टीएमयू में ऊर्जा संरक्षण की दिलाई शपथ

Oath of energy conservation administered in TMU

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ कंप्यूटिंग साइंसेज़ एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलॉजी-सीसीएसआईटी में फ़ैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग उद्यमिता विकास प्रकोष्ठ- एफओईईडीसी की ओर से राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस

रविवार दिल्ली नेटवर्क

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कॉलेज ऑफ कंप्यूटिंगसाइंसेज़ एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलॉजी-सीसीएसआईटी में यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूशन्स इंनोवेशन काउंसिल- आईआईसी और फ़ैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग उद्यमिता विकास प्रकोष्ठ- एफओईईडीसी के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस पर ऊर्जा संरक्षण के साथ-साथ प्रदूषण को कम करने और अपने दैनिक जीवन में सस्टेनेबल प्रैक्टिसेज़ को अपनाने की शपथ ली। इससे पूर्व फ़ैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के डीन प्रो. राकेश कुमार द्विवेदी ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित एवम् माल्यार्पण करके सीसीएसआईटी के सभागार में कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस दौरान सीसीएसआईटी की फ़ैकल्टी श्री प्रदीप कुमार गुप्ता का विशेष रूप से क्यूरेट वीडियो प्रदर्शित किया गया, जिसमें ऊर्जा संरक्षण और समकालीन पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करने में इसके महत्व पर ध्यान केंद्रित किया गया। फ़ैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के डीन प्रो. द्विवेदी ने ऊर्जा परिवर्तन की अवधारणा और प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, विकास का उद्देश्य हमेशा भावी पीढ़ियों के लिए प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित करना होना चाहिए। कोविड-19 लॉकडाउन का उदाहरण देते हुए कहा, मानवीय गतिविधियां कम होने से वायु शुद्धता में उल्लेखनीय सुधार हुआ। डॉ. द्विवेदी ने पर्यावरण की सुरक्षा और ऊर्जा संरक्षण में व्यक्तिगत एवं सामूहिक जिम्मेदारी अपनाने के लिए प्रेरित किया।

प्रो. नितिन कुमार सक्सेना ने अक्षय ऊर्जा स्रोतों में बदलाव की आवश्यकता के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा, इंजीनियरों और वैज्ञानिकों को ऊर्जा परिवर्तन के लिए कुशल प्रणालियों को डिजाइन करने की आवश्यकता है, चाहे इसका स्रोत कुछ भी हो। उन्होंने सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा जैसे नवीकरणीय संसाधनों के उपयोग के महत्व पर बल दिया। ऊर्जा उपयोग को अनुकूलित करने और अभिनव समाधान के लिए मशीन लर्निंग और अन्य उन्नत एल्गोरिदम को अपनाने की वकालत की। डॉ. संकल्प गोयल ने भौतिकी के नियम की व्याख्या करते हुए कहा, प्लास्टिक कचरा, इलेक्ट्रॉनिक कचरा, उद्योगों और वाहनों से वायु उत्सर्जन का पर्यावरण का प्रमुख कारण हैं। अंत में सीसीएसआईटी के आईआईसी के कोऑर्डिनेटर श्री राजेंद्र प्रसाद पांडे ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर सीसीएसआईटी के वाइस प्रिन्सिपल प्रो. अशेन्द्र कुमार सक्सेना, एचओडी डॉ. शंभू भारद्वाज, प्रो. आरके जैन, डॉ. संदीप वर्मा, डॉ. अलका वर्मा, श्री आशीष सिमाल्टी, श्री आशीष बिश्नोई सहित सभी फ़ैकल्टी एवं स्टाफ मेम्बर्स मौजूद रहे। संचालन आईआईसी के असिस्टेंट कोऑर्डिनेटर डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा ने किया।