
इंद्र वशिष्ठ
नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हरियाणा के गुरुग्राम में दो क्लबों में बम विस्फोट से संबंधित 2024 के मामले में आतंकवादी गोल्डी बरार समेत पांच आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है।
एनआईए ने कनाडा निवासी सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बरार के साथ सचिन तालियान, अंकित, भाविश और अमेरिका निवासी रणदीप सिंह उर्फ रणदीप मलिक पर भारतीय न्याय संहिता, शस्त्र अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और यूए(पी)अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए हैं। गोल्डी बरार और रणदीप मलिक को छोड़कर बाकी सभी को मामले में गिरफ्तार किया गया है।
एनआईए ने तफ्तीश में पाया कि आरोपी गुरुग्राम के सेक्टर-29 में वेयरहाउस क्लब और ह्यूमन क्लब को बम से निशाना बनाने की साजिश में शामिल थे, जो कि बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) की बड़ी साजिश का हिस्सा था, जिसका उद्देश्य हरियाणा और पड़ोसी क्षेत्रों में हिंसा फैलाकर सांप्रदायिक विद्वेष फैलाना और शांति को बाधित करना था।
प्रतिबंधित बीकेआई आतंकी संगठन के सदस्यों ने यह हमला 10 दिसंबर 2024 को किया था। एनआईए की जांच में बाद में पता चला कि इस गहरी आतंकी साजिश को गोल्डी बरार और उसके साथियों ने रचा था।
एनआईए की जांच के अनुसार, आतंकी सिंडिकेट धन उगाही, आतंकी फंड जुटाने, विस्फोटक और हथियार और गोला-बारूद खरीदने और देश की अखंडता, सुरक्षा (आर्थिक सुरक्षा सहित) और संप्रभुता को खतरे में डालने के लिए आम लोगों के बीच आतंक को बढ़ावा देने में सक्रिय रूप से शामिल है। आतंकवाद विरोधी एजेंसी मामले में अपनी जांच जारी रखे हुए है