28 नाॅन कन्फर्मिंग इंडस्ट्रियल एरिया को अब अनप्लान्ड इंडस्ट्रियल एरिया कहा जाएगा

  • इंडस्ट्री मिनिस्टर सौरभ भारद्वाज ने मानी फैक्ट्री मालिकों की मांग
  • DSIIDC अधिकारियों को दिया निर्देश

रविवार दिल्ली नेटवर्क

अन प्लांड इंडस्ट्रियल एरिया के फैक्ट्री मालिकों ने चेंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) की अगुवाई में दिल्ली के उद्योग मंत्री सौरभ भारद्वाज से मुलाकात की।

CTI चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया कि दिल्ली में 28 अन प्लांड इंडस्ट्रियल एरिया हैं, जिसे सरकारी ऑर्डर में नॉन कन्फर्मिंग कहा जाता है।

यही वजह है कि इन जगहों को दिल्ली नगर निगम नॉन कन्फर्मिंग होने की वजह से रेजिडेंशियल मान लेती है।

यहां चल रही फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ एक्शन होता है, कुछ फैक्ट्रियां सील हो चुकी हैं।

इस समस्या के संदर्भ में सौरभ भारद्वाज के संग विस्तृत चर्चा हुई। मंत्री ने दिल्ली स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डिवलेपमेंट कॉरपोरेशन के अधिकारी भी बुला रखे थे।

बृजेश गोयल के मुताबिक, अन प्लांड इंडस्ट्रियल एरिया के नेता विजय विरमानी और जोगिंदर तलवार ने मंत्री से गुहार लगाई कि मास्टर प्लान में भी नॉन कन्फर्मिंग का जिक्र नहीं है। वहां भी अन प्लांड इंडस्ट्रियल एरिया संबोधित किया जाता है। ऐसे में किसी भी सरकारी कागज में नॉन कन्फर्मिंग एरिया नहीं लिखा जाए। सौरभ ने फैक्ट्री मालिकों की बात समझी और अधिकारियों को निर्देश दिया कि भविष्य में कभी भी ऑर्डर में नॉन कन्फर्मिंग नहीं लिखा जाए। इन्हें अन प्लांड इंडस्ट्रियल एरिया लिखा जाए। नगर निगम को भी सूचित करें कि वो भी अपने ऑर्डर में नॉन कन्फर्मिंग एरिया के बजाए अन प्लांड इंडस्ट्रियल एरिया लिखें। मंत्री के फैसले पर फैक्ट्री मालिकों ने खुशी जताई। इस अवसर पर CTI अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल, राजन गुप्ता, दिनेश सैनी, तेजेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।