
- गिल के पास कप्तान के रूप में है विराट के से आक्रामक तेवर व रोहित का सा धैर्य
- बड़ी पहेली सुदर्शन और करुण नायर मे से तीसरे नंबर पर कौन?
- भारत के सामने बड़ी चुनौती रूट को सस्ते में आउट करने की
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारत के नए कप्तान शुभमन गिल मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले, लीडस में शुक्रवार से शुरू हो रही पांच टेस्ट की सीरीज के पहले ही क्रिकेट टेस्ट से कसौटी पर होंगे। भारत के लिए इंग्लैंड के खिलाफ यह टेस्ट सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) 2025-27 की नई साइकिल की पहली सीरीज होगी। भारत के भविष्य के नायक शुभमन गिल की बतौर कप्तान ताकत उनका खुद पर भरोसा है। शुभमन ने बीते बरस टेस्ट में खासे उतार चढ़ाव देखे लेकिन बावजूद इसके सीनियर राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने उनके नेतृत्व कौशल पर भरोसा बरकरार रखा। विराट कोहली और रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट को अलविदा के बाद भारत अब अपनी उम्र से कहीं ज्यादा परिपक्व 25 बरस के शुभमन गिल की अगुआई में अतीत के किसी भी मनोवैज्ञानिक दबाव की गठरी के बोझ को किनारे रख भारत अब मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ लीडस में शुक्रवार से शुरू हो रहे पहले क्रिकेट में खेलने उतरेगा। मेजबान इंग्लैंड भले ही अपने घर में टेस्ट सीरीज में मजबूत नजर आ रही हो लेकिन शुभमन गिल की यह नौजवान भारतीय टीम इस टेस्ट सीरीज में शुभ शुरुआत कर इंग्लैंड को चौंकाने का दम रखती है। भारत के नए कप्तान शुभमन गिल की नई भारतीय टीम के पास इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कामयाबी की नई कहानी लिखने का मौका है। टेस्ट क्रिकेट में बदलाव के दौर से गुजर रही शुभमन गिल की अगुआई वाली भारतीय टीम को अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपने पांव जमाने के लिए बेशक वक्त तो देना ही होगा। वहीं उपकप्तान ऋषभ पंत के 2025 के आखिर ने आईपीएल 2025 में अपनी लखनउ सुपर जायंटस टीम की आखिरी मैच में आरसीबी के खिलाफ शतक जड़ रंग में आना भारत के लिए बेहद सुखद है।
शुभमन गिल में भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में अपने आदर्श विराट के आक्रामक तेवरों के साथ रोहित शर्मा का धैर्य भी है।शुभमन गिल में सही मायनों में भारत के टेस्ट कप्तान और बल्लेबाज के रूप में विराट का अक्स साफ दिखाई देता है। शुभमन गिल को विराट की तरह टेस्ट क्रिकेट के मिजाज के मुताबिक पारी को बुनना और गियर बदलना खूब आता है। शुभमन गिल अपने पूर्ववर्ती कप्तान विराट और रोहित की तरह स्पिन के साथ सीम और स्विंग को एक सी दक्षता के साथ खेलते हैं। विराट (68 टेस्ट, 40 जीत, 17 हार, 11 ड्रॉ) भारत के टेस्ट क्रिकेट के इतिहास के अब तक के सबसे कामयाब कप्तान हैं। बेशक शुभमन गिल अब विराट के इस शानदार रिकॉर्ड से प्रेरणा लेकर उनके और रोहित शर्मा के भारत को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) में दो बार फाइनल में पहुंचने के बावजूद खिताब न जीत पाने की अधूरी हसरत को इसकी 2025-27 की नई साइकिल में पूरा कराने की पुरजोर कोशिश करेंगे। सबसे बड़ी बात यह है कि शुभमन गिल के पास खोने को कुछ नहीं है।
शुभमन गिल की अगुआई वाली भारतीय टीम नई सोच, नई दिशा व आगे बढ़ने में यकीन रखने वाली टेस्ट टीम है। सबसे अच्छी बात यह है कि सीनियर राष्ट्रीय चयनकर्ता अजित आगरकर ने साफ कर दिया कि उन्होंने डब्ल्यूटीसी की साइकिल की अपनी इंग्लैंड के खिलाफ पहली सीरीज के लिए नहीं बल्कि आगामी सीरीज को जेहन में रख शुभमन गिल को मौजूदा भारतीय टेस्ट टीम का कप्तान चुना है। भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी उसके खिलाफ बराबर लंगर डाल टेस्ट में बड़ी पारी खेलने वाले जो रूट को सस्ते में आउट करना।
शुभमन गिल की ताकत बहुत कम उम्र में जोश के साथ उनका होश है। शुभमन गिल ने अपनी नेतृत्व क्षमता से चयनकर्ताओं को प्रभावित कर इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज में भारत की कप्तानी हासिल की। शुभमन गिल की बतौर कप्तान यह खुशकिस्मती है कि उनके साथ मौजूदा इंग्लैंड दौरे पर केएल राहुल के साथ ऋषभ पंत जैसे इंग्लैंड में इससे पहले की टेस्ट सीरीज में दो -दो शतक जमाने वाले दो धुरंधर बल्लेबाज हैं। ऋषभ पंत ने पहले टेस्ट के शुरू होने से पहले साफ कर दिया है कि वह खुद पांचवें और कप्तान शुभमन गिल चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरेंगे जबकि अनुभवी केएल राहुल और बाएं हाथ के यशस्वी जायसवाल पहले टेस्ट में भारत की पारी का आगाज करेंगे। भारत के बल्लेबाजी क्रम में बस पेंच यह है तीसरे नंबर पर साई सुदर्शन व करुण नायर में से कौन को लेकर है। बहुत उम्मीद यही है कि बाएं हाथ के साई सुदर्शन को ही भारत तीसरे नंबर पर उतारेगा और फिर छठे नंबर पर करुण नायर व सातवें पर रवींद्र जडेजा व आठवें पर अंतर टीम मैच में शतक जड़ने वाले शार्दूल ठाकुर ही खेलते दिखें। भारत के लिए वीरेंद्र सहवाग के बाद टेस्ट में तिहरा शतक जड़ने वाले करुण नायर 2018में भारतीय टीम के साथ इंग्लैंड दौरे पर गए थे लेकिन तब उन्हें एक भी टेस्ट नहीं खेलने का मौका मिला था।
ऋषभ पंत बीते करीब पांच बरस से भारत के विदेश खासतौर पर इंग्लैंड में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं ही विकेटकीपर के रूप में मैच के मिजाज को सबसे बेहतर ढंग से समझ सकते हैं और उनका अनुभव शुभमन के लिए मदद साबित होगा ,इसीलिए उन्हें टीम इंडिया का टेस्ट सीरीज में उपकप्तान नियुक्त किया गया है। ऋषभ पंत उन गिने चुने बल्लेबाजों में से एक हैं जो कि इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया व दक्षिण अफ्रीका खिलाफ उसके घर में भारत के लिए टेस्ट में शतक जड़ चुके हैं। मात्र 27 बरस की उम्र में मौजूदा दौरे पर ऋषभ भारत के केएल राहुल, रवींद्र जडेजा व जसप्रीत बुमराह के बाद सबसे सीनियर टेस्ट क्रिकेटर हैं। ऋषभ की ताकत अपने अंदाज में दुनिया के किसी भी तेज और स्पिन गेंदबाज के खिलाफ उनका टेस्ट में बेखौफ अंदाज में बल्लेबाजी करना है और बेशक इसमें जोखिम है लेकिन उनका बल्ला जब चलता है तो वह अपने ही दम भारत को टेस्ट जिता कर ही दम लेते हैं। ऋषभ पंत ने कहा, ‘बेशक हमाो कई दिग्गजों के टेस्ट को अलविदा कहने से उनकी कमी अखरेगी लेकिन साथ ही हमारे लिए हमारे लिए एक नई संस्कृति बनाने या मौजूदा संस्कृति को आगे ले जाने का मौका है। एक बेहतरीन मानसिक स्थिति में रहना, नए खिलाड़ियों को सीखने और विदेशी की स्थितियों में खुद को बेहतर बनाने में मदद करना। इसका हम बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं और एक दूसरे से अपने अनुभव को साझा करने की कोशिश कर रहे हैं।‘
इंग्लैंड ने लीडस में पहले टेस्ट के लिए अपनी एकादश घोषित कर दी है। इंग्लैंड ने क्रिस वॉक्स, ब्रायडन कार्स, जोश टंग व कप्तान बेन स्टोक्स को व इकलौते ऑफ स्पिनर शोएब बशीर को चुना है और यही उसकी कुछ कमजोर कड़ी नजर आती है। शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा , नवोदित साई सुदर्शन और करुण नायर के साथ भारत की ताकत उसकी मजबूत बल्लेबाजी है। रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गजों के टेस्ट को अलविदा कहने के बावजूद मेजबान इंग्लैड के कप्तान बेन स्टोक्स भी भारत की बल्लेबाजी को मजबूत मानते हुए उसे बतौर टीम कमजोर नहीं मानते हैं। स्टोक्स ने कहा कि वह आईपीएल में भारत की बल्लेबाजी प्रतिभा और ताकत को देख चुके हैं। केएल राहुल, यशस्वी, शुभमन गिल, ऋषभ पंत , साई सुदर्शन और करुण नायर में बेशक लीडस की अपेक्षाकृत धीमी पर इंग्लैंड के गेंदबाजों से निपटने का दम है। विराट, रोहित व रविचंद्रन अश्विन सरीखे धुरंधरों के लगभग साथ साथ टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने से अब भारतीय टीम को नए सिरे से संवारने की जिम्मेदारी चीफ कोच गौतम गंभीर के साथ नए टेस्ट कप्तान शुभमन गिल पर है।
शुभमन गिल की अगुआई में इंग्लैंड में उसके खिलाफ टेस्ट सीरीज खेल रही भारतीय टीम के उन सहित आठ खिलाड़ी इंग्लैंड में खेल चुके जबकि आठ बरस के बाद वापसी करने वाले करुण नायर का यह दूसरा इंग्लैंड दौरा होगा हालांकि 2018 में टीम में शामिल होने के बावजूद उन्हें एक भी टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला था। बाकी दस खिलाड़ी भारतीय टेस्ट टीम के साथ पहली बार इंग्लैंड दौरे पर हैं। अर्शदीप सिंह अपनी स्विंग गेंदबाजी के कारण इंग्लैंड में कहर बरपा सकते हैं और बाएं हाथ के होने के कारण वह अपने गेदबाज के रूप में मुश्किल कोण के कारण हर्षित राणा से ज्यादा कारगर रह सकते हैं और इसीलिए उन्हें टीम में बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा के साथ बतौर तेज गेंदबाज टीम में चुना गया है।
दोनों देशों के बीच अब हुई कुल 36 टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड ने 19 और भारत ने 12 जीती जबकि पांच ड्रॉ रहीं। दोनों देशों के बीच अब तक कुल 136 टेस्ट मैच खेले गए हैं और इनमें इंग्लैंड ने 51 और भारत ने 35 जीते जबकि 50 ड्रॉ रहे। एक दिलचस्प बात यह है कि भारत ने अपने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा 35 जीत इंग्लैंड के खिलाफ दर्ज की। विराट कोहली की कप्तानी में भारत 2021-22 में पांच टेस्ट की सीरीज में इंग्लैंड से उसके घर में पांच टेस्ट की सीरीज में सितंबर, 2021 में ओवल का चौथा टेस्ट जीत 2-1 से आगे था। कोविड के चलते स्थगित किए गया पांचवां टेस्ट 2022 में बर्मिंघम में जुलाई में खेला गया और भारत इसमें पहली पारी में ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा के शतकों से बड़ी बढ़त लेने के बावजूद सात विकेट से हार गया था और टेस्ट सीरीज दो दो से ड्रॉ रही थी। तब इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के इस आखिरी व पांचवें टेस्ट में शुभमन गिल ने मेजबान टीम के खिलाफ उसके घर में इकलौते टेस्ट में पहली पारी में 17 और दूसरी पारी में चार रन बनाए थे। शुभमन गिल इसके बाद वह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दो फाइनल में न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कुल मिलाकर तीन टेस्ट खेले और कुल 88 रन बनाए और तीनों में भारत को हार झेलनी पड़ी। भारत ने रोहित शर्मा की कप्तानी में अपने घर में 2024 में मेहमान इंग्लैंड पर पांच टेस्ट मैच की सीरीज में 4-1 की जीत में यशस्वी जायसवाल ने दो दोहरे शतक व एक शतक की बदौलत सबसे ज्यादा 729 रन तथा शुभमन गिल ने दो शतक सहित 452 रन बनाए। वहीं अश्विन ने सबसे ज्यादा 26 विकेट तथा जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव ने समान रूप से 19-19 विकेट चटकाए थे। अपने तीन दिग्गजों विराट, रोहित व अश्विन के टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने पर इंग्लैंड में उसके घर में पांच टेस्ट की सीरीज में अब भारत की कप्तानी संभालने वाले शुभमन गिल तकनीकी रूप से दक्ष होने के साथ नैसर्गिक कप्तान हैं।
बेजबॉल यानी टेस्ट में दनादन क्रिकेट में यकीन करने वाली इंग्लैड की बल्लेबाजी बेन स्टोक्स (6728 रन, 13 शतक ) की अगुआई वाली टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने में 36 शतक जड़ चुके पांचवें स्थान पर काबिज जो रूट (13006 रन), ऑली पॉप (56 टे्स्ट, 8 शतक 3301 रन), जाक क्राली (54 टेस्ट, पांच शतक, 3023 रन), बेन डकेट(33 टेस्ट, पांच शतक 2410 रन) हैरी ब्रुक (25 टेस्ट, 8 शतक 2339 रन) पर निर्भर है । क्राली, डकेट और पॉप ने जिम्बाब्वे पर मई में एकमात्र टेस्ट में इंग्लैंड की जीत में शतक जड़े। बुमराह की अगुआई में सिराज, अर्शदीप सिह, शार्दूल ठाकुर में इंग्लैंड की बल्लेबाजों को परेशान करने के साथ सस्ते में आउट करने का दम है। भारत के नजरिए से सबसे अहम बात यह है कि उसके तुरुप के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने साफ कर दिया है कि जसप्रीत बुमराह ने यह साफ कर दिया है कि वह लीडस में सीरीज के पहले टेस्ट में खेलेंगे। बुमराह में खुद तो इंग्लैंड के शीर्ष क्रम खासतौर वा रूट जैसे इंग्लैंड की बल्लेबाजी की मजबूत कड़ी को सस्ते में पैवेलियन लौटाने का दम है ही सिराज और अर्शदीप सिंह जैसे नौजवानों का मार्गदर्शन कर उनसे भी रफ्तार के साथ धार से गेंदबाजी कराने का दम है।