
- बतौर कप्तान आप जो मैच खेलते हैं उसमें अनुकरणीय खेल दिखाना चाहते हैं
- सभी खिलाड़ी दबाव में खेल कर जीतने की कोशिश के अभ्यस्त हैं
- इंग्लैंड के खिलाफ खेलने उतरने से पहला बल्लेबाजी क्रम तय करेंगे
- इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खासी रोमांचक रहेगी
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : 25 बरस के भारत के नवनियुक्त कप्तान शुभमन गिल मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए मुंबई से इंग्लैंड दौरे के लिए रवाना होने से पहले बृहस्पतिवार को संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए बेहद शांत और विश्वास से भरे नजर आए। रोहित शर्मा की अगुआई में भारत के पहले अपने घर में मेहमान न्यूजीलैंड से और इसके बाद मेहमान ऑस्ट्रेलिया से उसके घर में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज गंवाने के साथ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) से बाहर होने बाद शुभमन गिल ने इंग्लैंड में उसके खिलाफ अब तेंडुलकर -एंडरसन ट्रॉफी के लिए खेली जाने वाली पांच टेस्ट मैचों की बेहद मुश्किल सीरीज के लिए तब कप्तानी संभाली जब कप्तान रोहित के साथ विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन जैसे तीन दिग्गज टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं।
शुभमन गिल ने जब कप्तानी की उनकी सोच की बाबत मुंबई में पूछा गया तो उन्होंने कहा,‘ मैं कप्तानी की किसी खास शैली का अनुसरण नहीं करना चाहता। कप्तानी की बाबत मेरी सोच एकदम साफ है। आप जितना ज्यादा खेलेंगे उतने ज्यादा अनुभवी होते जाएंगे। मुझे लगता कप्तान के रूप में आपकी निजी शैली लोगों को ज्यादा दिखाई देती है। बतौर कप्तान मैं अपने खिलाड़ियों को सुरक्षित और सहज महसूस कराने की कोशिश करूंगा। बतौर कप्तान मुझे खिलाड़ियों से बात कर उनकी ताकत और कमजोरियों की बाबत उन्हें सहज और सुरक्षित महसूस कराना पसंद है। बतौर कप्तान और लीडर आप जो भी मैच खेलते हैं उसमें बेशक अनुकरणीय खेल दिखाना चाहते हैं। यदि आपके खिलाड़ी बहुत सुरक्षित महसूस करेंगे तो वे अपनी पूरी शिद्दत से मैदान खेलेंगे। मैं कई बेहतरीन कप्तानों की कप्तानी में खेला हूं। भारत के कप्तान के रूप में रोहित भाई का अपने खिलाड़ियों के साथ संवाद एकदम साफ था और अपने खिलाड़ियों को यह साफ तौर पर बता देते थे कि वे उनसे क्या चाहते हैं। रोहित भाई की बतौर कप्तान इस खासियत को मैं उनसे विरासत में पाना चाहता था।‘
वह कहते हैं, ‘ दबाव तो हर दौरे पर होता है। रोहित और विराट जैसे भारत को बहुतेरे टेस्ट मैच जिताने वाले अनुभवी क्रिकेटरों के टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने के नई वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) साइकिल की पहली इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में उनकी जगह को भरना मुश्किल होगा। हम पर कोई ऐसा दबाव नहीं है। दबाव तो हर सीरीज में होता है और सभी खिलाड़ी दबाव में खेल कर जीतने की कोशिश के अभ्यस्त हैं। मेरा मानना है की हमारी टीम का बल्लेबाजी और गेंदबाजी संयोजन अनुभव और प्रतिभा का अच्छा मिश्रण है।
शुभमन गिल की अगुआई भारतीय टीम मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट 20 जनवरी से हेडिंग्ले में खेलेगी। शुभमन गिल के इस टेस्ट सीरीज में बल्लेबाजी क्रम को लेकर अभी भी बहस जारी है कि तीसरे नंबर पर खेलेंगे या चौथे नंबर पर। शुभमन गिल ने कहा, ‘ हमारे टीम प्रबंधन ने अभी बल्लेबाजी क्रम की बाबत की फैसला रहीं किया है। हमारे पास अभी भी वक्त है। भारतीय टीम और इंडिया ए आपस में 13 से16 जून तक एक अंतर टीम मैच खेलेगी और हमारी टीम का लंदन में दस दिन का एक शिविर होगा । मेरा मानना है कि जब इग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट खेलने उतरने से पहले अपना बल्लेबाजी क्रम तय करेंगे।‘
इंग्लंड के टेस्ट क्रिकेट को दे दनादन यानी बेजबॉल शैली में खेलने की बाबत भारत के कप्तान शुभमन गिल ने कहा, ‘ इंग्लैंड बेशक एक खास बल्लेबाजी शैली बेजबॉल में खेलता है और हमने उन्हें इस शैली में तब खेलते देखा था कि जब वे भारत में टेस्ट खेलने आए थे। इंग्लैंड के खिलाफ यह टेस्ट सीरीज खासी रोमांचक रहने वाली है। यह टेस्ट सीरीज हमें मौका देगी और बड़ी चुनौती होगी।हमने पर्याप्त गेंदबाज और तेज गेंदबाजों को चुना है जो कि हमें किसी भी स्थिति और हालात से टेस्ट मैच जिता सकते हैं। हमारे पास जसप्रीत बुमराह जैसा बेहतरीन तेज है और वह भले ही तीन टेस्ट मैच खेले लेकिन सीरीज में जितने भी टेस्ट मैच खेलेगे और हमारे लिए बहुत बढ़िया होगा। मेरा मानना है कि हमारे पास ऐसे बेहतरीन गेंदबाजों का समूह है जो कि हमारी टीम के लिए यह जिम्मेदारी उठा सकते हैं।’
भारत मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ उसके घर में सीरीज का पहला टेस्ट 20 जून से हेडिंग्ले में, दूसरा टेस्ट एजबेस्टन में 2 जुलाई से, तीसरा टेस्ट लॉडर्स में 10 जुलाई से, चौथा टेस्ट ओल्ड ट्रेफर्ड में 23 जुलाई से तथा पांचवां व आखिरी टेस्ट मैच 31 जु़लाई से ओवल मे खेलेगी। भारतीय टीम और इंडिया ए 13 से 16 जून तक बेकेनहेम में चार दिन का एक आपसी मैच खेलेगी।