- मुझे क्यों नहीं चुना गया, इसका जवाब तो चीफ राष्ट्रीय ही दे सकती हैं
सत्येन्द्र पाल सिंह
चेन्नै : भारत की पूर्व ओलंपिक कप्तान रानी रामपाल ने भारत की सब जूनियर राष्ट्रीय हॉकी टीम के कोच की जिम्मेदारी संभालने के बावजूद साफ किया कि वह भारत के लिए हॉकी खेलना चाहती हैं। रानी रामपाल ने ओलंपिक के बाद चोट से उबर कर राष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद भारत की सीनियर महिला टीम में न चुने जाने पर नाराजगी जताई। रानी रामपाल इसी भारतीय हॉकी टीम के साथ दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर गई थी लेकिन इसके बाद उन्हें रानी रामपाल ने कहा, ‘मैंने फिलहाल तत्कालिक रूप से भारत सब जूनियर भारतीय राष्ट्रीय महिला हॉकी टीम के कोच की 40-45 दिन के लिए जिम्मेदारी संभाली है। दरअसल मैं जो कुछ हूं हॉकी के कारण ही हूं। हॉकी ने मुझे बहुत कुछ दिया है। मुझे पूरी फिट होने और राष्ट्रीय चैंपियनशिप में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद भारतीय महिला हॉकी टीम में क्यों नहीं चुना गया इसका जवाब में चीफ राष्ट्रीय कोच ही दे सकती हैं।इसका जवाब तो वही दे सकते है। मुझे लगता है कि मुझमें अभी बहुत हॉकी बाकी है और मैं फिर देश के खेलना चाहती हूं।’
जब दिलीप टिर्की से रानी रामपाल की इस नाराजगी की बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मैं बतौर हॉकी इंडिया अध्यक्ष और बतौर महासचिव भोला नाथ सिंह चयन समिति के राष्ट्रीय टीम चुने जाने पर हस्तक्षेप नहीं करते है। भारत की कोई भी टीम चुनना राष्ट्रीय चयन समिति का काम है। फिलहाल हमने रानी रामपाल को सब जूनियर राष्ट्रीय हॉकी टीम का कोच के रूप में शिविर के लिए चुना है।’