- भारत और कुवैत के बीच फाइनल में बेहद रोमांचक मुकाबले की आस
- रेड कार्ड के चलते बाहर अपने चीफ कोच स्टीमैक की कमी अखरेगी भारत को
- खालेद की अगुआई में कुवैत की कोशिश भारत के कप्तान छेत्री को रोकने की
- भारत के फु़लबैक आकाश पर कुवैत के स्ट्राइकर फनेनी को रोकने का जिम्मा
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : फुटबॉल में दुनिया में गोल करने में फिलहाल चौथे नंबर पर चल रहे करिश्माई स्ट्राइकर और कप्तान सुनील छेत्री (कुल 92 गोल) पर दमदार प्रदर्शन जारी रख मौजूदा और आठ बार के चैंपियन अजेय भारत को कुवैत के खिलाफ बेंगलुरू के श्री कांतिवीरा स्टेडियम में सैफ फुटबॉल चैंपियनशिप के फाइनल में भी मंगलवार को जिताने के साथ फिर खिताब जिताने का दारोमदार है। स्ट्राइकर सुनील छेत्री के साथ अपने ‘किलेÓ के प्रहरी गोलरक्षक गुरप्रीत संधू से भी मौजूदा और आठ बार का चैंपियन भारत फाइनल में फिर मुस्तैदी से चौकसी की आस लगाए है। 12 वी सैफ फुटबॉल चैंपियनशिप इसलिए भी खास है कि इसमें कुवैत और लेबनान की जैसी ï विशेष रूप से आमंत्रित उत्कृष्ट टीमें भी हिस्सा ले रही हैं। एएफसी एशियन कप की तैयारी में जुटे भारत के लिए अच्छी बात है उसे सैफ चैंपियनशिप में दक्षिण एशिया की पाकिस्तान और नेपाल जैसी टीमों के साथ लेबनान और कुवैत जैसी बेहतरीन टीमों के खिलाफ भी खेलने का मौका मिला।
सुनील छेत्री ने पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में शानदार हैट-ट्रिक जमा भारत को जीत दिलाने से आगाज करने के साथ कुवैत के खिलाफ ग्रुप ए के मैच में गोल कर बढ़त दिलाई लेकिन बदकिस्मती से आखिरी क्षणों में अनवर अली ‘आत्मघातीÓ गोल से उसे यह मैच ड्रॉ खेलने पर मजबूर होना पड़ा था। भारत और कुवैत की टीमें अजेय रहकर फाइनल में पहुंची हैं। भारत और कुवैत के बीच जिस तरह ग्रुप ए का मैच बेहद रोमांचक और संघर्षपूर्ण मैच ड्रॉ रहा था उसके मद्देनजर मंगलवार को फाइनल में भी दोनों टीमों के बीच बेहद रोमांचक और कड़े मुकाबले की आस की जा रही है। कप्तान सुनील छेत्री और भारत के लिए उत्साहवद्र्धक बात है अपने घर बेंगलुरू में सैफ चैंपियनशिप में दमदार प्रदर्शन के चलते भारत फीफा रैंकिंग में शीर्ष सौ में पहुंच गया है। सुनील छेत्री ने सैफ चैंपियनशिप में बेंगलुरू में अब मालदीव के अली अशफाक के कुल सबसे ज्यादा 23 गाोल करने की भी बराबरी कर ली। साथ ही सुनील छेत्री पाकिस्तान के खिलाफ हैट्रिक जमाने के साथ मलयेशिया के मुखतार दाहरी (कुल 89 गोल) को छोड़ कर एशियाई फुटबाल में दूसरे सबसे ज्यादा गोल करने वाले फुटबॉलर बन गए।
पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में शानदार हैट्रिक जमा आगाज करने वाले भारत के कप्तान सुनील छेत्री मौजूदा सैफ चैंपियनशिप में फिलहाल पांच गोल कर शीर्ष पर चल रहे हैं। सुनील छेत्री खुद गोल करना तो खूब जानते हैं अपने नौजवान साथियों के साथ गोल के लिए गोल के अभियान बनाने में भी उनका जवाब नहीं है। भारत को अपने चतुर क्रोअशियाई चीफ फुटबॉल कोच इगोर स्टीमक को कुवैत के खिलाफ ग्रुप मैच में दूसरा रेड कार्ड दिखाए जाने के चलते फाइनल के लिए भी बाहर किए जाने से मैदान से बाहर अपने डग आउट में उनकी रणनीति की कमी अखरेगी। भारत की खुशकिस्मती है कि उसके पास सहायक कोच महेश गावली के रूप में फाइनल में एक बेहद शांत कोच मौजूदा रहेगा।
कप्तान सुनील छेत्री ने भारत के लिए अब अब तक 141 मैच खेल कर सबसे ज्यादा 92 गोल किए हैं। छेत्री से अब दुनिया में सबसे ज्यादा गोल करने में मात्र तीन फुटबॉलर- पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रॉनाल्डो( 200 मैच, 123 गोल), ईरान के अली देई(148 मैच, 109 गोल) और अर्जेंटीना के लियोनल मैसी (175 मैच, 103 गोल) ही आगे हैं। यह एक सुखद है कि भारत के कप्तान छेत्री सहित रॉनाल्डो और मैसी अभी भी अपने अपने देश के लिए अंतर्राष्टï्रीय फुटबॉल खेल रहे हैं।
कुवैत की कोशिश अपने फुलबैक खालेद इब्राहित हाजिया की अगुआई में भारत के कप्तान और स्ट्राइकर सुनील छेत्री की मजबूत घेरेबंदी कर उन्हें और भारत को गोल करने से रोकने की होगी। सुनील छेत्री को अकेले रोकना खालेद के लिए टेढी खीर साबित होगा इसके लिए वह अपने साथी फुलबैक की पूरी मदद चाहेंगे क्योंकि भारत के कप्तान भी में किसी भी मुश्किल स्थिति और कोण से गोल करने का दम है। वही कुवैत का गोल करने का दारोमदार मुबारक अली फनेनी पर रहेगा। भारत के नौजवान लेकिन बेहद मुस्तैद फुलबैक आकाश मिश्रा पर अब फाइनल के लिए उपलब्ध अनुभवी फुलबैक संदेश झींगन के साथ मिलकर मुबारक पर लगाम कर उन पर लगाम लगा कुवैत को गोल करने से रोकनी होगी। आकाश ने खासतौर पर सेमीफाइनल में बतौर लेबनान के खिलाफ बदलू खिलाड़ी उतर कर जिस तरह उसके स्ट्राइकरों की मजबूत चौकसी कर उन्हें गोल करने से रोका था उससे भारत की उनसे उम्मीदें बहुत बढ़ गई हैं। यदि भारत आकाश को फाइनल में शुरुआती एकादश में शामिल करता है तो फिर उसे शुरू में शुभाशीष बोस को बाहर रखना पड़ेगा। फनेनी बॉक्स के भीतर अपने अचूक क्रॉसों के कारण कुवैत के सबसे खतरनाक विंगर माने जाते हैं। आकाश, संदेश सहित भारतीय रक्षापंक्ति को फनेनी की मजबूत चौकसी कर उन्हें अपने साथी कुवैती खिलाड़ी के लिए क्रॉस फेंकने से रोकना होगा।
‘हम भारतीय टीम के सभी साथी फुटबॉलर पिछले 50 दिन से साथ है। भारतीय फुटबॉल टीम ने पिछले 22 दिनों में भुवनेश्वर में इंटरकॉन्टिनेंटल कप के बाद अब बेगलुरू में सैफ चैंपियनशिन सहित आठ मैच खेले हैं। हम खुशकिस्मत हैं कि व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद हमारे सभी खिलाड़ी पूरी तरह फिट है। हमारे स्ट्रेंग्थ और कंडीशनिंग कोच लुका रमजान ने हमारी टीम के सभी खिलाडिय़ों को फिट रखने का शानदार काम किया है। मेरा मानना लंबा शिविर हमेशा मददगार होता है। अब हम कुवैत के खिलाफ फाइनल के लिए पूरी तरह तैयार हैं। अब भले ही अनवर अली की कुवैत के खिलाफ ग्रुप मैच में गलती हमें भारी पड़ी और हमें जीत से महरूम रह कर मैच ड्रॉ खेलने पर मजबूर होना पड़ा। बावजूद इसके मैं यह कहूंगा कि 22 बरस के अनवर बेहद शांत और मजबूत डिफेंडर हैं और वह भारत के भविष्य के डिेंडर हैं। उनके दोनो पैर बहुत तेजी से चलते हैं और वह आत्मविश्वास से भरे हैं।
-महेश गावली, भारत के सहायक कोच
‘हमारा कुवैत के खिलाफ ग्रुप मैच खासा बढिय़ा रहा। बेशक फाइनल खासा संघर्षपूर्ण रहना वाना है। हमें फाइनल के लिए शारीरिक और जेहनी तौर पर मजबूत रहने की जरूरत है।
– अनिरुद्ध थापा, भारत के मिडफील्डर
फाइनल का समय : शाम साढ़े सात बजे से