प्रभु श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर दिल्ली के मंदिरों को दिवाली की तरह सजाया जायेगा – अर्जुन कुमार

रविवार दिल्ली नेटवर्क

दिल्ली की समस्त रामलीलाओं का निर्णय 22 जनवरी प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर दिल्ली के मंदिरों को रंग बिरंगी रोशनी एवं फूलों से सजाया जायेगा दिवाली की तरह।

श्री रामलीला महासंघ के नेतृत्व में दिल्ली की समस्त रामलीला कमेटियों के पदाधिकारियों की एक बैठक नेशनल क्लब फतेहपुरी दिल्ली में आयोजित हुई। बैठक के पश्चात अर्जुन कुमार अध्यक्ष श्री रामलीला महासंघ ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से चर्चा के पश्चात् निर्णय हुआ कि 22 जनवरी 2024 को 550 साल बाद अयोध्या में प्रभु श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर दिल्ली की समस्त रामलीला कमेटियां अपने-अपने क्षेत्रों में मंदिरों में रंग-बिरंगी रोशनी एवं फूलों से दिवाली की तरह सजाया जायेगा। रामलीला कमेटियां मंदिरों में रामचरित मानस का अखण्ड पाठ करवायेंगे

श्री रामलीला महासंघ के महासचिव श्री सुभाष गोयल ने बताया कि 501 रामचरित मानस की प्रति रामलीला कमेटियां वितरित करेंगी। मंदिरों में विशाल भंडारों का आयोजन किया जायेगा एवं 501 देशी घी के दीपक प्रज्ज्वलित किये जायेंगे। यह भी निर्णय हुआ कि अपने-अपने क्षेत्रों में प्रभु श्री राम की भव्य शोभायात्रा निकाली जायेगी जगह-जगह स्वागत द्वार बनाये जायेंगे। दिवाली की तरह इस दिन एक दूसरे को गिफ्ट प्रदान करें।

22 जनवरी 2024 को अयोध्या में प्रभु श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के समारोह को मंदिरों के बाहर बड़ी-बडी एलईडी स्क्रीन के माध्यम से लाईव दिखाया जायेगा, उन्होंने अनुरोध किया कि प्रत्येक दिल्लीवासी इस पावन अवसर पर अपने-अपने घर पर ध्वज लगाये और दिवाली की तरह आतिशवाजी करें ।

महासंघ के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने कहा कि रामचरित मानस प्रत्येक स्कूल, कालेज, कम्यूनिटी सेंटर, व्यवसायिक एवं होटलों रखी जायेगी। बैठक को क्षेत्रीय सांसद डा. हर्षवर्धन पूर्व केन्द्रीय मंत्री, भारत सरकार, सुश्री बासुरी स्वराज, अनेकों रामलीला कमेटियों के पदाधिकारियों ने सम्बोधित किया। इस अवसर पर श्री गौरीशंकर मंदिर चांदनी चौक के अध्यक्ष गोपाल सेठ एवं कोषाध्यक्ष बलराम गर्ग, जत्थेदार अवतार सिंह, महेन्द्र नागपाल, सुरेश बिन्दल, प्रवीण कपूर, श्याम अग्रवाल, सहित अनेकों पदाधिकरीगण सम्मिलित हुए। इस अवसर पर प्रभु श्रीराम अध्योध्या मंदिर का स्मृति चिन्ह एवं रामचरित मानस की प्रति भेंट की गयी।