भारत के लिए वन डे सीरीज में बराबरी पाने के लिए रांची में जीत जरूरी

  • द. अफ्रीका के क्विंटन,क्लासेन व मिलर पर भारत को लगाम की जरूरत
  • भारत को कसी गेंदबाजी और चुस्त क्षेत्ररक्षण की जरूरत
  • भारत के शीर्ष ïक्रम में शिखर व शुभमन को बड़ी पारियां खेलनी होंगी

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : सदाबहार ओपनर शिखर धवन की अगुआई में भारत की ‘दूसरी पंक्तिÓ के खिलाडिय़ों से सज्जित टीम को मेहमान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन वन डे मैचों की क्रिकेट सीरीज में बराबरी पाने के लिए रांची में रविवार को दूसरा मैच हर हाल में जीतना जरूरी है। भारत रांची में हारा तो फिर दक्षिण अफ्रीका 2-0 की निर्णायक बढ़त के साथ सीरीज अपने नाम कर लेगा। भारत अब लखनउ में सीरीज के पहला मैच मात्र 9 रन से हारने सहित दक्षिण अफ्रीका से पिछले पांच में चार मैच हार चुका है। भारत की जीत की राह पर वापस लौटने के लिए खासतौर पर कसी गेंदबाजी के साथ चुस्त क्षेत्ररक्षण की जरूरत है। देश के तीनों फॉर्मेट के कामयाब कप्तानों में एक महेंद्र सिंह धोनी की नगरी रांची पहुंचने पर भारतीय टीम शनिवार को परंपरागत ढंग से स्वागत किया। भारत की खुशकिस्मती है वेस्ट इंडीज और श्रीलंका में भारत की दूसरी पंक्ति की टीम की कप्तानी करने के बाद अब घर में फिर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी दूसरी पंक्ति की टीम मिलने के बावजूद बतौर कप्तान शिखर धवन अपने साथियों से बराबर बढिय़ा प्रदर्शन कराने को तत्पर हैं।
भारत को जीतना है तो फिर कप्तान शिखर और उनकी सलामी जोड़ीदार शुभमन गिल, ऋतुराज गायकवाड़, इशान किशन सहित शीर्ष क्रम में चारों को बड़ी पारिया खेलने ही होगी। ही पिछले मैच में अद्र्धशतक जडऩे वाले श्रेयस अय्यर और संजू सैमसन को ज्यादा आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी करने के साथ स्ट्राइक भी रोटेट करना होगा। भारत की गेंदबाजी खासतौर पर तेज गेंदबाज दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कसौटी पर होंगे क्योंकि पहले वन डे में वह खासे महंगे साबित हुए जबकि आवेश खान बदकिस्मत रहे कि उनकी गेंदों पर पारी के आखिरी में एक ही ओवर में दो कैच छूटे। टखने की चोट के कारण दीपक चाहर के बाहर होने के कारण भारत की तेज गेंदबाजी का संतुलन गड़बड़ाया ही निचले क्रम में उनकी लंबे शॉट और बड़ी पारी खेलने की काबलियत भी भारत को अखर रही है। भारत मुमकिन है कि इसमें सिराज को बाहर रख कर तेज गेंदबाज मुकेश कुमार को रविवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपनी एकादश में मौका दे। भारत के गेंदबाजों को दक्षिण अफ्रीका के क्विंटन डी कॉक, हेनरिक क्लासेन और टी-20 सीरीज में सेंचुरी जडऩे वाले डेविड मिलर पर लगाम की जरूरत है।

रोहित शर्मा की अगुआई में घर में भारत की टीम मेहमान दक्षिण अफ्रीका से तीन टी-20 मैचों की सीरीज 2-0 से जीत टी-20 विश्व कप में शिरकत करने के लिए पर्थ(ऑस्ट्रेलिया) पहुंच सकी है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मौजूदा वन डे सीरीज के लिए भारतीय टीम में टी-20 विश्व कप के स्टैंडबाय में शामिल लेग स्पिनर रवि बिश्नोई और बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ही हैं। भारत की इस ‘दूसरी पंक्तिÓ की टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत के लिए अपना क्षेत्ररक्षण बेहतर कर खासतौर पर बाउंड्री पर कैच लपकने होंगे। ओपनर क्विंटन डी कॉक की शीर्ष क्रम में 48 रन की तेज पारी के साथ हेनरिक क्लासन (नॉटआउट 74) और डेविड मिलर (नॉटआउट 75) की पांचवें विकेट की 139 रन की असमाप्त भागीदारी की बदौलत बारिश के कारण 40-40 के पहले वन डे में दक्षिण अफ्रीका ने चार विकेट पर 249 रन का मजबूत स्कोर बनाया था। तेज गेंदबाज आवेश की गेंद पर पारी के आखिर में क्लासेन और मिलर के बाउंड्री पर कैच मोहम्मद सिराज और ऋतुराज गायकवाड़ ने न टपकाए होते तो दक्षिण अफ्रीका को 220 पर ही भारत रोक सकता था। दक्षिण अफ्रीका की चिंता अपने कप्तान तेंबा बाउमा का रंग में नहीं होना है। भारतीय टीम पहले मैच की हार से जरूर सबक लेकर दूसरे वन डे में उतरेगा। भारत के तेज गेंदबाज आवेश खान, मोहम्मद सिराज, शार्दूल ठाकुर तथा दोनों आक्रामक लेग स्पिनर कुलदीप यादव और नवोदित रवि बिश्नोई में दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों पर लगाम लगाने के साथ विकेट चटकाने भी दम है।

संजू सैमसन मिजाज से खुलकर अपने स्ट्रोक खेलने में यकीन करने वाले बल्लेबाज हैं और बेशक वह भी श्रेयस अय्यर के साथ सफेद गेंद से दोनों छोटे फॉर्मेट में भारत की एकादश में जगह पक्की करने की पूरी तरह खुल कर नहीं खेले। भारत के शीर्ष क्रम में शिखर धवन की वन डे ओपनर के रूप में काबलियत सवाल नहीं उठाया जा सकता है लेकिन भारत उनके सलामी जोड़ीदार के रूप में तीसरे नंबर पर ऋतुराज गायकवाड़ को उतार सकता है। आक्रामक क्रिकेट खेलने के लिए ख्यात इशान किशन को खुलकर खेलने की जरूरत है। दुनिया के तेज गेंदबाज यह जानते हैं कि श्रेयस उठती हुई गेंदों के खिलाफ दिक्कत महसूस करते हैं। ऐसे में दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज रबाड़ा, एंगिडी और परनैल ने शॉर्ट पिच से फंसाने की कोशिश की लेकिन उन्होंने इस पर जवाबी हमले की रणनीति अपनाई। श्रेयस और सैमसन के शुरू में धीमे खेलने के बाद निचले क्रम में शार्दूल ठाकुर ने खासतौर पर दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज कसिगो रबाड़ा की धुनाई कर उनकी लय ही बिगाड़ दी थी। शीर्ष क्रम रंग में रहा तो भारत जरूर जीत के साथ सीरीज में बराबर कर सकता है। पहले वन डे में अनुभवी रबाड़ा (2/36) और सौदागर लुंगी एंगिडी जैसे दक्षिण अफ्रीका के रफ्तार के सौदागरों ने विकेट जरूर चटकाए लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने इन दोनों के साथ उसके लेफ्ट आर्म स्पिनर तबरेज शम्सी के खिलाफ मौका मिलने पर खुलकर हाथ भी खोले रन लूटे थे। भारत की दूसरे वन डे भी कोशिश यही होनी चाहिए।
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मैच का समय : दोपहर डेढ़ बजे से