राजस्थान विधान सभा में नवाचार होंगे शुरु

  • संसद की तरह सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक की जायेगी
  • नए विधायकों के लिए होंगा प्रशिक्षण शिविर

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

नई दिल्ली : राजस्थान विधान सभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी राज्य विधान सभा में पहली बार विधान सभा सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक की परम्परा को शुरू करने जा रहे है। यह बैठक विधानसभा का सत्र शुरू होने से एक दिन पहले 18 दिसंबर को आयोजन किया जाना प्रस्तावित हैं। विधान सभा अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली की यात्रा पर आए देवनानी ने एक विशेष भेंट में बताया कि सर्वदलीय बैठक की परम्परा को शुरू करने से सदन की कार्यवाही के संचालन में बहुत मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि संसद में सर्वदलीय बैठक की परम्परा है लेकिन राजस्थान विधान सभा में वे यह परम्परा पहली दफा शुरू करने जा रहे है। देवनानी ने बताया कि 16 वीं विधानसभा में काफी संख्या में नए विधायक चुन कर आए हैं। उन्हें विधान सभा के नियमों,विधाई कार्यों,कार्य पद्धति, प्रशन पूछने और शून्य काल के दौरान बोलने की प्रक्रिया आदि के संबंध में आगामी 16 जनवरी को एक दिन का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा और समय समय पर आगे भी ऐसे शिविर आयोजित होंगे। उन्होंने बताया कि उनका प्रयास रहेगा कि सदन की कार्यवाही सुचारु एवं निर्विघ्न ढंग से संचालित होंवें तथा उसमें सभी दल के विधायक आसन को अपेक्षित सहयोग प्रदान करें। देवनानी ने कहा कि जिस ढंग से उनका विधान सभा अध्यक्ष के लिए निर्विरोध और सर्व सम्मति से चुनाव हुआ है तथा अध्यक्ष के आसन पर बैठने पर जिस प्रकार के उद्गार सभी दलों के नेताओं ने व्यक्त किए है,उससे उन्हे विश्वास है कि उन्हें सदन का भलीभांति संचालन में सत्ता और प्रतिपक्ष का पूरा सहयोग मिलेगा। उन्होंने कहा कि सदन के नेता मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और प्रतिपक्ष के नेताओं से विचार विमर्श कर वे विधान सभा की अधिक से अधिक बैठके कराने और विधान सभा में नवाचार करने के प्रयास भी करेंगे। विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने मंगलवार को अपने नई दिल्ली प्रवास में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ,उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से शिष्टाचार भेंट भी की।