भारत के पास न्यूजीलैंड के खिलाफ लीग मैच की जीत को दोहरा फाइनल में पहुंचने का सुनहरा मौका

  • भारत की निगाहें लगातार दसवीं जीत के साथ फाइनल में स्थान बनाने पर
  • खिताब से महज दो कदम दूर पूरी तरह चौकस है भारत
  • कीवियों के पर कतर उड़ान भरने से रोकने के लिए भारत को आत्ममुग्धता से बचना होगा
  • सेमीफाइनल में खास रहेगी बाएं हाथ के स्पिनर ऑलराउंडर सेंटनर व जडेजा की भूमिका
  • क्या सचिन का रिकॉर्ड तोड़ विराट जड़ेंगे वन डे अंतर्राष्ट्रीय मैचों में शतकों का ‘अद्र्धशतक’

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : विजयरथ पर सवार अजेय भारत के पास आईसीसी वन डे क्रिकेट विश्व कप के सेमीफाइनल में पिछली उपविजेता न्यूजीलैंड के खिलाफ धर्मशाला में लीग मैच की जीत को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में दोहरा कर 12 बरस के बाद फिर फाइनल में पहुंचने का सुनहरा मौका है। भारत की निगाहें अब न्यूजीलैंड से बुधवार को सेमीफाइनल भी जीत उससे पिछले 2019 के संस्करण में सेमीफाइनल की हार का हिसाब चुकता पर परफेक्ट 10 यानी यानी लगातार दसवीं जीत के साथ फाइनल में स्थान बनाने पर लगी है। बेशक नॉकआउट पर वन डे विश्व कप में भारत का न्यूजीलैंड के खिलाफ रिकॉर्ड बेहद कमजोर रहा है लेकिन अपने लगातार नौ मैच जीतने वाली भारतीय टीम जिस लय में है उससे न्यूजीलैंड से इस बार उसके विजयरथ रोकने की उम्मीद कम है। भारतीय वन डे विश्व कप खिताब जीतने से मात्र दो कदम दूर है और वह जानती है कि जरा सी ढील उसकी पूरी मेहनत पर पानी फेर हीरो से जीरो बना सकती है और वह इसीलिए इस बार पूरी तरह चौकस है। भारत की ताकत उसकी बल्लेबाजी तो मजबूत के साथ रफ्तार के सौदागर जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज की प्रतिद्वंद्वी टीमों को पस्त करने वाली त्रिमूर्ति है। भारत ने मोहम्मद शमी के ‘पंजे’ से श्रीलंका को वानखेड़े स्टेडियम में 302 रन से कड़ी शिकस्त दी थी और यह उसके कप्तान रोहित शर्मा, श्रेयस अय्यर, सूर्य कुमार यादव और मुंबई इंडियंस से खेलने वाले जसप्रीत बुमराह का यह घरेलू मैदान है और इसके मिजाज से पूरे वाकिफ है और इसका मेजबान टीम को पूरी तरह लाभ मिलेगा।

जोश और होश का संगम मौजूदा संस्करण में दो शतकों और पांच अद्र्बशतक सहित रन बनाने में सबसे आगे चल रहे चेज मास्टर विराट कोहली, कप्तान रोहित शर्मा के शुरू से दे दना, दे दना के अपने नए अवतार सहित अपने मजबूत शीर्ष और मध्यक्रम के दमदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने अपने सभी नौ लीग मैच जीत कर ऐसा डंका बजाया कि हर प्रतिद्वंद्वी टीम उसके सामने पूरी तरह पस्त नजर आई है। विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कोलकाता में शतक जड़ वन डे अंतर्राष्ट्रीय मैचों में दुनिया में सबसे ज्यादा 49 शतक जडऩे के सचिन तेंडुलकर की रिकॉर्ड की बराबरी की थी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या विराट कोहली अपने अपने आदर्श सचिन के घरेलू मैदान पर उनके रिकॉर्ड को तोड़ क्या शतकों के ‘अद्र्धशतक’ के साथ भारत को जीत दिला न्यूजीलैंड से पिछले संस्करण की सेमीफाइनल की हार का हिसाब चुका उसे बुधवार को फाइनल में पहुंचाएंगे।

भारत ने न्यूजीलैंड को लीग मैच में हराकर मौजूदा संस्करण में पांचवीं जीत उसकी लगातार चार जीत का सिलसिला तोड़ा। भारत और न्यूजीलैंड की टीमें आठवीं बार सेमीफाइनल में पहुंची हैं। भारत 2019 में पिछले संस्करण में नौ मैचों सात जीत, एक हार, एक मैच बेनतीजा रहने के साथ 15 अंकों के साथ शीर्ष पर रहा था लेकिन तब वह चौथी स्थान पर रहने वाली न्यूजीलैंड से सेमीफाइनल में 18 रन से हार कर बाहर हो गया था। भारत रोहित शर्मा के शतक के बावजूद पिछले संस्करण में लीग में अकेला मैच मेजबान इंग्लैंड से 31 रन से हारा था। भारत मौजूदा संस्करण में लीग में सभी मैच कुल 18 अंकों के साथ जीत शीर्ष पर रह कर और न्यूजीलैंड नौ में से पांच जीत और चार हार के साथ चौथे स्थान पर रह अंतिम चार में पहुंचा है।

भारत को अपने ही घर में अपने समर्थन में स्टेडियम में मौजूद रहने वाले ‘अथाह नीले जनसागर’ की मौजूदगी में मौजूदा संस्करण में फिर किवियो के ‘पर’ कतर उन्हें उड़ान भरने से रोकने के लिए आत्ममुग्धता और जरा सी शिथिलता से बचना होगा। भारत के पास न्यूजीलैंड से 2019 के संस्करण के सेमीफाइनल की हार का हिसाब चुका उसकी चुनौती समाप्त कर खुद फाइनल में स्थान बना तीसरी बार विश्व कप खिताब की दावेदारी बनाए रखने का मौका है। 2019 के संस्करण में मात्र 19 गेंदों में पांच रन के भीतर रोहित शर्मा(1),केएल राहुल(1) और विराट कोहली (1) सहित पांच रन में शुरू के तीन विकेट निकालने वाले मैट हेनरी चोट के कारण बाहर है और उनका उपलब्ध न होना न्यूजीलैंड को जरूर बुरी तरह अखरेगा। भारत बुुधवार को न्यूजीलैंड से सेमीफाइनल में जीता तो वह उसके खिलाफ वन डे विश्व कप के पांच पांच जीत की बराबरी कर लेगा। भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ मौजूदा संस्करण में यदि सभी कैच लपके होते तो उसकी जीत कहीं और बड़ी होती। भारत को इससे सबक लेकर फील्डिंग और चुस्त करनी होगी अन्यथा हाथ में जीत रेत की तरह उसी हाथ से फिसल सकती है जिस तरह अफगानिस्तान के हाथों से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फिसल गई। बेशक ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्सवेल ने जीवट दिखाया लेकिन उनके दोहरे शतक में किस्मत का भी उन्हें छूटे कैचों के चलते मिला।

सोने पर सुहागा यह कि भारत के जसप्रीत बुमराह(कुल 17 विकेट), मोहम्मद शमी(कुल विकेट), मोहम्मद शमी (कुल 12 विकेट) जैसे रफ्तार के सौदागरों की त्रिमूर्ति की धार के साथ साथ बाएं हाथ के स्पिनर रवींद्र जडेजा (कुल 16विकेट)और कुलदीप यादव (कुल 14 विकेट) की जोड़ी अपनी स्पिन से प्रतिद्वंद्वी बल्लेबाजों को नचा अब तक आपस में अब तक कुल 75 विकेट बांट चुकी है और इसके मद्देनजर न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को वानखेड़े में रनों के लिए तरसना पड़ सकता है। भारत के धुरंधर बल्लेबाज विराट कोहली (कुल 594 रन)व रोहित शर्मा (कुल 503 रन) के न्यूजीलैंड के रफ्तार के सौदागर ट्रेंट बोल्ट(कुल 13 विकेट), लॉकी फर्गुसन(कुल 10 विकेटो व टिम साउदी के बीच दिलचस्प मुकाबले के लिए मंच तैयार है। भारत के लिए पिछले मैच में शतक जडऩे वाले श्रेयस अय्यर (कुल 421 रन) और केएल राहुल (कुल 347 रन) के साथ साथ तीन अद्र्धशतक जडऩे वाले सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल (कुल 270 रन), सूर्य कुमार यादव (कुल 87 रन) सहित मध्यक्रम और शीष पूरी तरह रंग में है ही रवींद्र जडेजा (कुल 111 रन) पूरी तरह रंग में है। भारत यदि बाद में बल्लेबाजी करता है तो शाम के समय में समुद्र से बहती हवा में न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट, लॉकी फर्गुसन के साथ टिम साउदी खतरनाक हो सकते हैं ऐसे में भारत के कप्तान रोहित और उनके सलामी जोड़ीदार शुभमन गिल को कुछ संभल कर खेलना होगा। भारत के शीर्ष क्रम में दाएं हाथ के छह बल्लेबाजों की मौजूदगी में न्यूजीलैंड के सबसे कामयाब गेंदबाज बाएं हाथ के स्पिनर मिचेल सेंटनर(कुल 16 विकेट) से जरूर विराट कोहली कुछ चौकस रहना होगा।

धर्मशाला में लीग मैच में शतक जडऩे वाले न्यूजीलैंड के डैरल मिचेल और रचिन रवींद्र का कैच शमी की गेंद पर रवींद्र जडेजा जैसे मुस्तैद फील्डर से छूटा था। भारत के विराट कोहली मौजूदा संस्करण में दो शतकों और पांच अद्र्बशतक सहित रन बनाने में शीर्ष पर चल रहे हैं। वहीं न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी तीन शतक और दो अद्र्धशतक सहित उसके लिए सबसे ज्यादा रन बनाने में तीसरे स्थान चल रहे रचिन रवींद्र (कुल 565 रन) और डैरल मिचेल(कुल 418 रन), फिट होने के बाद वापसी करने वाले कप्तान केन विलियमसन (187 रन), डेवॉन कॉनवे(कुल 359 रन) निर्भर है। अब तक मौजूदा संस्करण में एक एक बार पांच विकेट चटका चुके न्यूजीलैंड के बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर मिचेल सेंटनर (कुल 16 विकेट) और भारत के रवींद्र जडेजा (16 विकेट )दोनों की भूमिका खासतौर पर गेंद से सेमीफाइनल में खासा अहम रहने वाली है। जडेजा एक ही टप्पे पर सटीक गेंदबाजी कर इतनी तेजी से अपना ओवर खत्म करते हैं कि प्रतिद्वंद्वी बल्लेबाज को संभलने का बहुत कम मौका मिलता है। ऐसे में बीच के ओवर में जडेजा भारत और मिचेल सेंटनर न्यूजीलैंड के लिए बेहद उपयोगी साबित हो सकते हैं।

घर में भारत भारी पड़ा है न्यूजीलैंड पर
वन डे क्रिकेट विश्व कप के इतिहास में दोनों टीमें अब तक १० बार आमने सामने हुई हैं भारत इनमें मौूजदा संस्करण में चेज मास्टर विराट कोहली के बेहतरीन 95 रन और मोहम्मद शमी के पंजे से धर्मशाला में पिछले मैच सहित कुछ चार बार जीता। भारत के लिए उत्साहवद्र्धक बात यह है कि उसने न्यूजीलैंड के खिलाफ चार में से तीन जीत अपने घर में हासिल हैं इनमें से दो 1987 के रिलायंस विश्व कप में हासिल की वह उसमें एक लिटिल मास्टर सुनील गावसकर के वन डे क्रिकेट के एकमात्र शतक की बदौलत हासिल की है और विदेशी धरती पर सेंचुरियन में जहीर खान के गेंद से ‘चौके’ और मोहम्मद कैफ और अब के टीम के चीफ कोच राहुल द्रविड़ के अद्र्बशतकों की बदौलत हासिल की थी। न्यूजीलैंड ने भारत को अब तक पांच बार शिकस्त दी और एक बार मैच बेनतीजा अधूरा रहा। भारत ने धर्मशाला में मौजूदा संस्करण में चार विकेट से जीत से न्यूजीलैंड से 2019 के संस्करण की 18 रन का हिसाब चुका दिया है। भारत इस साल के शुरू में न्यूजीलैंड से तीन वन डे मैचों सीरीज में 3-0 से सफाया कर जीती इसमें हैदराबाद में पहले मैच में शुभमन गिल ने दोहरा शतक जड़ा था जबकि तीसरे में उन्होंने कप्तान रोहित शर्मा ने शतक जड़े थे।

सेमीफाइनल का समय : दोपहर दो बजे से(वानखेड़े स्टेडियम, मुंबई)