- भारत ने ऑस्ट्रेलिया से पहला टेस्ट पारी और 132 पारी से जीता
- चोट के बाद वापसी कर गेंद और बल्ले से धमाल कर जडेजा बने मैन ऑफ द मैच
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : सदाबहार ऑफ स्पिन ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन (5/37) और लेफ्ट स्पिनर रवींद्र जडेजा (2/24)की जोड़ी ने फिर स्पिन का जाल बुनते हुए आपस में सात विकेट बांट ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी शनिवार को लंच के बाद मात्र 32.3 ओवर में मात्र 91 रन पर समेट भारत को नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोएिशन मैदान पर जामता में शनिवार को तीसरे ही दिन पहला क्रिकेट टेस्ट एक पारी और 132 रन से जिता कर चार टेस्ट की बॉर्डर-गावसकर ट्रॉफी में 1-0 की बढ़त दिला दी। ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत के खिलाफ टेस्ट में अपने दूसरे सबसे कम स्कोर पर ढेर हो गई। भारत ने पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के 20 में से 15 विकेट उसके बल्लेबाजों को एलबीडब्ल्यू अथवा बोल्ड कर लिए। यह इस बात की गवाही देता है कि भारत के गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के स्टंप को निशाना बना उनके विकेट चटकाने के साथ उन्हें रनों के लिए भी तरसा दिया। अब ऑस्ट्रेलिया दिल्ली में 17 फरवरी से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट में वापसी कर बराबरी की आस में उतरेगा। ऑस्ट्रेलिया उम्मीद करेगा कि ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन और तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड पूरी तरह फिट हो उसे दूसरे टेस्ट के लिए उपलब्ध होंगे।
ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में तीसरे दिन शुक्रवार को उपकप्तान स्टीव स्मिथ अकेले ही डटे और 51 गेंद खेल एक छक्के और दो चौकों की मदद से 25 रन बना अंत तक नॉटआउट रहे। जडेजा ने स्मिथ (12) को बोल्ड कर दिया लेकिन बदकिस्मती से यह नो बॉल थी और तब ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 88 रन था। मोहम्मद शमी (2/13) ने नॉथन लायन (8) को बोल्ड कर और स्कॉट बोलैंड को एलबीडब्ल्यू आउट कर भारत को यह यादगार जीत दिलाई जबकि लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल ने टॉड मर्फी को कप्तान रोहित शर्मा के हाथों कैच करा टेस्ट का एकमात्र विकेट लिया।
अश्विन ने पहले टेस्ट में कुल 79 रन देकर आठ चटकाए और चोट के चलते करीब आठ महीने बाहर रहने के बाद भारत की टीम में वापसी करते हुए रवींद्र जडेजा ने कुल 81 रन देकर सात विकेट लिए। अश्विन ने टेस्ट मैच में कुल 31 वीं बार और भारत में 25 वीं बार पांच विकेट चटकाने का कारनामा किया। मैन ऑफ द मैच जडेजा ने गेंद से स्पिन का कमाल दिखाने के बाद भारत के लिए 70 रन की बेशकीमती पारी भी खेली। भारत को वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में पहुंचने के लिए मौजूदा टेस्ट सीरीज 3-1 से जीतनी जरूरी जरूरी है और पहला टेस्ट जीत इस ओर मजबूत कदम बढ़ाए।
ऑलराउंडर अक्षर पटेल ने अंतिम बल्लेबाज के रूप में आउट होने से पहले नौंवे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 84 रन की पारी खेल भारत को पहली पारी में 400 रन तक पहुंचा कर 223 रन की मजबूत बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी मात्र 177 रन पर ढेर हो गई थी। अक्षर ने नौवें पर बल्लेबाजी करते हुए टेस्ट में भारत के लिए सबसे बड़ी पारी खेल 174 गेंद खेल कर नौ चौके जड़े। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने अक्षर को बोल्ड कर 139.4 ओवर में भारत की पहली पारी समेटी। अक्षर ने रवींद्र जडेजा के साथ आठवें विकेट के लिए 88 और मोहम्मद शमी (37 रन, 47 गेंद, तीन छक्के, दो चौके) के साथ नौंवे विकेट के लिए 52 रन की भागीदारी की। भारत ने तीसरे दिन सुबह सात विकेट पर 321 रन से आगे खेलना शुरू किया और 79 रन और जोड़ कर बाकी के तीन विकेट खोए। अपने टेस्ट करियर का शानदार आगाज करने वाले 22 बरस के नवोदित तेज गेंदबाज टॉड मर्फी (7/124) ने शुक्रवार के नॉटआउट बल्लेबाज रवींद्र जडेजा (70 रन,185 गेंद, नौ चौके) को तेजी से स्पिन लेती गेंद पर बोल्ड किया और वह शनिवार सुबह अपने स्कोर में मात्र चार रन और जोड़ पाए जबकि शमी ने मर्फी की गेंद को उड़ाने के फेर में विकेटकीपर अलेक्स कैरी को कैच थमाने से पहले आक्रामक तेवर दिखाते हुए मर्फी की गेंद पर दो बेहतरीन छक्के जड़े।
भारत से पहली पारी में 223 रन से पिछडऩे के बाद ऑस्ट्रेलिया के सामने टेस्ट मैच बचाने के लिए दूसरी पारी में चमत्कारिक बल्लेबाजी करने बेहद मुश्किल चुनौती थी। भारत के लिए तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के साथ नई गेंद से अश्विन ने दूसरी पारी में गेंदबाजी का आगाज किया। अश्विन ने अपने पहले ही ओवर की पांचवीं गेंद पर सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा(5 रन, 9 गेंद, एक चौका) को पहली स्लिप में विराट कोहली के हाथों कैच कर पहला झटका दिया।ऑस्ट्रेलिया ने ख्वाजा के रूप में पहला विकेट सात रन पर गंवाया। अश्विन के ओवर में विराट ने पहली स्लिप में डेविड वॉर्नर का कैच टपकाया। मरनस लबुशेन (17 रन, 28 गेंद, तीन चौके) लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा ने को तेजी से भीतर आती गेंद को खेलने से चूके और गेंद उनके पैड पर लगी और अंपायर ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट किया। जडेजा ने पहले टेस्ट में दूसरी बार ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी की रीढ़ समझे जाने वाले लबुशेन का विकेट चटकाया। अश्विन ने इसके बाद बाएं हाथ के डेविड वॉर्नर( 10 रन, 41 गेंद, दो चौके),मैट रेनशॉ(2), पीटर हैंडंसकॉम्ब(6) और केवल रिवर्स स्वीप पर निर्भर करने वाले अलेक्स कैरी(10 रन, छह गेंद, दो चौके) को एलबीडब्ल्यू आउट करने के साथ टेस्ट में 31 वीं बार पारी में पांच विकेट चटकाने का कर ऑस्ट्रेलिया का स्कोर छह विकेट 64 कर दिया। जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस (1) को विकेटकीपर भरत के हाथों कैच करा दूसरी पारी में अपना दूसरा और इस टेस्ट का सातवां विकेट चटकाया। टॉड मर्फी(2) लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल की गेंद को रक्षात्मक ढंग से खेलने के फेर में शॉर्ट मिडविकेट पर भारत के कप्तान रोहित शर्मा को कैच थमा बैठे। तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने नाथन लियोन(8) को बोल्ड कर तथा स्कॉट बोलैंड (0) को एलबीडब्ल्यू आउट कर ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी समेट भारत को प्रभावशाली ढंग से पहला टेस्ट जिता दिया।