रविवार दिल्ली नेटवर्क
भोपाल : लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि प्रदेश बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। मंत्री डॉ. चौधरी होटल पलाश में मलेरिया दिवस पर मीडिया कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि प्रदेश के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराने के लिये स्वास्थ्य विभाग निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की विपरीत परिस्थितियों में भी स्वास्थ्य विभाग के समस्त अधिकारी-कर्मचारियों ने पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ दायित्वों का निर्वहन किया।
मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि मलेरिया पर नियंत्रण के लिये आम नागरिकों में जागरूकता जरूरी है। उन्होंने कहा कि मच्छरों को पैदा होने के लिये वातावरण नहीं मिले, इस पर ध्यान देना चाहिये। पानी की जहाँ निकासी नहीं होती, जल-भराव होता है, वहाँ मच्छर पनपते हैं। डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है। पानी का भराव नहीं होने दें, इससे मच्छर पैदा ही नहीं होंगे और जहाँ भराव होता है, वहाँ मच्छरों को पैदा होने से रोकने के लिये जरूरी उपाय करें। मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने मलेरिया के अलावा अन्य बीमारियों की रोकथाम के लिये भी कारगर प्रयास किये हैं। उन्होंने क्षय रोग नियंत्रण पर किये जा रहे प्रयासों की भी सराहना की।
मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मलेरिया उन्मूलन के लक्ष्य को वर्ष 2030 से भी पहले प्राप्त करेंगे। मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि प्रदेश को मलेरिया नियंत्रण में किये गये उल्लेखनीय कार्यों के लिये केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से सराहना मिली है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में प्रति हजार जनसंख्या पर एक से अधिक मलेरिया के प्रकरण वाले जिलों की संख्या 25 थी। वर्ष 2021 में एक भी ऐसा जिला नहीं है, जहाँ पर प्रति हजार जनसंख्या पर एक से अधिक मलेरिया के प्रकरण हों। प्रदेश में मलेरिया बीमारी के नियंत्रण में किये गये कार्यों की सफलता का नतीजा है कि पिछले 5 वर्षों में मलेरिया प्रकरणों में 90 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है। मंत्री डॉ. चौधरी ने मलेरिया नियंत्रण पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं को पुरस्कृत किया। उन्होंने मलेरिया “उपचार कार्ड”, मलेरिया पोस्टर और “मलेरिया एप” का विमोचन भी किया। एमडी एनएचएम श्रीमती प्रियंका दास, डायरेक्टर आईईसी ब्यूरो श्री बसंत कुर्रे, अतिरिक्त संचालक डॉ. संतोष जैन, उप संचालक स्वास्थ्य डॉ. हिमांशु जायसवार और डॉ. अर्चना पुंडीर उपस्थित थी।