- वृद्धजनों के तीर्थ यात्रा के सपने को पूरा कर रही ‘रामरथ-श्रवण अयोध्या यात्रा’, हर तरफ हो रही डॉ. राजेश्वर सिंह की अनूठी पहल की चर्चा
- वृद्धजनों के चेहरों पर मुस्कान लाने हेतु निरंतर जारी रहेगी ‘रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा’ : डॉ. राजेश्वर सिंह
रविवार दिल्ली नेटवर्क
लखनऊ : डॉ. राजेश्वर सिंह द्वारा शुरू की गई ‘रामरथ-श्रवण अयोध्या यात्रा’ की चर्चा अब केवल सरोजनीनगर तक ही सीमित नहीं है, इस अनूठी पहल की चर्चा पूरे देश में हो रही है। निरंतर संचालित इस यात्रा के माध्यम से सरोजनीनगर के वृद्धजनों के तीर्थयात्रा का सपना पूरा हो रहा है।
रविवार को ‘रामरथ-श्रवण अयोध्या यात्रा’ को ग्राम सभा सैदपुर पुरही से संचालित किया गया। अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए बस श्रद्धालुओं को लेकर रवाना हुई। पूरी यात्रा के दौरान लगातार भक्ति गीत और भजनों को सुना कर श्रद्धालुओं की इस यात्रा को भक्ति के रंग से सराबोर रखा गया। उपस्थिति वालंटियर्स ने सभी वृद्धजनों के खाने पीने से लेकर हर प्रकार की सुविधा का ध्यान रखा।
अयोध्या पहुंचकर सभी ने रामलला के दर्शन किए एवं मंदिर निर्माण कार्य भी देखा। वापसी में सभी को श्रीमद्भगवद्गीता की प्रति भेंट की गई। डॉ. राजेश्वर सिंह की इस पहल की प्रशंसा करते हुए वृद्धजनों ने कहा कि आज तीर्थ यात्रा करके उन्हें काफी खुशी की अनुभूति हुई। उन्होंने जहां डॉ. राजेश्वर सिंह के बुजुर्गों के लिए इस पहल के लिए धन्यवाद दिया, वहीं उनकी काफी प्रशंसा भी की।
बता दें कि इससे पहले रामरथ के माध्यम से जैती खेड़ा, पिपरसंड, हाइडल चौराहा वृद्धाश्रम, कृष्णा लोक कॉलोनी, हसनपुर खेवली, खुर्रमपुर, नानमऊ, खटोला, बेंती, नटकुर, खांडेदेव, हिंदू खेड़ा, बरकताबाद और गोड़वा से श्रद्धालुओं को ले जाकर अयोध्या दर्शन करवाया जा चुका है। इसके अतिरिक्त सार्वजनिक शिक्षोन्नयन संस्थान वृद्धाश्रम के वृद्धजनों को नैमिषारण्य तीर्थ के दर्शन करवाए गये हैं।
इस बारे में डॉ. राजेश्वर सिंह कहना है कि वृद्धजनों के चेहरों पर मुस्कान लाना मेरा संकल्प व उनका आशीष ही मेरी पूंजी है और सरोजनीनगर के वृद्धजनों को रामलला के दर्शन कराने हेतु निरंतर संचालित है निःशुल्क ‘रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा’।