- जो टीम दबाव को बेहतर झेलेगी वही बनेगी नई वन डे विश्व कप चैंपियन
- स्मृति, जेमिमा, हरमन व ऋचा को जोश के साथ होश भी दिखाना होगा
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : अनुभवी हरमनप्रीत कौर की अगुआई में भारत अपने घर में आईसीसी महिला वन डे क्रिकेट विश्व कप खिताब जीतने से मात्र एक कदम दूर है। भारत मिताली राज की कप्तानी में पहली बार सेंचुरियन में 2005 में फाइनल में पहुंच कर ऑस्ट्रेलिया से 97 और फिर 2017 में उनकी ही कप्तानी में लंदन में रोमांचक फाइनल में इंग्लैंड से लंदन में मात्र 9 रन से हार कर खिताब जीतने से चूक गया। तीसरी बार फाइनल में पहुंचने वाली भारतीय टीम के पास रविवार को अपने घर में नवी मुंबई में अपने दर्शकों के सामने पहली लॉरा वुल्फर्ट की अगुवाई वाली अपने आठ में सात मैच जीत पहली बार फाइनल में पहुंचने वाली दक्षिण अफ्रीका पर जीत के साथ वन डे विश्व कप जीतने की अधूरी साध पूरी करने का मौका होगा। रविवार को फाइनल चाहे मेजबान भारत जीते या दक्षिण अफ्रीका , एक बात तो तय है इस संस्करण से नया महिला वन डे विश्व कप मिलेगा। भारत की निगाहें दक्षिण अफ्रीका से लीग चरण की तीन विकेट से मिली का हार का हिसाब उससे फाइनल जीत कर खिताब जीत नया इतिहास रचने पर होंगी। असल में भारत व दक्षिण अफ्रीका की टीमें फाइनल जीतने के साथ नए वन डे विश्व कप चैंपियन के रूप में इतिहास लिखने की कगार पर खड़ी हैं। भारत के लिए अच्छी बात यह है कि वह नवी मुंबई के उसी मैदान पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फाइनल भी खेलेगा जिस पर उसने न्यूजीलैंड के खिलाफ अहम लीग और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अहम सेमीफाइनल मैच जीते हैं और इसकी पिच के मिजाज से वाकिफ है। भारत पर बेशक अपने घर में अपने ही प्रशंसकों के सामने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फाइनल जीतने का दबाव होगा और जो भी भी टीम दबाव को बेहतर झेलेगी वह पहली नई वन डे विश्व कप चैंपियन बन जाएगी। नवी मुंबई की पिच बल्लेबाजों के लिए मददगार रही हैं। मैदान पर टॉस अहम हो सकता है क्योंकि बाद में ओस के चलते खासतौर पर स्पिनरों के लिए गेंद को ठीक से पकड़ना मुश्किल हो जाता है।
भारत की 2017 में वन डे विश्व कप फाइनल में इंग्लैड से हारने वाली टीम की चार सदस्य उसमें अर्द्धशतक जड़ने वाली इकलौती बल्लेबाज अब कप्तान हरमनप्रीत कौर, मौजूदा संस्करण में 17 विकेट ले विकेट चटकाने पर दूसरे नंबर पर चल रही ऑफ स्पिनर दीप्ति शर्मा, स्नेह राणा के साथ मौजूदा संस्करण की मेजबान टीम की सबसे कामयाब बल्लेबाज स्मृति मंधाना
के रूप में चार खिलाड़ी मौजूदा संस्करण में भी खेल रही हैं। भारत की ये चारों महिला क्रिकेटर 2017 के अधूरे सपने को बेशक पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेंगी। भारत ने लीग चरण में कुल सात मैचों में तीन जीते और तीन हारे बारिश से एक मैच बेनतीजा अधूरा रहने के चलते कुल सात अंकों के साथ चौथे स्थान पर रहकर सेमीफाइनल मे जगह बनाई।
फॉबी लिचफील्ड(119) के शतक की बदौलत सात बार की मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के 49.5 ओवर में बनाए 339 रन के स्कोर को जेमिमा रॉड्रिग्स की अपने करियर की अविजित 127 रन की सबसे यादगार पारी और कप्तान हरमनप्रीत कौर (89) के साथ तीसरे विकेट की 167 रन की भागीदारी की बदौलत भारत ने 9 गेंदों के बाकी रहते पांच विकेट पर 341 रन बना पार कर जीत हासिल कर तीसरी बार फाइनल में स्थान पा उसके हाथों 330 रन का बड़ा स्कोर बनाने के बावजूद बेहद करीबी मैच में तीन विकेट से हार का हिसाब चुकाया। दक्षिण अफ्रीका ने लीग चरण में सात में पांच मैच जीते लेकिन वह अपना पहला मैच इंग्लैड से दस विकेट और ऑस्ट्रेलिया से सात विकेट से हारी। वहीं कप्तान लॉरा वुलफर्ट की 169 रन की तूफानी पारी से दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड को गुवाहाटी में सेमीफाइनल में 125 रन से हरा कर उससे लीग मैच में मिली दस विकेट की हार का हिसाब चुकता किया।
भारत की तेज गेंदबाज क्रांति गौड़ मध्य प्रदेश व बाएं हाथ की स्पिनर श्रीचारिणी मूलत: आंध्र के के छोटे से गांव से आती हैं । वहीं दक्षिण अफ्रीका की बाएं हाथ की स्पिनर नोनकूलूलोको मलाबा भी उसके छोट से गांव से आती है। ये दोनों वन डे विश्व कप के फाइनल जैसे वैश्विक मंच पर अपने अपने देश को वन डे विश्व कप जिताने अहम योगदान कर छोटे से गांव से आने वाली क्रिकेटरों को नई पहचान देने का सपना संजोए है।
बांग्लादेश के खिलाफ मैच में घुटने में चोट के चलते फाइनल से बाहर कामयाब ओपनर की जगह भारतीय टीम में जगह पाने वाली दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच में दोहरा शतक और 2022 के विश्व कप में अर्द्धशतक जड़ने वाली शैफाली वर्मा फाइनल में रंग में चल रही उपकप्तान स्मृति मंधाना के साथ मिल कर भारत को तेज आगाज देकर उसकी
तुरुप का इक्का साबित हो सकती है। बेशक शैफाली ने सेमीफाइनल में दस रन ही बनाए थे लेकिन वह अपने दिन अकेले अपने दम भारत को मैच जिताने का दम रखती हैं।
भारत के लिए एक शतक और तीन अर्द्ध शतकों सहित सबसे ज्यादा 389 बनाने वाली सलामी बल्लेबाज उपकप्तान स्मृति मंधाना , सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अहम शतक जड़ने वाली जेमिमा राड्रिग्ज (7 मैच, 268 रन) व दो अर्द्धशतक जड़ चुकी कप्तान हरमनप्रीत कौर (8 मैच, 240 रन), दो अर्द्बशतक जड़ने वाली ऑफ स्पिन अऑलराउंडर दीप्ति शर्मा (8 मैच, 157 रन), निचले क्रम में विस्फोटक ऋचा घोष (7 मैच, 201 रन) को फाइनल में जोश के साथ होश भी दिखाना होगा। भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर उपकप्तान मंधाना और जेमिमा को दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाजी अऑलराउंडर मरिजान कैप व बाएं हाथ की स्पिनर मलाबा के खिलाफ चौकस रहना होगा। कैप खासतौर मलाबा ने मंधाना और हरमनप्रीत कौर को खुलकर खेलने नहीं दिया है और तीन बार उन्हें आउट भी कर चकी है। कैप ने भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर के लिए दिक्कत पेश की है और उन्हें 13 पारियों में चार बार आउट कर चुकी हैं।दक्षिण अफ्रीका की बाएं हाथ की स्पिनर नोनकूलुलोका मलाबा(12 विकेट), बाएं हाथ की स्पिनर चोल ट्रयोन(8 मैच, 5 विकेट) से भारत की बल्लेबाजों को चौकस रहना होगा।
दक्षिण अफ्रीका लीग को लीग पहले इंग्लैंड से दस विकेट व दूसरी ऑस्ट्रेलिया से सात विकेट झेलनी पड़ी और इन दोनों ही मैचों में उसकी बल्लेबाजी खासतौर पर बाएं हाथ की स्पिनरों के खिलाफ बुरी लड़खड़ाई थी। ऐसे मे भारत की खासतौर पर सबसे अनुभवी और मौजूदा संस्करण में सबसे ज्यादा चटकाने में दूसरे नंबर पर चल रहीऑफ स्पिन ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा व बाए हाथ की स्पिनर श्रीचारणी (13 विकेट) अपने स्पिन के जाल में दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को उलझा सकती हैं। भारत को यह मुश्किल फैसला लेना होगा कि वह बाएं हाथ की स्पिनर राधा यादव को एकादश में बरकरार रखे अथवा ऑफ स्पिन अऑलराउंडर स्नेह राणामैच, सात विकेट) को वापस एकादश में जगह दे।
भारत शीर्ष क्रम के लड़खड़ाने के बाद ऋचा घोष की 77 गेंदों पर चार छक्कों और 11 चौकों की मदद से 94 रन और स्नेह राणा की 33 रन की पारी की बदौलत 251 रन बनाने के बाद उसके शुरू के पांच विकेट मात्र 81 रन पर गंवाने के बाद नडाइन कलार्क की 54 गेंदों पर पांच छक्कों और आठ चौकों की मदद से खेली अविजित 84 तथा चोल ट्रयोन की 49 रन की तूफानी पारियों के चलते सात गेंदों के बाकी रहते तीन विकेट से लीग मैच हार गया था। बाएं हाथ की स्पिनर टायरन ने साथ ही 32 रन देकर तीन और नोनकुलेको मलाबा ने 46 रन देकर तथा क्लार्क ने 52 रन देकर दो विकेट चटकाए थे।
यह भी दिलचस्प बात यह है दक्षिण अफ्रीकी की कप्तान लॉरा वुल्फर्ट एक शतक और तीन अर्द्धशतक सहित कुल 470 रन बना कर रन बनाने में शीर्ष पर है। वुल्फर्ट की सलामी जोड़ीदार तंजिम ब्रिटज ने एक शतक और एक अर्द्धशतक सहित 212, मरिजान कैप ने दो अर्द्धशतकों सहित 204, नडइान क्लार्क ने भारत के खिलाफ 84 रन की तेज पारी सहित 8 मैचों में 190 रन,ट्रयोन ने एक अर्द्धशतक सहित 167, सुन लुज ने दो अर्द्धशतकों सहित 158 रन बनाए हैं। भारत की दीप्ति शर्मा , बाएं हाथ की स्पिनर श्रीचारिणी (8 मैच, 13 विकेट), स्नेह राणा (6मैच, 7विकेट) , तेज गेंदबाज क्रांति गौड़ (7 मैच, 9 विकेट), अमनजोत कौर (6 मैच, 6 विकेट) दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को सस्ते में आउट कर मेजबान टीम का काम आसान कर सकती हें। दक्षिण अफ्रीका की लॉरा वुलफर्ट को भारत की ऑफ स्पिनर दीप्ति से चौकर रहने की जरूरत होगी जो कि दनपर लगाम लगाने कश साथ तीन बार उन्हें तीन बार आउट भी कर चुकी है। वुलफर्ट को एक महिला वन डे विश्व कप में कुल सबसे ज्यादारनबनाने के एलिसा हीली (509) के रिकॉर्ड को तोडने के लिए 48 रन की और जरूरत है और इस मुकाम तक पहुंचने को बेताब होंगी।
भारत का सफर
लीग चरण
भारत ने श्रीलंका को डकवर्थ लुइस नियम के आधार पर 59 से हराया।
भारत ने पाकिस्तान को 88 से हराया।
भारत की टीम दक्षिण अफ्रीका से तीन विकेट से हारी।
भारत की टीम ऑस्ट्रेलिया से तीन विकेट से हार॥
भारत की टीम इंग्लैंड से 4 रन से हारी
भारत ने न्यूजीलैंड को डकवर्थ लुइस नियम के आधार पर 53 रन से हराया
भारत और बांग्लादेश का मैच बारिश के लिए अधूरा बेनतीजा समाप्त।
सेमीफाइनल
भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराया।
दक्षिण अफ्रीका का सफर
लीग चरण
दक्षिण अफ्रीका की टीम मात्र 69 पर ढेर हो इंग्लैंड से 10 विकेट से हारी।
दक्षिण अफ्रीका ने न्यूजीलैंड को छह विकेट से हराया।
दक्षिण अफ्रीका ने भारत को तीन विकेट से हराया।
दक्षिणअफ्रीका ने बांग्लादेश को तीन विकेट से हराया।
दक्षिण अफ्रीका ने श्रीलंका को दस विकेट से हराया।
दक्षिण अफ्रीका ने पाकिस्तान को डकवर्थ लुइस नियम से 150 रन से हराया।
दक्षिण अफ्रीका की टीम ऑस्ट्रेलिया से सात विकेट से हारी।
सेमीफाइनल
दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड को 125 रन से हराया।





