अजय कुमार
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की नौ सीटों पर हुए विधानसभा के उपचुनाव के नतीजे आने के बाद अब राजनैतिक पंडितों की नजर अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर लगी हुई है। हालांकि अभी तक चुनाव की तारीख घोषित नहीं की गई है लेकिन समाजवादी पार्टी ने यहां से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। समाजवादी पार्टी ने सांसद अवधेश प्रसाद के पुत्र अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी का अभी नाम सामने नहीं आया है,जबकि टिकट के दावेदारों की लम्बी लिस्ट मौजूद है ।सपा ने यहां के पूर्व विधायक और अब सांसद अवधेश प्रसाद के पुत्र अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा से प्रत्याशी की घोषणा भले नहीं हुई, लेकिन मतदाताओं को साधने के लिए मंत्रियों ने मिल्कीपुर को फिर से मथना आरंभ कर दिया है। इसकी शुरुआत जिले के प्रभारी मंत्री सूर्यप्रताप शाही के दौरे से हुई है। राज्य की नौ विधानसभा सीटों के उपचुनाव के कारण मिल्कीपुर में राजनीतिक हलचल थोड़ी मंद पड़ गई थी, जो फिर से आरंभ हो गई है।
बता दें प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही के साथ ही खेल मंत्री गिरीश यादव, खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री सतीश शर्मा व राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह को मिल्कीपुर उप चुनाव की जिम्मेदारी दी गई है। माना जा रहा है कि दो से तीन दिनों में अन्य मंत्री भी मिल्कीपुर में डेरा डालेंगे। मिल्कीपुर उप चुनाव में भाजपा से आधा दर्जन से ज्यादा नेता टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।
मिल्कीपुर से विधायक रहे गोरखनाथ बाबा स्वाभाविक दावेदार हैं। जिला महामंत्री राधेश्याम त्यागी भी टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। वह संगठन में अनेक पदों पर रह चुके हैं।उनके साथ ही परिवहन विभाग के उप आयुक्त सुरेंद्र कुमार रावत, पूर्व विधायक रामू प्रियदर्शी, चंद्रभानु पासवान, विनय रावत, चंद्रकेतु, ब्रजेश कुमार पासवान भी टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।
बता दे मिल्कीपुर विधान सभा के लिये उपचुनाव इसलिये नहीं हो पाये थे क्योंकि हाई कोर्ट में इसको लेकर विवाद चल रहा था,लेकिन अब विवाद समाप्त हो गया है। मिल्कीपुर उप चुनाव का रास्ता साफ होने के बाद भारतीय जनता पार्टी व समाजवादी पार्टी में सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। कोर्ट ने पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा की तरफ से याचिका वापस लेने के प्रार्थना पत्र पर आपत्ति न होने से उसे स्वीकार कर खारिज कर दिया। दरअसल, 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर अवधेश प्रसाद मिल्कीपुर से विधायक निर्वाचित हुए थे। भाजपा उम्मीदवार गोरखनाथ बाबा ने उनके निर्वाचन को हाई कोर्ट में चुनौती दी थी। उस याचिका के विचाराधीन होने से निर्वाचन आयोग ने प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों के उप चुनावों के साथ मिल्कीपुर का कार्यक्रम घोषित नहीं किया था।