कर्मवीर नागर प्रमुख
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी मामले का लें संज्ञान
भले ही आज बसपा सुप्रीमो बहन कुमारी मायावती राजनीतिक तौर पर हासिये पर पहुंच गई हों लेकिन अगर निष्पक्ष और बगैर किसी राजनीतिक लाग लपेट के नजरिए से देखें तो इस बात से कतई इंकार नहीं किया जा सकता कि जितना सर्वांगीण विकास मायावती शासनकाल में हुआ, गौतम बुद्ध नगर का उतना विकास किसी भी शासन में नहीं हुआ। भले ही गौतम बुद्ध नगर के वह सभी नेता बहन जी का साथ छोड़ गए हों जिन्होंने बसपा की सत्ता और सरकार का भरपूर आनंद लिया था।
अगर ग्रेटर नोएडा से जीटी रोड और कल्दा मार्ग निर्माण की ही बात करें तो बसपा शासन काल में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के तत्कालीन अधिकारियों ने ही बहन कुमारी मायावती जी के निर्देशन में इस मार्ग को प्रस्तावित किया था। लेकिन बाद के शासनकाल में ना तो अधिकारियों ने इस तरफ ध्यान दिया और ना ही शायद यहां के जनप्रतिनिधियों का ज्ञान इस मार्ग के निर्माण की तरफ गया ।
मैं धन्यवाद करना चाहूंगा ओमवीर आर्य का जिन्होंने इस जनहित के मुद्दे को उठाकर बहुत अच्छा काम किया है मुझे पूरा विश्वास है कि इसकी पहल हुई है तो निश्चित तौर पर सफलता भी मिलेगी। मैं आश्वस्त करता हूं कि जनहित के इस मुद्दे में मेरी तरफ से योगदान में कोई कोर कसर नहीं रहेगी। विशेष तौर पर इस मुद्दे की लड़ाई लड़ने के लिए बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप पर रोजाना बुद्धिजीवी, राजनेता और संघर्ष शील सदस्यों का बढ़ता कारवां इस बार इस बात की तरफ साफ इशारा भी कर रहा है कि इस मार्ग के निर्माण के लिए सभी लोग किसी भी संघर्ष के लिए तैयार हैं। इसलिए प्राधिकरण के अधिकारियों को इस जनहित के मुद्दे का तत्काल संज्ञान लेना चाहिए क्योंकि इससे नया ग्रेटर नोएडा घोषित क्षेत्र के विकास को भी पंख लगेंगे जिसकी हाल ही में अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। अगर प्राधिकरण के अधिकारियों ने जल्दी ही इसका संज्ञान नहीं लिया तो इस मुद्दे को विधानसभा के आगामी सत्र में उठवाकर सरकार का दरवाजा खटखटाना का काम किया जाएगा।