क्या भारत मे कोरोना से 47 लाख लोगों की जान गई?

प्रमोद शर्मा

नई दिल्ली : WHO के मुताबिक- भारत में कोरोना से दुनिया में सबसे ज्यादा लोगों की जान गयी, देश में 47,00,000 से अधिक लोगों को जान गंवानी पड़ी। ये आंकड़े मोदी सरकार के दिए आंकड़ों से 10 गुना ज्यादा हैं। इस पर भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी ने कहा कि मदद तो दूर, मौत पर भी झूठ बोलने वाली सरकार देश ने पहली बार ही देखी है। भाजपा सरकार को जनता की नहीं बल्कि सिर्फ अपनी सत्ता की फिक्र है। यही कारण है कि भारत स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में पिछड़ रहा है। भाजपा सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार करने में विफल रही है।

भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री श्रीनिवास बी वी जी ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बदतर हुई है। वर्ष 2020 में 72% मौतें अस्पताल के बाहर हुई हैं, ये आंकड़ा भाजपा सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को बयां करने के लिए काफी है। ऐसे समय में स्वास्थ्य देखभाल के कुप्रबंधन की भयावहता की कल्पना करें, जब लाखों मौतें का कोई रिकॉर्ड ही नहीं है। उन्होंने यह भी कहा की जब ऑक्सीजन के अभाव में लोगों की मृत्यु हुई तो उन्होंने परवाह नहीं की। जब दंगों में लोग मारे गए तो उन्हें परवाह नहीं थी। जब लोग भूख से मरे तो उन्हें परवाह नहीं थी, क्या यही है अच्छे दिनों वाली सरकार? ‘अच्छे दिनों’ का सपना दिखाकर नागरिकों की बर्बादी वाले दिन दिखाए जा रहे हैं।

भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री श्रीनिवास बी वी जी ने कहा कि कोरोना महामारी से 47 लाख लोगो की मौत हुई है, न की 4.8 लाख लोगो की जैसा की सरकार ने दावा किया था। इस परिस्थिति में जिन परिवारों ने अपनो को खोया है उनका सम्मान होना चाहिए और उन्हें 4 लाख रुपए का मुआवजा उनकी मदद के लिए उपलब्ध करवाया जाना चाहिए।

भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी और एआईसीसी सह सचिव श्री कृष्णा अल्लावारु जी ने कहा कि कोरोना मृतकों की संख्या का मोदी सरकार का आकलन झूठ की परकाष्ठा है। WHO की रिपोर्ट ने भारत सरकार के झूठ की सारी पोल खोल कर रख दी है। उन्होंने यह भी कहा की केंद्र सरकार अपना फर्ज निभाए और हर पीड़ित परिवार को ₹4 लाख का मुआवजा उनकी मदद के लिए उपलब्ध करवाए।