प्रज्ञा मेल पत्रिका ग्रुप का पहला अर्जुन चंद्र बर्मन मेमोरियल अवार्ड

रविवार दिल्ली नेटवर्क

कोलकाता :  न्यू टाउन के रवीन्द्र तीर्थ थिएटर में अखिल भारतीय महाकाव्य काव्य सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में दिल्ली, असम, मेघालय, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, कोलकाता, तमिलनाडु, केरल के कवियों, लेखकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।

कार्यक्रम का आयोजन असम के अज़ीर कविता समूह, और दिल्ली स्थित हिंदी समाचार पत्र प्रज्ञा मेल द्वारा किया गया था।

कार्यक्रम में, प्रज्ञा मेल ने प्रख्यात परोपकारी और केंद्र सरकार के पूर्व अधिकारी अर्जुन चंद्र बर्मन की स्मृति में दिल्ली के प्रख्यात पत्रकार रत्नज्योति दत्ता को पहला स्मारक ‘स्पेशल इंटरनेशनल मीडिया पर्सनैलिटी’ पुरस्कार प्रदान किया।

पुरस्कार विजेता पत्रकार रत्नज्योति दत्ता दो दशकों से पत्रकारिता के पेशे में शामिल हैं। विश्व प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसियों – रॉयटर्स, डॉव जोन्स न्यूज़वायर्स – वॉल स्ट्रीट जर्नल और प्लैट्स में एक पेशेवर पत्रकार के रूप में ईमानदारी और समर्पण के साथ काम करने के लिए ख्याति अर्जित की।

प्रज्ञा मेल पत्रिका ग्रुप की ओर से दिल्ली के जाने माने पत्रकार मानस बनर्जी और कोलकाता न्यूज मेनिया न्यूज ग्रुप के वर्णाली बिस्वास को सम्मानित किया गया।

रवींद्र तीर्थ सुबह से ही खचाखच भरे हुए थे। सैकड़ों कवियों में से 60 प्रतिनिधि उत्तर पूर्वी राज्यों और दिल्ली से आए थे। बाकी कोलकाता, ओडिशा, तमिलनाडु, केरल और अंडमान से आए थे।

समारोह में बंगाली, असमिया, हिंदी, उड़िया और मलयालम भाषाओं की कविता की लगभग 60 पुस्तकों का उद्घाटन किया गया।कवियों में महिलाएं अधिक थीं। प्रत्येक कवि ने एक कविता सुनाई। कार्यक्रम की शुरुआत में असम के एक कलाकार समूह ने ओडिसी नृत्य प्रस्तुत किया, फिर रवींद्रनाथ टैगोर का एक नृत्य भी प्रस्तुत किया गया।

इस रंगारंग कार्यक्रम की विशेषता धर्म और भाषा के बंधनों को तोड़कर राष्ट्रीय एकता का स्वरूप तैयार करना था। कविता की पुस्तकों के लेखकों का भी स्मारक सम्मान के साथ स्वागत किया जाता है।

साथ ही प्रज्ञा मेल के प्रधान संपादक अरुण बर्मन, अजिर कविता के प्रधान संपादक विनय चालिहा, हिंदी पत्रकार आशीष सक्सेना को भी कार्यक्रम में सम्मानित किया गया । नृत्य गुरु तापस देबनाथ को भी सम्मानित किया गया।

विभिन्न राज्यों के कवि रवीन्द्र तीर्थ को देखकर प्रसन्न होते थे।