रविवार दिल्ली नेटवर्क
जयपुर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने घोषणा की है कि अब वर्ष में 6 की जगह 9 महीने गौशालाओं को सरकारी अनुदान मिलेगा जिससे गौशालाओं को संबल प्राप्त होगा। मुख्यमंत्री रविवार को सांगानेर स्थित पिंजरापोल गौशाला में राजस्थान गौ सेवा समिति की ओर से आयोजित गौ रक्षा संत हुंकार सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 1.56 करोड़ रूपये के अनुदान से प्रत्येक ब्लॉक में नन्दी शालाएं खोली जा रही हैं, जिससे बेसहारा गौवंश को आश्रय मिलेगा।
श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार 1 करोड़ रूपये के अनुदान से सभी ग्राम पंचायतों में सामाजिक संगठनों के सहयोग से गौशालाएं खोलने जा रही है। गौवंश का संवद्र्धन करने, गौशालाएं खोलने में आने वाली सभी प्रकार की प्रशासनिक अड़चनों को दूर करने व गौचर भूमि का संरक्षण करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री पशुधन निशुल्क दवा योजना के अन्तर्गत सरकार पशुओं के लिए भी दवाईयां मुफ्त उपलब्ध करवा रही है, जिससे उनके उपचार में सुविधा हो। उन्होंने कहा कि गौसेवक घर-परिवार छोड़कर निस्वार्थ भावना से गौसेवा में लगते है। अतः उनकी भावना का सम्मान करना सरकार का कर्तव्य है।
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि भारतीय संस्कृति में गाय का स्थान महत्वपूर्ण है। गाय के प्रति भगवान श्री कृष्ण व राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचार सर्वविदित है। गौ सेवा करने वालों को पूरे समाज में सम्मान मिलता है। उन्होंने कहा कि गौ सेवा से जुड़ा व्यक्ति हमेशा सच्चाई और अहिंसा के रास्ते पर चलता है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने गौशाला में गौवंश को गुड़ खिलाकर गौ पूजन किया।
श्री गहलोत ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की शिक्षाएं वर्तमान परिप्रेक्ष्य में अत्यन्त प्रासंगिक है। गांधीजी ने कहा था कि आंख के बदले आंख की नीति पर चलने से सारे संसार के अंधे होने का खतरा है। किसी भी वर्ग द्वारा हिंसा बर्दाश्त नहीं की जानी चाहिए और हिंसक तत्वों का बहिष्कार करना चाहिए।
गोपालन मंत्री श्री प्रमोद जैन ’भाया’ ने कहा कि गोपालकों से चर्चा कर गौ संवद्र्धन के लिए मुख्यमंत्री ने महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। उन्होंने गौ सेवा के लिए हमेशा आगे बढ़कर काम किया है। राजस्थान गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्री मेवाराम जैन ने कहा कि गौशाला के प्रभावी संचालन व गाय-नंदी के संरक्षण के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। पूर्व शिक्षा मंत्री श्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने एक सच्चे गौभक्त के रूप में कार्य करते हुए गौ सेवा के लिए अनेक ऎतिहासिक निर्णय लिए हैं।
कार्यक्रम में श्रम राज्यमंत्री श्री सुखराम विश्नोई, श्रीमलूक पीठाधीश्वर श्री राजेन्द्र दास जी महाराज, महंत श्री दिनेश गिरी, प्रदेशभर से आए संत, राजस्थान गौसेवा समिति के पदाधिकारी सहित गौशालाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।