रविवार दिल्ली नेटवर्क
देहरादून : पंचकेदार में से द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट 20 नवंबर 2024 को शुभ लग्नानुसार प्रातः काल में बंद होंगे तथा तृतीय केदार श्री तुंगनाथ मंदिर के कपाट 4 नवंबर 2024 को पूर्वाह्न 11 बजे बंद होंगे। कपाट बंद होने के बाद श्री मद्महेश्वर भगवान की चल विग्रह उत्सव डोली विभिन्न पड़ावों से होकर शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी। तथा 23 नवंबर को मद्महेश्वर मेला आयोजित होगा।
श्री बदरीनाथ -केदारनाथ मंदिर समिति मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट बंद होने की तिथि पंचकेदार गद्दस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ तथा तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट बंद होने की तिथि शीतकालीन गद्दीस्थल श्री मर्केटेश्वर मंदिर मक्कूमठ में आज विजयादशमी/दशहरे के शुभ अवसर पर पंचांग गणना पश्चात घोषित हुई तथा मद्महेश्वर मेला तथा देव डोलियों के शीतकालीन गद्दीस्थल पहुंचने का कार्यक्रम भी घोषित हो गया।
श्री मद्महेश्वर जी के कपाट बंद होने के बाद भगवान मद्महेश्वर जी की चल विग्रह डोली 20 नवंबर को प्रथम पड़ाव गौडार गांव 21 नवंबर को दूसरे पड़ाव रांसी 22 नवंबर गिरिया तथा 23 श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी। शनिवार 23 नवंबर को श्री मद्महेश्वर मेला संपन्न होगा।
श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ प्रभारी/प्रशासनिक अधिकारी रमेश नेगी तथा प्रबंधक बलबीर नेगी ने संयुक्त बयान में बताया है कि इस यात्रा वर्ष 13372 श्रद्धालुओं ने द्वितीय केदार मद्महेश्वर तथा 140322 श्रद्धालुओं ने तृतीय केदार श्री तुंगनाथ जी के दर्शन किये।
तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट बंद होने के बाद तृतीय केदार तुंगनाथ जी की चल विग्रह उत्सव डोली 4 नवंबर को प्रथम पड़ाव चोपता पहुंचेगी 5 नवंबर को भनकुन गुफा 6 नवंबर को भी भनकुन प्रवास करेगी तथा बृहस्पतिवार 7 नवंबर को शीतकाल गद्दीस्थल श्री मर्केटेश्वर मंदिर मक्कूमठ मंदिर गर्भ गृह में शीतकाल हेतु विराजमान हो जायेगी।