दुर्गेश रायकवार
भोपाल : मध्यप्रदेश अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल अधोसंरचना विकास में अन्य राज्यों से आगे निकल गया है। अब एक जिले में एक खेल परिसर का विकास करने की योजना पर काम शुरू हो गया है। खेल और खिलाड़ियों को मध्यप्रदेश नई दिशा दे रहा है। साथ ही युवा कल्याण की दिशा में भी सुविचारित प्रयास हो रहे हैं। मध्यप्रदेश ने जहाँ राष्ट्रीय स्पोर्ट्स मैप में विशिष्ट स्थान बनाया है, वहीं युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने और स्व-रोजगार से जोड़ने की दिशा में भी बेहतर काम किया है। खेल अधोसंरचना विस्तार, प्रशिक्षण की गुणवत्ता में सुधार और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन से उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त हुए हैं। खेल अकादमियों के संचालन, पुरस्कार, विशेष छात्रवृत्ति, नकद पुरस्कार और खेल संघों को खेल प्रतियोगिता के आयोजनों की श्रंखला शुरू कर मध्यप्रदेश अब देश का स्पोर्ट्स-हब बन गया है। अन्य राज्य अब मध्यप्रदेश के इस खेल मॉडल का अनुसरण कर रहे हैं।
युवा कल्याण
मध्यप्रदेश में सरकारी नौकरियों के लिये चयनित लगभग 11 हजार उम्मीदवारों को नियुक्ति-पत्र सौंपे गये हैं। स्टार्ट-अप को प्रोत्साहित करने के लिये नई पहल के तहत मध्यप्रदेश के स्टार्ट-अप को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में सहभागिता के लिये 50 हजार रुपये से डेढ़ लाख रुपये तक वित्तीय सहायता का प्रावधान किया गया है। मध्यप्रदेश में राज्य स्तरीय रोजगार दिवस के अवसर पर रिकॉर्ड 7 लाख युवाओं को 5 हजार करोड़ रुपये का स्व-रोजगार ऋण वितरित किया गया। राज्य शासन द्वारा अग्निवीर योजना में युवाओं का अधिक से अधिक चयन हो, इस उद्देश्य से 360 घंटे प्रशिक्षण प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना में फरवरी-2024 में 8 हजार चयनित प्रशिक्षणार्थियों को 6 करोड़ 60 लाख रुपये स्टाइपेंड सिंगल क्लिक के माध्यम से वितरित किये गये हैं।
खेल अकादमियों के संचालन में विभाग द्वारा 18 खेलों की 11 अकादमियाँ संचालित की जा रही है। खेल अकादमियों में 996 खिलाड़ियों को बोर्डिंग एवं डे-बोर्डिंग योजना अंतर्गत प्रवेश देकर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएँ उपलब्ध करवाई जा रही है।
भारत सरकार द्वारा मध्यप्रदेश के 3 खिलाड़ियों यथा शूटिंग खिलाडी ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर, हॉकी खिलाड़ी सुशीला चानू, केनोइंग-क्याकिंग की पैरा खिलाड़ी प्राची यादव को अर्जुन अवॉर्ड एवं हॉकी ओलंपियन के प्रशिक्षक श्री शिवेन्द्र सिंह को द्रोणाचार्य अवार्ड-2023 से सम्मानित किया गया। मध्यप्रदेश राज्य को 23 साल बाद यह अवसर मिला है, जब मध्यप्रदेश के एक साथ 3 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड एवं एक प्रशिक्षक को द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। गोवा में 37वीं राष्ट्रीय खेल में मध्यप्रदेश के 416 खिलाडियों द्वारा 37 खेलों में प्रतिभागिता कर 112 पदक (37-स्वर्ण, 36-रजत, 39-काँस्य) प्राप्त कर पदक तालिका में चौथा स्थान प्राप्त किया। यह हमारे खिलाड़ियों का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। खेलो इण्डिया यूथ गेम्स-2022 में मध्यप्रदेश तीसरे स्थान पर रहा था। एशियन गेम्स-2023 होंगजाउ चायना में मध्यप्रदेश ने पिछले एशियन गेम्स के मुकाबले 4 गुना ज्यादा पदक अर्जित किये थे।
खेलों में मध्यप्रदेश अन्य राज्यों के लिए रोल मॉडल
गुजरात, राजस्थान, छत्तीसगढ़, जम्मू कश्मीर, मेघालय, उड़ीसा, गोवा, अंडमान-निकोबार, राज्यों के लिए मध्यप्रदेश रोल मॉडल बना गया है। इन राज्यों के प्रतिनिधि मध्यप्रदेश के स्पोर्ट्स अरेजमेंट्स एवं मैनेजमेंट का अध्ययन करने मध्यप्रदेश आये थे। अधिकांश राज्य मध्यप्रदेश के खेल मॉडल का अनुसरण कर रहे हैं।
खेलो एमपी यूथ गेम्स
खेलों इण्डिया यूथ गेम्स-2022 की तर्ज पर राज्य में खेलो एमपी यूथ गेम्स-2023 का आयोजन मध्यप्रदेश के सभी जिलो में किया गया, जिसमें 1,68,984 खिलाड़ियों द्वारा अपने क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व किया गया। यह आयोजन निरंतर प्रतिवर्ष किया जायेगा। भोपाल को स्पोर्ट्स हब तथा प्रदेश में स्पोर्ट्स टूरिज्म को बढ़ाने के लिये नाथू-बरखेडा स्पोर्ट्स साईंस सेन्टर की स्थापना की जा रही है। प्रथम चरण में एथलेटिक्स सिंथेटिक ट्रेक मय फुटबॉल स्टेडियम एवं हॉकी सिंथेटिक टर्फ मय पेवेलियन द्वितीय चरण में “इंडोर स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स’’ का निर्माण तथा तृतीय चरण में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। इसके लिये विभाग द्वारा 985 करोड़ 76 लाख रुपये का व्यय किया जायेगा।
खेल अधोसंरचना का विस्तार
अन्तर्राष्ट्रीय/राष्ट्रीय स्तर की खेल अधोसंरचना निर्माण में मध्यप्रदेश अग्रणी राज्यों की श्रेणी में है। प्रदेश में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के 18 हॉकी टर्फ निर्मित है तथा 3 हॉकी टर्फ निर्माणाधीन है। इसी प्रकार अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के 10 एथलेटिक्स सिंथेटिक टर्फ निर्मित है। विभाग के स्वामित्व के 107 स्टेडियम/खेल प्रशिक्षण केन्द्र निर्मित है तथा 56 निर्माणाधीन है।
37 वर्षों के बाद टोक्यो ओलम्पिक-2020 में मध्यप्रदेश के खेल अकादमियों के खिलाडियों द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन कर 10 खिलाड़ियों द्वारा सहभागिता की गई एवं पुरूष हॉकी में एक कांस्य पदक प्राप्त किया गया। पेरिस ओलम्पिक और पैरालम्पिक्स में भाग लेने वाले भारतीय दल में अब तक मध्यप्रदेश के 4 खिलाड़ी – ऐश्वर्य प्रताप सिंह शूटिंग (ओलम्पिक), प्राची यादव, पूजा ओझा, क्याकिंग-केनोइंग, कपिल परमार ब्लाइंड जूडो (पैरालम्पिक) का चयन हो चुका हैं। अभी और खिलाड़ियों के चयनित होने की संभावना है।
“माँ तुझे प्रणाम’’
शासन द्वारा प्रदेश के युवाओं में देश की सीमाओं की सुरक्षा के प्रति जागृति लाने, राष्ट्र के प्रति समर्पण, साहस की भावना जाग्रत करने एवं युवाओं को सेना तथा अर्द्ध-सैनिक बलों के प्रति आकर्षित करने के उद्देश्य से “माँ तुझे प्रणाम” योजना वर्ष-2013 में शुरू की गई। योजना में प्रदेश के 15 से 25 वर्ष के आयु के युवाओं को चयनित कर देश की अंतर्राष्ट्रीय सीमा भ्रमण के लिए ले जाया जाता है। योजना अंतर्गत युवाओं को लेह-लद्दाख, कारगिल-द्रास, आर.एस.पुरा जम्मू-कश्मीर वाघा-हुसैनी वाला पंजाब, तनोत माता का मंदिर लोंगेवाल, बीकानेर, बाड़मेर राजस्थान, कोच्ची केरल नाथूला दर्रा सिक्किम, तुरा मेघालय, पेट्रापोल, जयगांव पश्चिम बंगाल, अंडमान-निकोबार, केवडिया गुजरात और कन्याकुमारी तमिलनाडू की अनुभव यात्रा करवायी गई। माँ तुझे प्रणाम योजना में शुरू से अब तक मध्यप्रदेश के 15,516 युवाओं को देश की विभिन्न राष्ट्रीय सीमाओं की अनुभव यात्रा करवाई जा चुकी है।
वन डिस्ट्रिक्ट-वन स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स
मध्यप्रदेश में वन डिस्ट्रिक्ट-वन स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स योजना शुरू की जाएगी। इसमें प्रत्येक जिले में एक स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का निर्माण किया जायेगा। ब्रेक-डांस अकादमी की स्थापना की जा रही है। ई-स्पोर्ट्स अकादमी एवं उज्जैन में मलखम्ब व जिम्नास्टिक अकादमी की स्थापना की जाना प्रस्तावित है। वन डिस्ट्रिक्ट-वन स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स योजना अंतर्गत भविष्य की आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुए खेल अधोसंरचना को 4 श्रेणी राजभोगी शहर, संभागीय मुख्यालय, बड़े जिला मुख्यालय, छोटे जिला मुख्यालय में स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स स्थापित करने की कार्य-योजना तैयार की जायेगी। खेल संघों की खेल प्रतियोगिताओं एवं पंजीकृत खिलाड़ियों की जानकारी ऑनलाइन की जायेगी।
मध्यप्रदेश में खेल अधोसंरचना का निर्माण, जन निजी भागीदारी योजना से किया जाना है। मध्यप्रदेश के प्रतिभावान खिलाड़ियों का खेल अकादमियों में चयन हो सके, इसके लिये प्रत्येक खेल अकादमी में न्यूनतम 5 फीडर सेंटर स्थापित किये जायेंगे। माह अक्टूबर-2024 में आयोजित नेशनल गेम्स, उत्तराखण्ड-2024 में मध्यप्रदेश से अधिकाधिक खिलाड़ियों द्वारा सहभागिता कर पदक अर्जित करने के प्रयास किये जा रहे हैं। ओलम्पिक गेम्स-2024 में पुलिस विभाग में प्रतिवर्ष उत्कृष्ट खिलाड़ियों को सब इंसपेक्टर के 10 पद एवं कांस्टेबल के 50 पदों पर नियुक्ति की जायेगी।