रविवार दिल्ली नेटवर्क
देहरादून : पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय में 136 उपनिरीक्षक प्रशिक्षुओं के 06 माह के पदोन्नति प्रशिक्षण का समापन समारोह आयोजित किया गया।
इस प्रशिक्षण को उप प्रधानाचार्य शेखर चन्द्र सुयाल, अपर पुलिस अधीक्षक के निकट पर्यवेक्षण में अन्तः कक्ष और बाह्य कक्ष में नियुक्त समस्त प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षुओं को पुलिस के उच्चाधिकारियों एवं विशेषज्ञ वक्ताओं को आमंत्रित कर मानवाधिकार, सी0सी0टी0एन0एस0, आपदा प्रवन्धन, बम डिस्पोजल, सर्विलांस, साइबर क्राइम, ए0टी0एस0 आदि विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया। बाह्य कक्ष प्रशिक्षण के माध्यम से प्रशिक्षुओं में अनुशासन, नेतृत्व क्षमता, शारीरिक दक्षता, टीम भावना, फायरिगं, पुलिस बल के प्रति निष्ठा एवं समर्पण का भाव आदि गुणों को विकसित करने का अथक प्रयास किया गया। इन प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण अवधि में चारधाम यात्रा एवं कांवड मेला ड्यूटी, विधान सभा चुनाव ड्यूटी पर तैनात कर फील्ड-एक्सपोजर प्रदान किया गया।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड महोदय द्वारा प्रशिक्षण में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले प्रशिक्षु उपनिरीक्षक अमनदीप सिंह, पूरन सिंह को सर्वांग सर्वोत्तम एवं प्रशिक्षण पाठ्यक्रमानुसार अन्तः कक्ष एवं बाहय कक्ष विषय में उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस/अभिसूचना/पीएसी प्रशिक्षु उपनिरीक्षक अमनदीप सिंह, प्रशिक्षु उपनिरीक्षक नरेश सिंह, प्रशिक्षु उपनिरीक्षक राजेन्द्र सिंह रावत, प्रशिक्षु उपनिरीक्षक पंकज डंगवाल एवं प्रशिक्षु उपनिरीक्षक महेन्द्र सिंह जीना को पुरूस्कृत किया गया।
मुख्य अतिथि पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड महोदय ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रशिक्षु उपनिरीक्षकों को देखकर स्पष्ट प्रतीत हो रहा है कि इन प्रशिक्षुओं मनोबल ऊॅचा है और इनका प्रशिक्षण उत्कृष्ट हुआ है। पुलिस आपदा आदि के समय पीडित और भगवान के बीच एक कडी की तरह कार्य करती है। महोदय ने कहा कि यह प्रशिक्षु प्रशिक्षण के उपरान्त समाज के बीच उत्तराखण्ड पुलिस, अपने राज्य, राष्ट्र का नाम रोशन करेंगे।