राम राज्य अर्थात समता मूलक समरस समाज : अरविंद भाई ओझा

Ram Rajya means an egalitarian and harmonious society: Arvind Bhai Ojha

मनीष कुमार त्यागी

पिलखुवा : प्रसिद्ध कथा व्यास अरविंद भाई ओझा सरस्वती शिशु विद्या मन्दिर परतापुर पिलखुवा की सहायतार्थ राम कथा कर रहे हैं। राम कथा में आज कथा व्यास अरविंद भाई ओझा ने रामराज्य की चर्चा करते हुए कहा की राम जब अयोध्या के राजा बने तो उन्होंने चारों वर्ण के लिए एक ही घाट बनाया, राजा और प्रजा सभी एक ही घाट पर स्नान करते थे, अर्थात राम ने समरसता पूर्ण समाज की स्थापना की समरसता युक्त समाज ही राम राज्य है।

कथा व्यास अरविंद भाई ओझा ने कहा कि सुन्दर कांड की कथा भगवान की भक्तों पर अनुग्रह की कथा है, भगवान हमे बताना चाहते है की जो-जो मुझसे व स्वयं धर्म के कर्तव्यों से विमुख हो जाते है, मै उन्हें अपने सम्मुख करने के लिए स्वयं प्रयास करता हूँ और शरणागति के लिए हनुमान जी जैसे आचार्य को भी भेज कर कर्म ( पुरुषार्थ ) करवाता हूँ।

उन्होंने कहा कि जीवन को सुखद बनाने का साधन भक्ति है जो भगवान की शरणागति से प्राप्त होती है, अन्यथा ज्ञानी पुरूष तो अर्जुन की तरह प्रश्न करता रहता है, यही ज्ञान जब भक्ति की अग्नि पर तपता है, तभी जीवन में वैराग्य उत्पन होता है और वैराग्यवान भक्त को भगवान अभय करते हैं।

उन्होंने कहा कि लंका में माँ जानकी की स्थिति को देखकर हनुमान जी को अपना शिव रूप याद आ गया और उन्होंने अपने कोप से लंका को जला दिया। सुन्दर कांड में माँ जानकी हमे संदेश देना चाहती है की मृत्यु का भय होने पर भी हमे अपने सतित्व की रक्षा कैसे करनी चाहिए, इसलिए आज हमें अपनी बेटियों को राजा दाहिर पुत्रियों सूर्या, परमाल, हांडा रानी, दुर्गावती, झलकारी बाई व लक्ष्मी बाई की कहानियां सुननी चाहिए।

कथा व्यास अरविंद भाई ओझा ने कहा कि भगवान राम ने शबरी को भक्ति का उपदेश देते हुए कहा कि मैं जाति कुल धर्म धन बल किसी को नहीं मानता, मैं केवल एक भक्ति के संबंध को मानता हूं और जो मुझे भक्ति के नाते प्रेम करता है मैं और जो व्यक्ति मुझ पर आश्रित होकर जीवन को जीता है, मैं सदा उसके भरण पोषण रक्षण की चिंता करता हूं जैसे मां अपने अबोध बालक की देखरेख करती है उसी प्रकार मैं अपने भक्तों की देखभाल करता हूं।

आज कथा में मुख्य यजमान विक्रांत तोमर, राकेश कश्यप, नरेश चौधरी, ब्लॉक प्रमुख निशांत सिसोदिया, अजीत तोमर पूर्व सांसद प्रतिनिधि, भानु सिसोदिया, राजीव, अमर किशन गाजियाबाद, जितेंद्र तोमर, राजकुमार कश्यप, राजू, देवेंद्र गौड़, सचिन तोमर ओमपाल फौजी आदि उपस्थित रहे।