आतंकियों, बदमाशों, तस्करों के गठजोड़ पर एनआईए का प्रहार

इंद्र वशिष्ठ

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) का आतंकवादियों,गैंगस्टरों और ड्रग/हथियार तस्करों के गठजोड़ को नेस्तनाबूद करने का अभियान जारी है. एनआईए द्वारा पाकिस्तान और कनाडा सहित विदेशों में स्थित आतंकवादी समूहों और ड्रग तस्करों के साथ मिलकर काम कर रहे गैंगस्टरों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की गई है. एनआईए ने मंगलवार को 8 राज्यों में 76 स्थानों पर छापे मारे और बड़ी मात्रा में हथियार और 2.3 करोड़ रुपए की नकदी जब्त की गई।

एनआईए द्वारा अगस्त 2022 में तीन मामले दर्ज किए गए थे. कुछ कबड्डी खिलाड़ियों सहित कई लोगों की पहचान की गई और उनके खिलाफ आतंकवाद और अन्य आपराधिक गतिविधियों में कथित संलिप्तता के लिए मामला दर्ज किया गया है. जिसमें लक्षित हत्या (टार्गेट किलिंग), प्रमुख व्यापारियों और पेशेवरों से जबरन वसूली आदि शामिल है। एनआईए को जांच में पता चला है कि पिछले साल महाराष्ट्र में बिल्डर संजय बियानी और पंजाब में अंतरराष्ट्रीय कबड्डी के आयोजक संदीप नांगल अंबिया की सनसनीखेज हत्या सहित ऐसे कई अपराधों की साजिश विभिन्न राज्यों की जेलों में रची जा रही थी और उन्हें विदेशों में मौजूद बदमाशों के संगठित नेटवर्क के गुर्गो द्वारा अंजाम दिया जा रहा था।

मंगलवार को पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, यूपी, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश में छापे मारी की गई. एनआईए के निशाने पर इस बार गिरोहों के लिए हथियार उपलब्ध कराने वाले और हवाला कारोबारी थे. छापेमारी में पिस्तौल, रिवाल्वर और राइफल सहित 9 अवैध हथियार और 2.3 करोड़ रुपए नकद बरामद किए गए। दस्तावेज, हार्ड ड्राइव और मोबाइल फोन सहित आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की गई।

गिद्दड़बाहा के लखवीर सिंह के मुक्तसर, नरेश के अबोहर, सुरेंद्र उर्फ ​​चीकू के नारनौल, हरियाणा, कौशल चौधरी और अमित डागर के गुरुग्राम और सुनील राठी के बागपत, यूपी के परिसरों में तलाशी ली गई. कुछ हवाला ऑपरेटरों, कबड्डी खिलाड़ियों, हथियार आपूर्तिकर्ताओं, बंदूक घरों , व्यापारियों और उनके कथित फाइनेंसरों पर भी छापे मारे गए।

पंजाब के अबोहर, भटिंडा, मुक्तसर साहब, मोगा, फाजिल्का, लुधियाना, मोहाली, फिरोजपुर, तरनतारन, लुधियाना, फरीदकोट, संगरूर और जालंधर जिलों में, हरियाणा के गुरुग्राम, यमुना नगर, रोहतक, महेंद्रगढ़, सिरसा और झज्जर जिले; राजस्थान के श्रीगंगा नगर, सीकर, जोधपुर और जयपुर जिले; उत्तर प्रदेश के बागपत, बरेली, प्रतापगढ़, बुलंदशहर, लखनऊ और पीलीभीत; मध्य प्रदेश के उज्जैन और रतलाम जिले; मुंबई में भायखला; गुजरात में गांधीधाम; और द्वारका, दिल्ली/एनसीआर के मध्य और बाहरी उत्तरी जिले समेत आठ राज्यों में कुल 76 ठिकानों पर छापे मारे गए.

एनआईए को जांच में पता चला है कि कई अपराधी, जो भारत में गैंगस्टरों का नेतृत्व कर रहे थे, पाकिस्तान, कनाडा, मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भाग गए थे. विभिन्न राज्यों की जेलों में बंद अपराधियों के साथ मिलकर वहां से अपने अपराधों की योजना बना रहे थे। ये जबरन वसूली और लक्षित हत्याएं (टार्गेट किलिंग) कर रहे थे हवाला, ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के जरिए अपनी नापाक गतिविधियों के लिए धन जुटा रहे थे।

एनआईए के अनुसार इस तरह के आतंकी नेटवर्क के साथ-साथ उनकी फंडिंग और मददगारों ( सपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर) को खत्म करने के लिए जांच जारी है। आतंकवादियों, बदमाशों,अवैध हथियार और मादक पदार्थों के तस्करों के बीच उभरती सांठगांठ को तोड़ने और खत्म करने के लिए एनआईए ने सितंबर ,अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर 2022 में पांच राज्यों में सौ से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की थी.