दीपक कुमार त्यागी
- धर्म से जुड़े विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर विस्तार से चर्चा के साथ “विश्व धर्म संसद” के आयोजन के लिए प्रथम आधिकारिक बैठक गाज़ियाबाद में हुई सम्पन्न
- बैठक में “विश्व धर्म संसद” के सफल आयोजन के लिए दी गयी लोगों को अलग-अलग जिम्मेदारी। तुफैल चतुर्वेदी “विश्व धर्म संसद” के मुख्य समन्वयक, डॉक्टर उदिता त्यागी मुख्य संयोजक, अक्षय त्यागी आयोजन समिति के अध्यक्ष व शिवशक्ति धाम डासना के महंत उत्तराधिकारी राजेश यादव को भोजन व सुरक्षा व्यवस्था सम्हालने का मिला दायित्व।
- महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज के नेतृत्व में “यति नरसिंहानंद सरस्वती फाउंडेशन” शिवशक्ति धाम डासना में विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से दिसंबर 2024 में करेगा विशाल “विश्व धर्म संसद” का आयोजन
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा जगह-जगह इस्लामिक जिहाद के खतरे पर बात करना चिंतनीय – महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी
- जिहाद की विभीषिका को ना समझने के कारण सम्पूर्ण मानवता विनाश की ओर – तुफैल चतुर्वेदी
गाजियाबाद : देश व दुनिया के विभिन्न धार्मिक व मानवता की रक्षा के मुद्दों को लेकर के देश के प्रसिद्ध हिंदूवादी विचारक विनोद सर्वोदय की अध्यक्षता में गाजियाबाद के आरडीसी स्थित में एक होटल में विशाल “विश्व धर्म संसद” के आयोजन हेतु 8 मई 2024 को पहली आधिकारिक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में तय हुआ कि महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज के नेतृत्व में एक विशाल “विश्व धर्म संसद” का आयोजन 17, 18, 19, 20 और 21 दिसंबर 2024 को गाजियाबाद के ऐतिहासिक प्राचीन शिवशक्ति धाम डासना में “यति नरसिंहानंद सरस्वती फाउंडेशन” के द्वारा व अन्य सहयोगी संस्थाओं के सहयोग से किया जाएगा।
बैठक को सम्बोधित करते हुए शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने कहा कि आज जिस तरह से भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जगह जगह अपनी सभाओ में इस्लामिक जिहाद की चर्चा करनी पड़ रही है, यह एक बहुत ही चिंता की बात है और साथ ही यह दर्शाता है कि स्थिति अब कितनी खराब हो चुकी है। हालांकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी चुनावी सभाओं में वही सब कुछ कहा है, जो हम पिछले अनेक वर्षों से लगातार कहते आ रहे हैं। आज हम सभी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बात को गम्भीरता से लेकर के इस बेहद गंभीर हो चुकी समस्या का समाधान खोजने की जरूरत है। यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने कहा कि हमे यह भी समझना पड़ेगा कि इस्लामिक जिहाद किसी समुदाय विशेष, किसी क्षेत्र विशेष या देश विशेष की मात्र की समस्या नहीं है, बल्कि यह सम्पूर्ण विश्व के गैर मुस्लिमो व मानवता की रक्षा करने वाले जनमानस की बेहद ही ज्वलंत समस्या है और इस गंभीर समस्या के समाधान के लिये विश्व स्तर के प्रयास अति आवश्यक है। उसी कड़ी में “विश्व धर्म संसद” इस गंभीर समस्या का रास्ता खोजने का कार्य करेगी।
बैठक में यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने बताया कि “विश्व धर्म संसद” के लिए चारो पीठों के जगद्गुरु शंकराचार्य जी को मार्गदर्शन के लिये निवेदन किया जा चुका है। आने वाले समय में अब हम देश के सभी पंथों, सम्प्रदाय और धार्मिक समूहों के धर्मगुरुओ से “विश्व धर्म संसद” का सहयोगी बनने का निवेदन करेंगे।
इस बैठक को सम्बोधित करते हुए सुप्रसिद्ध सनातनी विचारक तुफैल चतुर्वेदी ने कहा कि जिहाद की विभीषिका को न समझने के कारण ही आज सम्पूर्ण मानवता विनाश की ओर तेजी से जा रही है, जो स्थिति बेहद ही चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि हम सनातन धर्म के मानने वाले इस्लामिक जिहाद के सबसे निरीह शिकार सदियों से रहे हैं। इतने अवर्णनीय अत्याचारों के बाद भी हम विश्व को अपनी दर्दनाक पीड़ा तक बता नहीं पाए, जिसके कारण ही सम्पूर्ण विश्व इस्लामिक ज़िहाद को समझने में असफल हो गया। लेकिन अब समय आ चुका है कि हम तत्काल अपनी गलतियों को सुधारते हुए सम्पूर्ण विश्व को अपने साथ हो रहे अन्याय और अत्याचारों की सच्चाई से अवगत कराए और सम्पूर्ण विश्व को वैचारिक रूप से संघर्ष के लिये तैयार करें। हम “विश्व धर्म संसद” के माध्यम से अपनी यह जिम्मेदारी बखूबी पूरी करने का कार्य करेंगे।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे प्रसिद्ध हिंदूवादी विचारक विनोद सर्वोदय ने कहा कि जो अमानवीयता गत वर्ष 7 अक्टूबर 2023 को हमास के जिहादियों ने निर्दोष इस्राएल के यहूदियों के साथ दिखाई, वह उन्होंने हजारो बार हमारे साथ कि है। लेकिन अब समय आ गया है कि हम हिन्दू दुनिया को दिखाए की हम अहिंसक हैं परंतु किसी भी हाल में हम लोग कायर या कमजोर नहीं हैं।
बैठक में अक्षय त्यागी ने कहा कि “विश्व धर्म संसद” का यह एक दैवीय आयोजन होगा। हम “विश्व धर्म संसद” सफल आयोजन करने में कोई भी कोर-कसर नही छोड़ेंगे और हमें पूरी उम्मीद है कि इस आयोजन के बाद सम्पूर्ण विश्व का इस्लामिक जिहाद के बारे दृष्टिकोण पूरी तरह से बदल जायेगा, दुनिया के सामने इसकी वास्तविक सच्चाई आयेगी।
इस महत्वपूर्ण बैठक में अनिल यादव, बृजमोहन सिंह, नीरज त्यागी, संजय त्यागी, नरेंद्र त्यागी, मोहित बजरंगी आदि गणमान्य लोग मुख्य रूप से उपस्थित रहे।