आतंकियों-बदमाशों को बंदूकें देने वाला चौटाला का छोटू गिरफ्तार

इंद्र वशिष्ठ

आतंकियों और बदमाशों के गठजोड़ को हथियार और रहने का ठिकाना उपलब्ध कराने वाले चौटाला गांव के कुख्यात बदमाश को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गिरफ्तार किया है.

बंदूक सप्लायर – एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि छोटू राम भाट निवासी चौटाला गांव, सिरसा, हरियाणा को गिरफ्तार किया गया है. छोटू राम भाट आतंकियों-बदमाशों के गठजोड़ के लिए हथियार सप्लाई करने वाला प्रमुख व्यक्ति है. छोटू राम बंबीहा गिरोह के बदमाशों को अपराध से पहले और बाद में छिपने के लिए ठिकाने और अन्य सुविधाओं का भी इंतजाम करता था.

चौटाला गांव में छापे मारी- कुख्यात बदमाश छोटू राम भाट के ख़िलाफ़ अनेक आपराधिक मामले दर्ज हैं. एनआईए ने 21 दिसंबर 2022 को सिरसा के चौटाला गांव में कुख्यात बदमाश छोटू राम भाट और सिरसा के ही तख्तमल गांव के कुख्यात बदमाश जग्गा सरपंच के घरों /ठिकानों पर छापेमारी की थी. एनआईए को तलाशी के दौरान एक रायफल, एक बंदूक, दो पिस्तौल, सौ से ज्यादा कारतूस और तेजधार वाले हथियार मिले थे. छोटू राम की गिरफ्तारी एनआईए द्वारा हरियाणा और पंजाब के कुख्यात बदमाशों और उन्हें हथियार उपलब्ध कराने वालों के खिलाफ लगातार की जा रही कार्रवाई का हिस्सा है.

बंबीहा निशाने पर- एनआईए के अनुसार छोटू राम की गिरफ्तारी का उद्देश्य कुख्यात बदमाश बंबीहा के नेतृत्व वाले आतंकी- गैंगस्टर सिंडिकेट के फरार लोगों के ठिकानों के अलावा उन्हें अवैध हथियार सप्लाई कराने वाले बुनियादी ढांचे को खत्म करना है. एनआईए के अनुसार इस तरह के आतंकी नेटवर्क के साथ-साथ उनकी फंडिंग और मददगारों ( सपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर) को खत्म करने के लिए जांच जारी है। एनआईए की जांच का उद्देश्य आतंकी-अपराधी सिंडिकेट की मदद करने वाले बुनियादी ढांचे के महत्वपूर्ण तत्वों की पहचान करना और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करना है।

आतंकवादी अपराधी गठजोड़-
एनआईए को जांच में पता चला था कि भारत और विदेश में मौजूद कुख्यात बदमाशों के गिरोह आतंकी और आपराधिक वारदात को अंजाम दे रहे हैं. एनआईए ने ऐसे गिरोहों की पहचान की और अगस्त 2022 इस संबंध में दो मामले दर्ज किए थे.

अभियान- आतंकवादियों, बदमाशों,अवैध हथियार और मादक पदार्थों के तस्करों के बीच उभरती सांठगांठ को तोड़ने और खत्म करने के लिए एनआईए द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है. एनआईए ने सितंबर ,अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर 2022 में पांच राज्यों में सौ से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की थी.