तीनों राज्यों के मुख्यमंत्री के चयन में विलम्ब, कांग्रेस ने भाजपा को घेरा

विनोद कुमार सिंह सिंह

नई दिल्ली : पाँच राज्यों के विधान सभा के चुनाव का शोर शांत हो गया है। राज्यों में विजय पाने वाले पार्टी के कार्यकर्ताओं की जीत के जश्न की जयघोष के स्वर भी धीमी हो गई।विगत 5 राज्यो के विधान सभा के चुनाव में तीन राज्यो में जनता द्वारा विजय श्री का ना केवल आर्शीवाद दिया बल्कि प्रचंड़ बहुमत दिया। ये तीनों मध्य प्रदेश,छत्तीसगढ़ और राजस्थान के मुख्यमंत्री के नामों में देरी से कई सवाल खड़े हो गए है।खास कर यह मामला तब तुल पकड़ गया जब कांग्रेस पार्टी ने तेलंगाना में ए. रेवंत रेड्डी नाम की घोषणा कर बल्कि बीते गुरुवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है, वहीं दूसरी तरफ भाजपा तीन राज्यों में प्रचंड बहुमत से विजयी भारतीय जनता पार्टी नेअपने मुख्यमंत्रियों के नाम फाइनल नहीं कर पाई है।इसे लेकर अब कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है।

दरअसल मध्य प्रदेश समेत राजस्थान और छत्तीसगढ़ के लिए भाजपा मुख्यमंत्रियों के नामों की घोषणा नहीं कर पाई है। इसे लेकर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए कहा, कि 3 दिसंबर को चुनाव परिणाम आने के 24 घंटे से भी कम समय में, तथाकथित देरी के लिए मीडिया में सभी और विविध लोगों द्वारा कांग्रेस पार्टी की आलोचना की जा रही थी।तेलंगाना के लिए हमारे मुख्यमंत्री की घोषणा कल की गई थी और वह आज दोपहर एक बजे पदभार संभाल रहे हैं। इसके साथ ही रमेश ने कहा कि लेकिन तीन दिन बीत गए और भाजपा छत्तीसगढ़,मध्य प्रदेश और राजस्थान के लिए अपने मुख्यमंत्रियों की घोषणा भी नहीं कर पाई है।वास्तव में इस देरी के लिए भाजपा से सवाल आज क्यों नहीं पूछ जा रहा है? खास कर वह तपका जो भाजपा के प्रबल व प्रखर प्रवक्ता बनकर बयान बाजी करने का कोई मौका नही चुकते है।

गौरतलब है कि कांग्रेस ने तेलंगाना राज्य प्रमुख रेवंत रेड्डी को दक्षिणी राज्य का अगला मुख्यमंत्री घोषित करते हुए आज शपथ समारोह भी आयोजित कर उनके साथ ही 11 मंत्रियों को भी शपथ दिलवा दी है।वहीं दूसरी तरफ राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के अगले मुख्यमंत्रियों के नामों पर विचार-विमर्श और निर्णय लेने के लिए भाजपा में लगातार चर्चा और विचार-विमर्श जारी है।