कौन बनेगा राजस्थान,छत्तीसगढ़ एवं मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री?

गोपेंद्र नाथ भट्ट

देश के तीन प्रदेशों राजस्थान,छत्तीसगढ़ एवं मध्य प्रदेश में विधान सभा का चुनाव जीतने के बाद अब भाजपा में मुख्य मंत्री के नामों की चर्चा शुरू हों गई है।

देश के सबसे बड़े भौगोलिक प्रदेश राजस्थान की सात करोड़ जनता बेसब्री से जानना चाहती है प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी राजस्थान की बाग़दौड़ किसे सौपंगे और इस बार राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन बनेगा?

वैसे राजस्थान के मुख्यमंत्री के लिए कई नाम चल रहे है। इनमें सबसे अधिक चर्चाओं में पूर्व मुख्य मंत्री वसुन्धरा राजे नाम रहा है। वसुन्धरा राजे के अलावा जयपुर की राज कुमारी दिया कुमारी अलवर के सांसद और तिज़ारा से हाल ही चुनाव जीत कर विधायक बने महन्त बालक नाथ के साथ ही पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सांसद राज्यवर्द्धन सिंह केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत केन्द्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और अर्जुन राम मेघवाल के अलावा प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सांसद सी पी जोशी आदि कुछ नाम सबसे आगे चर्चाओं में हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे से जयपुर में सोमवार को करीब पच्चास विधायकों ने भेंट की है।

प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के काम करने के ढंग को नज़दीक से जानने वाले लोग बताते है कि राजस्थान ही नही मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी प्रधानमंत्री मोदी की पसन्द के नेता ही बनेंगेन और कोई आश्चर्य नही कि गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और महाराष्ट्र के उप मुख्य मंत्री देवेन्द्र फड़नवीस की तरह ही राजस्थान मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में भी कोई ऐसा नेता मुख्य मंत्री बन सकता है जिसका नाम अभी तक चर्चाओं में ही नही रहा है।

छग और एमपी के मुख्य मंत्री चुनने में रहेगी राजस्थान के नेताओं की भी अहम भूमिका

इस बार छत्तीसगढ़ एवं मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री का चयन करने में राजस्थान के खाँटी नेता ओम माथुर और भूपेंद्र यादव की भी अहम भूमिका रहेंगी।

बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने विधानसभा चुनावों से पहलें चार राज्‍यों में अपने चुनाव प्रभारियों की गत जुलाई में नियुक्ति की थी ।

छत्तीसगढ़ राज्‍य में राज्‍यसभा के पूर्व सदस्‍य राजस्थान के वरिष्ठ भाजपा नेता ओपी माथुर को प्रभारी और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को सह-प्रभारी बनाया गया था।

इसी प्रकार केंद्रीय मंत्री राजस्थान के भूपेंद्र यादव को मध्‍यप्रदेश का प्रभारी एवं केन्द्रीय मंत्री राजस्थान के ही अश्विनी वैष्णव को सह-प्रभारी नियुक्‍त किया गया। इसके अलावा तेलंगाना में बीजेपी सांसद प्रकाश जावड़ेकर को प्रभारी बनाया और राजस्थान के ही सुनील बंसल को सह-प्रभारी के तौर पर लगाया गया था । इसी तरह केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी को राजस्‍थान का प्रभारी और गुजरात के पूर्व उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल एवं कुलदीप विश्नोई सह-प्रभारी बनाए लगाया गया था ।

अब राजस्थान के साथ ही जब मध्य प्रदेश और छत्तीस गढ़ में भी भाजपा विधान सभा चुनाव जीत गई तो इसके बाद इन प्रदेशों में नए मुख्य मंत्री चुनने का समय आ गया है । ऐसे में मध्य प्रदेश और छत्तीस गढ़ में राजस्थान के वरिष्ठ भाजपा नेता ओपी माथुर और भूपेंद्र यादव की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जा रही है और उनकी अनुशंसाओं पर भाजपा किसी निर्णय पर पहुँचेगा,इससे इंकार नही किया जा सकता। वैसे मध्य प्रदेश में अट्ठारह वर्षों से मुख्यमंत्री चल रहे शिव राज सिंह चौहान और छत्तीस गढ़ में पिछलें पाँच वर्षों से विपक्ष की भूमिका निभा रहें पूर्व मुख्य मंत्री रमण सिंह का नाम मुख्य मंत्री की रेस में सबसे आगे चल रहा है।

राजस्थान मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के मुख्य मंत्री बनाते समय भाजपा का शीर्ष नेतृत्व अगले वर्ष होने वाले लोकसभा के आम चुनावों में पार्टी को जिताने की बात को अपने ज़ेहन में अवश्य रखेगा और मुख्यमंत्रियों के नामों का चुनाव और फ़ैसलें भी तदनुरूप ही लिए जायेंगे ऐसा लगता है अथवा बिल्कुल ही नए चेहरे सामने आ सकते हैं।

देखना है कि राजस्थान और मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के मुख्य मंत्री के लिए पार्टी नेतृत्व अपने पुराने नेताओं में से ही किसी नेता को मुख्यमंत्री बनायेगा अथवा इस बार कोई नए चेहरे सामने आयेंगे?