रविवार दिल्ली नेटवर्क
चंडीगढ़/मोगा : पंजाब सरकार के राजस्व और पुनर्वास मंत्री श्री ब्रम शंकर जिम्पा ने गुरुवार को अचानक स्थानीय जि़ला प्रशासनिक कंपलैक्स में चल रहे सुविधा केंद्र की चैकिंग की। इस दौरान उन्होंने लोगों और पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत करते हुये कहा कि राज्य में चल रहे सुविधा केन्द्रों को दुविधा केंद्र नहीं बनने दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि उनके आज के इस अचानक दौरे का मकसद था कि ज़मीनी स्तर पर जाकर लोगों की समस्याओं को जाना जा सके। इसी कारण ही उन्होंने बीते दिनों साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर (मोहाली) और आज मोगा के सुविधा केंद्र की चैकिंग की है। उन्होंने कहा कि यहाँ आकर पता लगा है कि सुविधा केन्द्रों में लोगों को सेवाएं लेने के लिए लम्बा समय लगता है। इस संबंधी डिप्टी कमिशनर स. कुलवंत सिंह और अन्य आधिकारियों ने मौके पर बताया कि स्टाफ और कुछ अन्य कमियां होने के कारण कुछ सेवाओं में देरी हो जाती है। जिसको जल्द ही सुधार लिया जायेगा।
श्री जिम्पा ने सुविधा केंद्र के इंचार्ज को हिदायत की कि यहाँ लोगों को परेशान न होने दिया जाये। इस सभी काम की उच्च अधिकारी ख़ुद निगरानी करें। लोगों को तय समय सीमा में सेवाएं देने के लिए कांउटर बढ़ाए जाएँ। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार बिल्कुल भी सहन नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों और कर्मचारियों का आम लोगों के साथ बोल-चाल ठीक होना चाहिए। सेवाएं मिलने के समय सीमा संबंधी जगह-जगह पर बोर्ड लगाए जाएं। महिलाओं और बुज़ुर्गों के लिए अलग कतारें होनी चाहिएं। उन्होंने भरोसा दिया कि लोगों की सुविधा के लिए बंद पड़े सेवा केंद्र ज़रूरत के मुताबिक फिर खोले जाएंगे।
उन्होंने कहा कि डिप्टी कमिशनर को शहर मोगा में कथित तौर पर रजिस्टरियों में धाँधली मामले की जांच रिपोर्ट तारीख़ 21 अप्रैल तक भेजने संबंधी कहा गया है। इस रिपोर्ट के आधार पर ही इस मामले पर कोई फ़ैसला लिया जायेगा। इस मौके पर उनके साथ हलका मोगा की विधायका श्रीमती अमनदीप कौर अरोड़ा और अन्य भी उपस्थित थे।