सात्विक व चिराग भी लगातार दूसरी जीत के साथ अंतिम 8 में
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : पूर्व चैंपियन भारत पीवी सिंधू ने आक्रामक खेल दिखाते हुए महिला एकल और उदीयमान खिलाड़ी किरण जॉर्ज ने पुरुष एकल में दबाव के बावजूद केडी जाधव इंडोर हाल में लगातार गेम में जीत दर्ज कर बृहस्पतिवार को योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन 2025 बैडमिंटन के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है। भारत के सात्विकसाईराज और चिराग शेट्टी की पुरुष युगल जोड़ी ने पहला गेम से गंवाने के बाद वापसी करते हुए पुरुष युगल में अंतिम आठ में जगह बनाई। पेरिस ओलंपिक के बाद अपना दूसरा टूर्नामेंट खेल रही पीवी सिंधू ने जापान की मनामी सुइजू को महिला एकल में लगातार गेम में 21-15, 21-13 से हराया। किरण जॉर्ज ने पुरुष एकल के दूसरे दौर में फ्रांस के एलेक्स लैनियर को 22-20, 21-13 से शिकस्त दी। अब जॉर्ज का सामना चीन के हांग यांग वेंग से होगा, जिन्होंने दूसरे दौर के मुकाबले में मलयेशिया के जून हाओ लियांग को 21-18, 21-12 से हराया।
2022 की चैंपियन सात्विक और चिराग की जोड़ी ने पहला गेम गंवाने के बाद फिर अपना खेल संभालते हुए ने अगले दो जीत जापान के केन्या मित्सुहाशी व हिरोकी ओकामुरा की जोड़ी को 20-22, 21-14, 21-16 से हराया।
अन्य शीर्ष खिलाड़ियों में, पिछले संस्करण के उपविजेता हांगकांग के ली चेउक यियू को टोमा जूनियर पोपोव के खिलाफ निर्णायक मैच में एक मैच प्वाइंट बचाना पड़ा। इसकी बदौलत वह हालांकि एक घंटे 16 मिनट के संघर्ष को 14-21, 21-18, 22-20 से जीत में बदलकर क्वार्टर फाइनल में पहुँच गए।
छह महीने से अधिक समय तक बैडमिंटन से दूर रहने के बाद, सिंधू शुरुआती दौर में चीनी ताइपे की शुओ युन सुंग के खिलाफ शुरुआती मैच में खासी धीमी दिखीं थीं। पूर्व विश्व चैंपियन ने कोर्ट के दोनों ओर से विनर्स के लिए सफल प्रयास करके सुइजू के खिलाफ आक्रामक खेल दिखाया। सिंधू ने शुरुआती गेम में 13-6 की बढ़त हासिल कर ली। हालांकि सुइजू ने अंतर को 14-13 तक कम कर दिया, लेकिन भारतीय स्टार हमेशा नियंत्रण में दिखीं और उन्होंने फिर से बड़ा अंतर बना लिया। दूसरे गेम में सिंधू का पूरा दबदबा रहा और इसमें उन्होंने क्रॉस कोर्ट विनर्स को अपनी इच्छानुसार हासिल किया।
मैच के बाद सिंधु ने कहा, “ब्रेक के बाद मुझे अपने खेल में जो बात सबसे अच्छी लगी वह , वह था मेरा मूवमेंट और मेरे आक्रामण थे। मुझे किसी भी चीज़ के लिए तैयार रहना होगा, क्योंकि मैच कठिन होते जाएंगे। अब अगले दौर में सिंधु का सामना अब इंडोनेशिया की चौथी वरीयता प्राप्त ग्रेगोरिया मारिस्का तुनजुंग से होगा, जिन्होंने दूसरे दूसरे दौर में जापानी खिलाड़ी नात्सुकी नादेरा को 21-12, 24-22 से हराया।
किरण ने दूसरे दौर में शुरुआती गेम में लैनियर के खिलाफ छह गेम पॉइंट बचाए। रिजर्व सूची से प्रतियोगिता में अंतिम समय में प्रवेश पाने वाले 24 वर्षीय किरण फ्रांसीसी खिलाड़ी के शुरुआती गेम में सटीक अटैक करने के कारण लय नहीं हासिल कर पा रहे थे। लैनियर ने पहले गेम में 20-14 की बढ़त हासिल कर ली थी, लेकिन किरण ने शानदार वापसी करते हुए लगातार आठ अंक जीतकर गेम 22-20 से अपने नाम कर लिया। उस समय, उन्होंने शटल को इतनी देर तक खेल में रखा कि उनके प्रतिद्वंद्वी को गलती करने का मौका मिल गया और जैसे-जैसे भारतीय खिलाड़ी करीब आने लगा, फ्रांसीसी खिलाड़ी की गलतियाँ तेज़ी से होने लगीं।
जीत के बाद किरण ने कहा, ’14-20 के स्कोर पर, मैं एक बार में एक ही पॉइंट पर खेल रहा था। लीड के बारे में नहीं सोच रहा था या फिर यह नहीं सोच रहा था कि मैं पीछे रह रहा हूँ या नहीं। मैं एक बार में एक ही पॉइंट के लिए खेल रहा था। मुझे लगता है कि इससे मुझे गेम जीतने में मदद मिली।”
ऐसा लग रहा था कि सात्विक और चिराग भी सीधे गेम में 8वें दौर में पहुंच जाएंगे। एक समय उन्होंने 18-14 की बढ़त बनाई और 20-19 पर गेम प्वाइंट हासिल किया, लेकिन इसे भुना नहीं पाए और पहला गेम हार गए। लेकिन यह झटका महंगा साबित नहीं हुआ, क्योंकि उन्होंने दूसरे गेम में तेजी से खेल पर नियंत्रण हासिल किया और फिर बढ़त बनाए रखते हुए एक घंटे 11 मिनट में जीत हासिल की।
यह अन्य भारतीय दावेदारों के लिए एक अच्छा दिन नहीं रहा, जिसमें अश्विनी पोनप्पा/तनिषा क्रैस्टो, रुतुपर्णा पांडा/श्वेतापर्णा पांडा की महिला युगल जोड़ी और ध्रुव कपिला/तनिषा और आशिथ सूर्या/अमृता प्रमुथेश की मिश्रित युगल जोड़ी दूसरे दौर में हारकर बाहर हो गई।
ध्रुव और तनिषा ने जापान के आठवीं वरीयता प्राप्त हिरोकी मिडोरिकावा और नात्सु सैतो के खिलाफ पूरा दमखम दिखाया लेकिन 21-18, 21-17 के स्कोर-लाइन से हार गए। बाद में तनिषा और अश्विनी का भी दिन मिला-जुला रहा और वे जापान के युकी फुकुशिमा और मायू मात्सुमोतो से 9-21, 21-23 से हार गए।