शुभमन गिल का बेहतरीन शतक भी भारत के काम न आया

  • कप्तान शाकिब की शानदार पारी से बांग्लादेश छह रन से जीता

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : नौजवान सलामी बल्लेबाज 25 बरस के शुभमन गिल का बेहतरीन शतक और अक्षर पटेल की निचले क्रम में मात्र 34 गेंदों में दो छक्कों और तीन चौकों की मदद से 42 रन की बेहतरीन पारी भी पहले ही रविवार को खेले जाने वाले फाइनल में स्थान बना चुके भारत को कोलंबो में खिताब की होड़ से बांग्लादेश के खिलाफ शुक्रवार को वन डे एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट के बेहद करीबी अंतिम सुपर 4 मैच में छह से हार से नहीं बचा पाई। भारत और बांग्लादेश के लिए इस मैच में दांव पर कुछ नहीं था और इसलिए दोनों ने ही अपनी अपनी लगभग आधी टीम बदल दी।मैन ऑफ दÓ मैच कप्तान शाकिब अल (80 रन व 1/43) ने बल्ले से बेहतरीन पारी खेलने के साथ गेंद से कमाल कर विस्फोटक सूर्य कुमार यादव का सही वक्त पर बेशकीमती विकेट चटका कर बांग्लादेश की जीत में अहम भूमिका अदा की। भारत ने जहां विराट कोहली, उपकप्तान हार्दिक पांडया, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, सबसे कामयाब गेंदबाज कुलदीप यादव,  सहित  पांच नियमित खिलाडिय़ों को श्रीलंका के खिलाफ रविवार को कोलंबो में ही खेले जाने वाले वन डे एशिया कप क्रिकेट फाइनल से महज औपचारिकता पूरी करने के लिए बांग्लादेश के खिलाफ अंतिम सुपर 4 मैच में अपने शीर्ष पांच खिलाडिय़ों को आराम दिया। वहीं बांग्लादेश ने मुशफिकुर रहीम, नजमल शांतो, तस्कीन अहमद सहित पांच खिलाडिय़ों आराम दिया। भारत की इस एशिया कप में यह पहली और अकेली हार थी।

कप्तान बाएं हाथ के ऑलराउंडर शाकिब अल हसन(80 रन, 85 गेंद, 3 छक्के और छह चौके) और तोहिद हृदय    (54 रन,81, 2 छक्के और पांच चौके) की चौथे विकेट की 101 रन की तथा नसुम अहमद (44 रन, 45 गेंद, एक छक्का और छह चौके) व मेहदी हसन (29 रन, 23 गेंद, तीन चौके) की सातवें विकेट की 32 रन की भागीदारी की बदौलत पहले बल्लेबाजी की दावत पाकर शुरू के चार विकेट मात्र 59 रन पर गंवाने के बावजूद बांग्लादेश ने निर्धारित 50 ओवर में आठ विकेट पर 265 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया। भारत के सबसे कामयाब तेज गेंदबाज शार्दूल ठाकुर(3/65) ने शाकिब को आउट उनकी और हृदय की खतरनाक होती चौथे विकेट की भागीदारी को तोड़ बांग्लादेश का स्कोर पांच विकेट पर 160 कर दिया और स्कोर में एक रन और जुडऩे के बाद बाएं हाथ के स्पिनर रवींद्र जडेजा ने शमीम हुसैन(1)को एलबीडब्ल्यू आउट किया। तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने अपने अनुभव का लाभ उठाकर खतरनाक होते तोहिद हृदय को तिलक वर्मा के हाथों कैच करा भारत को बड़ी राहत दिलाई। शमी ने इससे पहले लिटन दास(0) को बोल्ड कर भारत को पहली कामयाबी दिलाई थी। शार्दूल ने शाकिब को आउट करने के साथ तंजिद हसन (13 रन, 3 चौैके 12 गेंद) को और अनाम उल हक (4) को कट करने पर मजबूर विकेटकीपर केएल राहुल के हाथों कैच कराया। नसुम अहमद को पारी के 48 वें ओवर में प्रसिद्ध कृष्ण ने बोल्ड किया था।

भारत को जीत के लिए 50 ओवर में 266 रन का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य मिला।  भारत की टीम नौजवान सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल (121 रन,133गेंद, पांच छक्के, आठ चौके) और उनकी सूर्य कुमार यादव(26 रन, 34 गेंद, तीन चौके) के साथ पांचवें विकेट की 45 रन की और निचले क्रम में नौंवे बल्लेबाज के रूप में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मुस्ताफिजुर रहमान की गेंद को उड़ाने के फेर में तनजिम को कैच थमा आउट होने से पहले अक्षर पटेल (42रन, 34 गेंद, दो छक्के, तीन चौके) की बेशकीमती पारी के बावजूद भारत की पूरी टीम एक गेंद के बाकी रहते 259 रन बना आउट हो कर मैच हार गई। शुभमन गिल ने स्पिनर मेहदी हसन की गेंद को उड़ाने के फेशर में हृदय को कैच थमाया। कोलंबो की धीमी और स्पिनरों की मददगार पिच पर भारत के लिए यह लक्ष्य खासा चुनौतीपूर्ण साबित हुआ। भारत के सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल ने बांग्लादेश के सबसे कामयाब तेज गेंदबाज तंजिम हसन शाकिब के दूसरे स्पैल के पहले और पारी के 39 वें ओवर की दूसरी गेंद पर डीप स्कवॉयर लेग पर पुल कर दो लेकर अपना117 गेंद खेल कर अपना 32 वां वन डे अंतर्राष्टï्रीय मैच खेलते हुए अपना पाचवां वन डे शतक चार छक्कों और छह चौकों की मदद से पूरा किया। भारत ने इस ओवर में 12 बनाए और इसमें २५ बरस के शुभमन गिल द्वारा जमाए दो चौकों भी शामिल हैं। शुभमन गिल (121 रन,133गेंद, पांच छक्के, आठ चौके) अंतत: पारी के 44 वें ऑफ स्पिनर मेहदी हसन मिराज के सातवें आोवर की चौथी गेंद को उड़ाने के फेर में लॉन्ग ऑफ तोहिद हृदय को कैच थमा पैवेलियन लौटे। भारत ने शुभमन के रूप में जब सातवां विकेट 209 रन पर खोया तब भारत जीत से 57 रन दूर था। बाएं हाथ के ऑलराउंडर अक्षर पटेल की तारीफ करनी होगी कि उन्होंने नौवें बल्लेबाज के रूप में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान की गेंद को उड़ाने के फेर अंतिम पूर्व ओवर में में तनजिद हसन को बाउंड्री पर कैच थमाने से पहले तक भारत की जीत की उम्मीद बरकरार रखी। जिस गेंद पर अक्षर लपके गए यदि वह थोड़ा औैर दूर जाती तो भारत यह मुकाबला जीत सकता था। शमी के रनआउट होने के साथ भारत की पारी 49.5ओवर में 259 पर समाप्त होते ही बांग्लादेश को जीत मिल गई।
अपने वन डे करियर का आगाज करने वाले तेज गेंदबाज तंजिम हसन शाकिब की दूसरी गेंद की पिच को ड्राइव करने की कोशिश में कप्तान रोहित शर्मा ने मिडऑन पर अनामउल हक को कैच थमा दिया और पहला विकेट मात्र दो रन पर गंवा दिया। अपने वन डे करियर का आगाज करने वाले तिलक वर्मा (5) तंजिम के दूसरे ओवर की पहली गेंद पर चौका जडऩे के बाद उनकी तेजी से भीतर आती गेंद का कोण समझने से चूके और बोल्ड हो गए और भारत शुरू के दो विकेट मात्र 17 रन पर गंवा कर संकट में फंस गया। ऐसे में शुभमन गिल ने अनुभवी केएल राहुल के साथ मिलकर कर 18 वें ओवर में 57 रन जोड़ कर भारत के स्कोर को 74 रन पर पहुंचाया था कि तभी मेहदी हसन मिराज की गेंद को सही तरीके से ड्राइव नहीं कर पाए और मिडविकेट पर कैच थमा बैठे।   शुभमन गिल ने ऑफ स्पिनर मेहदी हसन के चौथे और पारी के 20 वें ओवर की अंतिम गेंद पर छक्का जड़ छह चौकों की मदद से 61 गेंद पर अपना शतक पूरा किया। इशान किशन (5)ने ऑफ स्पिनर मेहदी हसन मिराज की गेंद को स्विच हिट मारने की कोशिश में चूके और अंपायर ने उन्हें  एलबीडब्ल्यू आउट दिया और भारत ले 24 वे ओवर में चौथा विकेट 94 रन पर गंवा दिया। सूूर्य कुमार यादव (26 रन, 34 गेंद तीन चौके) बांग्लादेश के कप्तान लेफ्ट आर्म स्पिनर शाकिब अल हसन की गेंद पर बराबर जूझने के बाद अंतत उनकी ऑफ स्टंप पर पड़ कर जरा अंदर आती गेंद पर बोल्ड हो गए और भारत ने अपना पांचवां 33 वें ओवर में 139 रन पर खो दिया। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मुस्ताफिजुर रहमान ने अपने दूसरे स्पैल के चौथी गेंद पर रवींद्र जडेजा (7) को बोल्ड कर उसका सातवां विकेट 38 वें ओवर170 रन पर निकाल कर उसकी जीत की राह खासी मुश्किल कर दी। शुभमन गिल पारी के44 वें ओवर में ऑफ स्पिनर मेहदी हसन की गेंद को उड़ाने के फेर में हृदय के हाथों लपके गए और उनके रूप में भारत ने सातवां विकेट 209 रन पर और  शार्दूल के रूप में आठवां विकेट 249 पर तब खोया जब मुस्तफिजुर ने उन्हें मेहदी हसन मिराज के रूप में लपकवाया। तेज गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान(3/50) बांग्लादेश के सबसे गेंदबाज रहे जबकि तेज गेंदबाज तनजिम हसन शकिब(2/32) ने शुरू में ही और बीच के ओवर में ऑफ स्पिनर मेहदी हसन (2/50) दो झटके देकर भारत को शुरु में रक्षात्मक रुख पर मजबूर किया।