रविवार दिल्ली नेटवर्क
देहरादून/चम्पावत : ऊर्जा के अपव्यय को कम करने, ऊर्जा बचाने और इसके संरक्षण के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए ही देश में प्रति वर्ष राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस 14 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिवस प्रतिवर्ष ऊर्जा संरक्षण के लक्ष्यों तथा उद्देश्यों को मद्देनजर रखते हुए लोगों के बीच इन्हें अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए मनाया जाने के साथ ही ऊर्जा की बचत के लिए लोगों को प्रेरित किया जाता है। इस अवसर पर वैकल्पिक ऊर्जा विभाग एवं शिक्षा विभाग के तत्वाधान में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में ऊर्जा संरक्षण दिवस का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के अवसर पर जनपद स्तर पर सीनियर व जूनियर वर्ग में निबंध व चित्रकला आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय विजेताओं को जिलाधिकारी द्वारा सम्मानित किया गया। यह प्रतियोगिता सर्वप्रथम विकास खण्ड स्तर पर आयोजित की गई थी ततपश्चात सभी विजेता प्रतिभागियों की जिला स्तर पर राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें सीनियर वर्ग में निबंध प्रतियोगिता में महक राजकीय बालिका इंटर कॉलेज चंपावत, अर्पिता तड़ागी राजकीय इंटर कॉलेज सिप्टी व सचिन मुरारी होली विजडम लोहाघाट क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहे। चित्रकला प्रतियोगिता में सीनियर वर्ग में योगेश बोहरा राजकीय इंटर कॉलेज धुनाघाट, हिमानी कापड़ी राजकीय बालिका इंटर कॉलेज लोहाघाट, वरहा जोशी राजकीय बालिका इंटर कॉलेज चंपावत प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे। वहीं जूनियर वर्ग में निबंध प्रतियोगिता में ललिता गहतोड़ी राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय विसारी, किरन बिष्ट राजकीय बालिका इंटर कॉलेज चंपावत, साक्षी आर्या राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय रायकोट महर तथा चित्रकला प्रतियोगिता जूनियर वर्ग में बबीता बिष्ट राजकीय इंटर कॉलेज सिप्टी, सुमित मेहता राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय विसारी व सुनीता राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय मंगली क्रमशः प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे।
परियोजना अधिकारी उरेडा चांदनी बंसल ने कहा कि अगर हम आज ऊर्जा को संरक्षित कर रहे हैं तो हम अपने बेहतर भविष्य को बना रहे हैं। उन्होंने अक्षय ऊर्जा के महत्व के बारे में जानकारी देते हुए बताया की कल को बेहतर बनाने के लिए हमे आज से ही ऊर्जा को संरक्षित करना होगा।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने कहा कि हमें अपने संसाधनों का सतत विकास उपयोग करने के साथ ही भविष्य के लिए ऊर्जा का संरक्षण करना होगा। आज हमारी विद्युत की मांग बढ़ती जा रही है, हमें उसी के अनुरूप विद्युत की बर्बादी को भी बचना है। आने वाली पीढ़ी के लिए हमें विद्युत को बचाना है। हमें सौर ऊर्जा से विद्युत का उत्पादन करना होगा। अर्थात हमें अपने संसाधनों का पूर्ण उपयोग करना होगा। सौर ऊर्जा, हवा, पानी का उपयोग कर विद्युत पैदा करने को बढ़ाना देना होगा।
आज हाइड्रोजन से भी विद्युत उत्पादन पर कार्य चल रहा है। हमें अपने अपने स्तर से विद्युत की छोटी छोटी बचत करनी होगी। जिससे आने वाले समय मे हम अपने नोनिहलो को विरासत में ऊर्जा संसाधन दे सकें। जिलाधिकारी ने कहा कि हमें सभी ऊर्जा बचाकर अपना भविष्य बचाना होगा। वास्तव में ऊर्जा संरक्षण तब होगा, जब हम अपने स्तर से कम ऊर्जा का उपयोग करें। आज विद्युत की बचत के लिए एलीडी बल्ब आ गए हैं जो कम खपत पर अधिक बिजली दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज टैक्नोलॉजी बदल रही है, इस हेतु हम सभी को उसे अपनाना होगा। उन्होंने सभी छात्र छात्राओं से विद्युत बचाने के साथ ही अन्य को भी ऊर्जा संरक्षण के लिए प्रेरित करने की अपील की।
इस अवसर पर मुख्य शिक्षा अधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट, परियोजना अधिकारी उरेड़ा चांदनी बंसल, प्रधानाचार्य राजकीय बालिका इंटर कॉलेज चम्पावत भुवनेश्वरी फोनिया सहित विद्यालय के अध्यापिका व स्कूलों के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।