राजस्थान में सेकंड ग्रेड पेपर लीक मामले में शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय ED ने की बड़ी कार्यवाही

  • कांग्रेस नेता दिनेश खोडानिया, अशोक जैन और स्पर्धा चौधरी के नौ ठिकानों पर ईडी का छापा : कांग्रेस नेताओं में हड़कंप
  • सागवाडा डूंगरपुर के दिनेश खोडनिया उदयपुर शहर सीट से है कांग्रेस टिकट के दावेदार
  • राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ीलाल मीणा ने गणपति प्लाजा टावर में दिनेश खोड़निया के करोड़ों का काला धान छिपे होने का दावा-धरना पर बैठें

रविवार दिल्ली नेटवर्क

नई दिल्ली/जयपुर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पिछलें दिनों राजस्थान की एक चुनावी रैली में पेपर लीक मामले में किसी भी अपराधी को नही छोड़ा जायेगा सम्बन्धी दिए गए बयान के कुछ दिनों बाद ही प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने शुक्रवार को राजस्थान में सेकंड ग्रेड पेपर लीक मामले में कांग्रेस नेता दिनेश खोडनिया और उनके करीबियों अशोक जैन और स्पर्धा चौधरी के यहां दबिश दी है तथा उनके जयपुर और डूंगरपुर जिले में करीब नौ जगहों पर छापेमारी कर जांच की जा रही है।

डूंगरपुर जिले के सागवाडा निवासी दिनेश खोडनिया उदयपुर नगर शहर सीट से है कांग्रेस टिकट के दावेदार बताए जा रहें है। दिनेश खोडानिया मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी नेता है ।इस छापेमारी और जांच से कांग्रेस के नेताओं में हड़कंप मचा हुआ है।

ईडी ने कुछ दिन पहले ही राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य डूंगरपुर निवासी बाबूलाल कटरा और भूपेंद्र सारण को रिमांड पर लिया था।

ईडी की टीम पेपर लीक के मुख्य आरोपी सुरेश ढाका की महिला मित्र स्पर्धा चौधरी के घर भी तलाशी कर रही है। यह पूरी कार्यवाही पेपर लीक मामले से जुड़ी बताई जा रही है।जानकारी के अनुसार बीत दिनों पेपरलीक में शामिल आरपीएससी सदस्य रहे बाबूलाल कटारा और मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण को ईडी ने रिमांड पर लिया था। इनसे पूछताछ में ईडी को अहम तथ्य मिले हैं, जिसके आधार पर ईडी ने जांच शुरू की और दिनेश खोडनिया, अशोक जैन और स्पर्धा चौधरी के बारे में पड़ताल की। इसके बाद शुक्रवार सुबह ईडी की टीमों ने बड़े ही गोपनीय तरीके से दिनेश खोडनिया, अशोक जैन और स्पर्धा चौधरी के जयपुर, जोधपुर और डूंगरपुर स्थित घर, कार्यालय सहित करीब 9 ठिकानों पर छापेमारी की है। ईडी को संदेह है कि पेपर लीक मामले में बाबूलाल कटारा और भूपेन्द्र सारण के पीछे और बड़े नाम भी हो सकते हैं।

माना जा रहा है कि सेकंड ग्रेड पेपर लीक मामले में कई लोग पर्दे के पीछे से शामिल थे लेकिन स्थानीय पुलिस ने उन्हें नहीं पकड़ा और नहीं उनसे कोई पूछताछ की।

ईडी कार्यवाही की सूचना मिलते ही दिनेश खोडनिया उदयपुर से अपने गृह कस्बे सागवाडा के लिए रवाना हुए। उन्होंने कहा कि उनका राजनीतिक और सार्वजनिक जीवन पाक साफ़ रहा है और उन्होंने कोई अपराध नही किया है।

लेकिन राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यदि दिनेश खोडनिया का नाम पेपर लीक मामले से जुड़ता है, या सर्च ऑपरेशन के बाद ईडी पूछताछ के लिए दिनेश खोडनिया को नोटिस जारी करती है तो कांग्रेस आलाकमान की ओर से दिनेश खोडनिया की उदयपुर शहर से टिकट पक्की होना मुश्किल होगा ।

सांसद किरोड़ीलाल का जयपुर के गणपति प्लाजा पर धरना

इधर जयपुर में भाजपा के राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ीलाल मीणा ने गणपति प्लाजा टावर में दिनेश खोड़निया के करोड़ों का काला धान छिपे होने का दावा किया है। मीणा ने शुक्रवार सुबह प्लाज के बाहर प्रेस कांफ्रेंस की और इसके बाद मीडिया के साथ प्लाज के बेसमेंट में पहुंचे तथा यहां मौजूद प्राइवेट लॉकर्स को लेकर ने कहा कि इनमें काला धन मौजूद है। सांसद किरोड़ीलाल का जयपुर के गणपति प्लाजा पर धरना पर बैठ गए थे लेकिन ईडी और इनकम टेक्स टीमों के
पहुँचने तथा पुलिस द्वारा भवन को सील कर देने के बाद उन्होंने अपना धरना हटा दिया है।