपराध की आय’ से बनाई गई उनकी संपत्तियों को कुर्क/ जब्त करने का अभियान तेज किया गया है।
हाल ही में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की संपत्ति जब्त की गई। अमेरिका, कनाडा, दुबई, पाकिस्तान सहित दूसरे देशों में बैठ कर भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले आतंकियों की भारत में मौजूद सभी संपत्तियों को अब जब्त किया जाएगा।
पंजाब के गैंगस्टर सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनके की हाल ही में कनाडा में हत्या कर दी गई। करीब दो माह पहले खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की भी कनाडा में गोलियां मार कर हत्या कर दी गई। निज्जर की हत्या लेकर ही कनाडा और भारत में तनातनी शुरू हुई।