रूपिंदर पाल ने गुरजीत और दीपिका को बताई पेनल्टी कॉर्नर पर ड्रैग फ्लिकिंग की बारीकियां

  • गुरजीत व दीपिका हैं गजब की ड्रैग फ्लिकर: रूपिंदर
  • गुरजीत व दीपिका बोलीं रूपिंदर से सीखे सबक प्रदर्शन बेहतर करने में होंगे मददगार

सत्येन्द्र पाल सिह

नई दिल्ली : जाने माने ड्रैग फ्लिकर रूपिंदर पाल सिंह अब साई बेंगलुरू में फिलहाल ड्रैग फ्लिकर गुरजीत कौर व दीपिका के लिए रांची मे 2024 के एफआईएच हॉकी महिला ओलंपिक क्वॉलिफायर के पांच दिन के ड्रैग फिल्ंिकग शिविर का आयोजन किया। 27 दिसंबर को शुरू हुए इस शिविर में रूपिंदर पाल सिंह खासतौर पर भारतीय महिला टीम की ड्रैग फ्लिकर गुरजीत कौर और दीपिका को पेनल्टी कॉर्नर पर ड्रैग फ्लिक से गोल करने की बारीकियां बताई। भारतीय महिला हॉकी टीम 13 से 19 जनवरी, 2024 म तक रांची मे एफआईएच हॉकी महिला ओलंपिक क्चॉलिफायर में शिरकत करेगी जहां उसे पूल बी में न्यूजीलैंड, इटली और अमेरिका के साथ रखा गया है। जर्मनी, जापान, चिली और चेक रिपब्लिक की टीमें पूल ए मे हैं।

2020 के टोक्यो ओलंपिक में भारत की जीतने वाली टीम का अहम हिस्सा रहे रूपिंदर पाल सिंह हॉकी टांगने से देश के लिए 223 अंतर्राष्टï्रीय हॉकी मैच खेल कर 234 गोल किए हैं। रूपिंदर ने कहा, ‘गुरजीत और दीपिका दोनों गजब की खिलाड़ी और ड्रैग फ्लिकर हैं। इन दोनों मेरे द्वारा पेनल्टी कॉर्नर लगाने के लिए सिखाए गुरों को तेजी से समझा। इस शिविर से इन दोनों को पेनल्टी कॉर्नर पर बतौर ड्रैग फ्लिकर रांची ओलंपिक क्वॉलिफायर से पहले अपना कौशल और बेहतर करने में मदद मिलेगी।

भारत की अनुभवी ड्रैग फ्लिकर गुरजीत कौर ने कहा, ‘ बेंगलुरू पांच दिन का यह ड्रैग फ्लिकिंग शिविर अब तक हमारे लिए बेशकीमती अनुभव रहा है। हम अपने बतौर ड्रैग फ्लिकर अपने खेल को बेहतर करने के लिए हर दिन नया सीख रहे हैं। रूपिंदर ने हमें पेनल्टी कॉर्नर को बेहतर ढंग से लगाने में मदद की है और खासतौर पर उनका जोर पूरी शिद्दत से पेनल्टी कॉर्नर पर ड्रैग फ्लिक से गोल करने पर रहा है। हम चूंकि एफआईएच महिला हॉकी ओलंपिक क्वॉलिफायर जैसे टूर्नामेंटों की तैयरियों में जुटे हैं और हमें पूरा विश्वास है कि बेंगलुरू में ड्रैग फ्लिकिंग शिविर में सीखे सबक हमें मैदान पर अपना प्रदर्शन बेहतर करने में मददगार होंगे।’

गुरजीत कौर की बात से इत्तफाक जताते हुए भारतीय महिला हॉकी टीम की तेज फॉरवर्ड दीपिका ने कहा, ‘बतौर ड्रैग फ्लिकर रूपिंदर का अनुभव हमारे लिए बेशकीमती रहा है। रुपिंदर ने पेनल्टी लगाते समय बतौर ड्रैग फ्लिकर इसे रोकने के लिए फस्र्ट रशर के अनुभव को हमारे साथ साझा किया। अब रशर और ज्यादा तेजी से इसे रोकने के लिए आगे आकर रोकते हैं। इस ड्रैग फ्लिकिंग शिविर के बाद हम और मजबूत से पेनल्टी कॉर्नर लगाएंगे और यह हमें रांची में 2024 एफआइएच महिला हॉकी ओलंपिक क्वॉलिफायर में हमें गोल करने का बेहतर मौका देंगे।’