
- भारत के लिए सही एकादश चुनना सबसे बड़ी चुनौती
- अंशुल काम्बोज कर सकते हैं अपने टेस्ट करियर का आगाज
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : शुभमन गिल की अगुआई वाली भारतीय टीम को एंडरसन- तेंडुलकर ट्रॉफी के लिए खेली जा रही पांच मैचों की सीरीज में बने रहने के लिए मेजबान इंग्लैंड से ओल्ड ट्रेफर्ड, मैनचेस्टर में बुधवार से शुरू हो रहा चौथा क्रिकेट हर हाल में जीतना जरूरी है। भारत चौथा टेस्ट जीत कर सीरीज में दो दो की बराबरी पा सकता है और यदि वह हारा तो फिर 1-3 से पिछड़ कर सीरीज हार जाएगा। अपने तेज गेंदबाजों की चोटों से परेशान भारत लीडस में इंग्लैंड से सीरीज का पहला टेस्ट जीतते जीतते पांच विकेट से लॉडर्स में तीसरा टेस्ट मात्र 22 रन रन से हार कर सीरीज में 1-2 से पिछड़ रहा है। भारत ने इंग्लैंड से बर्मिंघम मे सीरीज का दूसरा टेस्ट 336 रन से जीत एक एक की बराबर कर जो मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल की थी वह लॉडर्स में तीसरे बेहद करीबी टेस्ट हार कर कुछ हद तक गंवा दी है। बदकिस्मती से अपने तेज गेंदबाज आकाश दीप, अर्शदीप सिंह और नीतिश कुमार रेड्डी के चोटों के चलते चौथे टेस्ट से बाहर रहने होने से भारत के लिए पिच के मिजाज के मुताबिक सही एकादश चुनना मैनचेस्टर टेस्ट में सबसे बड़ी चुनौती है। भारत अब तक ओल्ड ट्रेफर्ड, मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ 90 बरस बरस में जो नौ टेस्ट खेले हैं उनमें एक भी नहीं जीत पाया है। ऐसे में भारत बर्मिंघम में दूसरे टेस्ट में मिली बड़ी जीत से प्रेरणा ले ट्रेंट ब्रिज में जीत दर्ज कर नया इतिहास रचने उतरेगा।
भारत को अपनी अंतिम एकादश चुनने के लिए जरूर माथापच्ची करनी पड़ेगी। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के साथ भारत के पास चोट के चलते बाहर आकाश दीप के बाहर होने पर तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में भारत द्वारा अपनी एकादश में अंशुल काम्बोज और प्रसिद्ध कृष्णा में किसी एक को चौथे टेस्ट के लिए अपनी एकादश में शामिल करने की उम्मीद है। शुरू के दो टेस्ट मे खेलने वाले तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा जितने महंगे साबित हुए उसके मद्देनजर भारत नवोदित तेज गेंदबाज अंशुल काम्बोज को अपने टेस्ट करियर का आगाज करने का मौका दे सकता है। अंशुल काम्बोज एक तरह से आकाश दीप की तरह के ही गेंदबाज हैं और उनकी गेंद पिच होने के बाद तेजी से मूव करती है। नीतिश रेड्डी की जगह भारत पहले टेस्ट में खेलने वाले बॉलिंग ऑलराउंडर शार्दूल ठाकुर की ओर रुख कर सकता है। मौजूदा टेस्ट सीरीज में अच्छे आगाज को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहने वाले करुण नायर को बाहर कर भारत पहले टेस्ट में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने के बाद अगले दो टेस्ट से बाहर किए गए साई सुदर्शन को उनकी जगह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के उतार सकता है।
भारत के लिए मौजूदा टेस्ट सीरीज में दो शतक सहित रन बनाने में तीसरे स्थान पर चल रहे केएल राहुल को भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में 9000 रन पूरे करने के लिए मात्र 60 रन और बनाने हैं और बहुत उम्मीद है कि वह मैनचेस्टर में यह मुकाम हासिल कर सकते हैं। केएल राहुल के सलामी जोड़ीदार यशस्वी जायसवाल लीडस में सीरीज के पहले टेस्ट में शतक जड़ने के बाद बड़ी पारी खेलने के लिए जूझ रहे हैं और भारत को बड़ा स्कोर खड़ा करना है तो यशस्वी को अपने वरिष्ठ साथी केएल राहु़ल के मिल कर भारत को मजबूत शुरुआत देनी होगी। यशस्वी को जोश के साथ होश भी दिखाना होगा। भारत शुरू के तीन टेस्ट में ’ब्रेक‘ लंच, चाय अथवा दिन का खेल बंद होने से पहले विकेट गंवा बढ़िया आगाज का लाभ गंवाता रहा। इंग्लैंड को भारत के खिलाफ सीरीज जीतनी है तो ओल्ड ट्रेफर्ड में तीसरा टेस्ट जीतना जरूरी है, लेकिन जिस शिद्दत से वह खेल रहा है उसके मद्देनजर इंग्लैंड के लिए यह कतई आसान नहीं रहने वाला है।
भारत के नवोदित तेज गेंदबाज अंशुल काम्बोज निचले क्रम में बल्ले से खासे कारगर हो सकते हैं। ऐसे में लगातार चौथे टेस्ट में बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव के लिए भारत की एकादश में कोई जगह बनती नहीं दिखाई देती है। दरअसल ओल्ड ट्रेफर्ड में पांच दिन के इस टेस्ट में चार दिन मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है। चौथे दिन को छोड़ कर मौसम विभाग ने बाकी दिन बारिश के खेल मे भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में आखिरी टेस्ट 2014 में खेला था और तब पहली पारी में मौजूदा चीफ कोच गौतम गंभीर के विकेट सहित भारत ने शुरू के चार विकेट मात्र आठ रन में गंवा दिए थे और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के 71 रन के बावजूद टीम अपने छह बल्लेबाजों के शून्य पर आउट होने के चलते पहली पारी में 152 रन पर ढेर हो गई थी और इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 367 रन बनाने के बाद भारत को दूसरी पारी में 161 रन पर समेट कर पारी और 54 रन से जीत हासिल की थी। भारत ने सचिन तेंडुलकर के दूसरी पारी में शतक से 1990 में मैनचेस्टर में इंग्लैंड में टेस्ट ड्रॉ कराया था। कप्तान शुभमन गिल और उपकप्तान ऋषभ पंत को सचिन तेंडुलकर की 1990 की शतकीय पारी से प्रेरणा लेकर ही ट्रेंट ब्रिज मैनचेस्टर में उतरना चाहिए।
मौजूदा सीरीज में शुरू के तीन टेस्ट के बाद एक दोहरे शतक और दो शतक सहित भारत के कप्तान शुभमन गिल (कुल 607 रन) रन बनाने में पहले और दो शतक और दो अर्द्धशतक सहित उपकप्तान ऋषभ पंत (कुल 425 रन) दूसरे स्थान पर चल रहे हैं। गेंदबाजी में इसी तरह भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद तीन टेस्ट में 13 विकेट ले पहले और दो टेस्ट खेलने वाले जसप्रीत बुमराह 12 विकेट चटका दूसरे स्थान पर चल रहे हैं। बावजूद इसके भारत का मेजबान इंग्लैंड से मौजूदा टेस्ट सीरीज में पिछड़ना यह बता रहा है कि वह आखिरी और नाजुक क्षणों में बौखलाता दिख रहा है। वहीं इंग्लैंड के मौजूदा टेस्ट सीरीज में भारत से 2-1 से आगे रहने का बड़ा कारण यह है कि उसके लिए पांच अलग अलग बल्लेबाजों जैमी स्मिथ,हैरी ब्रुक, बेन डकेट, जो रूट और ऑली पॉप के रूप में पांच अलग अलग बल्लेबाजों ने भारत के लिए निराशा के बीच आशा की किरण यह है कि कार्यभार प्रबंधन के चलते मौजूदा सीरीज में शुरू के तीन में लीडस में पहले और लॉडर्स में तीसरे टेस्ट में खेल दो में एक एक पारी में पांच पांच विकेट चटकाने वाले जसप्रीत बुमराह चौथे टेस्ट में भी शुरू के तीन टेस्ट में सबसे ज्यादा 13 विकेट चटकाने वाले मोहम्मद सिराज के साथ भारत के तेज आक्रमण की अगुआई करेंगे। साथ सकारात्मक सोच रखने वाले उपकप्तान विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत का पूरी तरह फिट होना भारत के लिए अच्छी खबर है। कार्यभार प्रबंधन के चलते डॉक्टरों की सलाह से मौजूदा टेस्ट सीरीज में जसप्रीत बुमराह को तीन ही टेस्ट खेलने हैं और इस लिहाज से ट्रेंट ब्रिज में सीरीज का तीसरा टेस्ट उनका भारत के लिए इस सीरीज का आखिरी टेस्ट होना चाहिए। भारत द्वारा अपनी एकादश यदि साई सुदर्शन को शामिल करता है तो फिर वाशिंगटन सुंद र को टीम से बाहर करना होगा।
रफ्तार के सौदागर जोफ्रा आर्चर की लॉडर्स में इंग्लैंड टीम में वापसी से उसकी गेंदबाजी में अतिरिक्त धार आ आ गई है। भारत के बल्लेबाजों को इंग्लैंड के मौजूदा टेस्ट सीरीज में 11 विकेट लेने वाले उसके कप्तान बेन स्टोक्स और नौ विकेट चटकाने वाले कार्स से चौकस रहना होगा। इंग्लैंड ने मौजूदा टेस्ट सीरीज में दस विकेट चटकाने वाले ऑफ स्पिनर शोएब बशीर की जगह बाएं हाथ के स्पिनर लियाम डासन को शामिल किया है। बुमराह और मोहम्मद सिराज के साथ तीसरे तेज गेदबाज चाहे वह प्रसिद्ध कृष्णा हो या अंशुल काम्बोज को इंग्लैड के डकेट, जो रूट, ऑली पॉप, विकेटकीपर स्मिथ और हैरी ब्रुक जैसे बल्लेबाजों को सस्ते में आउट कर पैवेलियन लौटाना होगा।