- ओलंपिक क्वॉलिफायर की तैयारियों को आंकने लिए अहम है एशियन चैंपियंस ट्रॉफी
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : गोलरक्षक सविता पूनिया की अगुआई में भारत की निगाहें रांची में शुक्रवार से शुरू हो रही झारखंड महिला एशियन चैंपियन ट्रॉफी हॉकी, रांची 2023 में दूसरी बार खिताब जीतने पर लगी हैं। भारतीय महिला टीम अपने अभियान का आगाज थाईलैंड के खिलाफ मैच से शुक्रवार को करेगी।ारतीय महिला हॉी टीम रने इससे पहले 2016 में एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में खिताब जीता था और 2013 और 2018 के संस्करण में उपविजेता और 2010 में उपविजेता रही थी।
भारत की कप्तान सविता ने महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी मैचों की अहमियत की बाबत कहा, ‘ इस तरह के टूर्नामेंट में आप किसी भी टीम को हल्के नहीं ले सकते हैं। हमारी निगाहें इस टूर्नामेंट के मैचों पर लगी है क्योंकि इन मैचों से हमें एशिया कुछ बेहद मजबूत टीमों के खिलाफ खुद को आंकने का मौका मिलेगा। हम रांची में ही हाशेने वाले 2024 के ओलंपिक क्वॉलिफायर्स की तैयारियों में जुटे हैं और इसीलिए हम रांची में महिला एशियन चैंपियंस में हर मैच जीत इसमें अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं। हमारे लिए यह टूर्नामेंट खुद ओलंपिक में स्थान पाने के ओलंपिक क्वॉलिफायर की अपनी तैयारियों को आंकने के लिहाज से बेहद अहम हैं।’
कप्तान सविता की राय से इत्तफाक जताते हुए भारतीय हॉकी टीम की चीफ कोच यांकी शॉपमैन ने कहा, ‘ओलंपिक क्वॉलिफायर से पहले हमारे लिए एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के मैच खेलना अन्य टीमों को आंकने के साथ यह भी जानने का मौका है कि खिलाडिय़ों को जो रोल दिया गया है उसे वे कैसे निभाती हैं। एशियाई खेलों में हमारा प्रदर्शन उत्साहवद्र्धक रहा और अब अपनी टीम को रांची में एशियन चैंपियिंस में खेलते देखने को बेताब हूं।’
दस दिन तक चलने वाली इस टूर्नामेंट में रांची के मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा हॉकी स्टेडियम में भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया ,मलयेशिया और थाईलैंड सहित छह टीमें राउंड रॉबिन लीग आधार पर चेलेंगी। अंकों के आधार शीर्ष चार टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेगी। मौजूदा चैंपियन जापान औैर अपने घर में 19 वें हांगजू एशियाई खेलों स्वर्ण पदक जीतने वाली चीन के प्रदर्शन पर सभी की निगाहें रहेंगी। चीन और जापान के साथ एशियाई खेलों में कांसा जीतने वाली भारतीय टीम भी रांची में खिताब की प्रमुख दावेदारों में से एक है। गोलरक्षक सविता की अगुआई में भारतीय महिला हॉकी टीम मजबूत ढंग से अपने अभियान का आगाज करने को बेताब है।