इंग्लैंड के खिलाफ भारत का ‘ब्रह्मास्त्र‘ साबित होंगे बुमराह

Bumrah will prove to be India's 'Brahmastra' against England

  • बुमराह का मानना अति आक्रामक इंग्लैंड को टेस्ट सीरीज में हरा सकता है भारत
  • इंग्लैंड में इस्तेमाल की जाने वाली डयूक बॉल से गेंदबाज करना बुमराह को पसंद

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : शुभमन गिल की अगुआई में भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड में उसके खिलाफ ‘तेंडुलकर एंडरसन‘ ट्रॉफी के लिए पांच टेस्ट मैचों की क्रिकेट सीरीज खेलने के लिए पहुंच चुकी है। भारत बेशक मौजूदा दशक के सबसे कामयाब बल्लेबाजों में से एक विराट कोहली, रोहित शर्मा और ऑफ स्पिन ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन के टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद उनके अनुभव और साथ ही फिटनेस को लेकर जूझते तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए न चुने जाने पर इन चारों की कमी इंग्लैंड में बेहद अखरेगी। अपने नए ‘युवराज’ यानी नए कप्तान शुभमन गिल की अगुआई में ‘यंग टीम इंडिया’के पास सभी क्रिकेट पंडितों को गलत साबित कर उसके नम और भारी वातावरण में टेस्ट सीरीज नया इतिहास लिखने का मौका है। भारत के तुरुप के तेज गेंदबाज बुमराह ने मेडिकल टीम की सलाह पर पूरी सीरीज के बजाय केवल तीन टेस्ट के लिए उपलब्ध होने पर टीम हित में खुद को कप्तानी की होड़ से अलग कर लिया और इससे ही शुभमन गिल ने भारत के नए टेस्ट कप्तान की जिम्मेदारी संभाली। टीम इंडिया के चीफ कोच गौतम गंभीर ने भारतीय टीम के इंग्लैंड रवाना होने से पहले यह साफ बता दिया था कि टीम के तुरुप के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इंग्लैंड के खिलाफ अधिकतम केवल तीन टेस्ट के लिए उपलब्ध होंगे। बड़ा सवाल यह है कि जसप्रीत बुमराह भारत को पांच टेस्ट की सीरीज के किन टेस्ट के लिए उपलब्ध होंगे? अनुमान यही है कि इंग्लैड को उसके घर में कड़ी टक्कर देने के लिए भारत शुरू के दो टेस्ट में तो उन्हें जरूर उतारेगा क्योंकि दोनों टीम के बीच कई दिन का फर्क है। पाकिस्तान को हाल ही में युद्ध में पस्त करने में भारत की स्वदेशी ब्रम्होस मिसाइल के खूब चर्चे हैं। ठीक इसीलिए भारत की इंग्लैंड में उसके खिलाफ पांच टेस्ट की सीरीज खेलने के लिए पहुंची क्रिकेट टीम में सबसे ज्यादा उसके तुरुप के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के खूब चर्चे हैं। सच तो यह है कि बुमराह में अकेले ऐसे खिलाड़ी हैं जो अकेले अपने दम गेंद से मैच की तस्वीर बदलने का दम रखते हैं। फिटनेस की चिंताओं के बावजूद यह बात तो तय है कि बुमराह इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय गेंदबाजी के तुरुप के इक्के साबित होंगे। मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ भारत का ‘ब्रह्मास्त्र‘ साबित होंगे बुमराह। इंग्लैंड को भारत के ‘ब्रह्मास्त्र‘राह से चौकस रहने की जरूरत है।

जसप्रीत बुमराह का यह तीसरा इंग्लैंड दौरा होगा। नम और भारी मौसम में बुमराह ने पांच टेस्ट की सीरीज में यदि इंग्लैंड की बल्लेबाजी की सबसे मजबूत कड़ी जो रूट, बेन डकेट ऑली पोप, जाक क्राली , कप्तान बेन स्टोक्स और हैरी ब्रुक के रूप में शीर्ष क्रम में तीन को भी सस्ते में आउट कर दिया तो फिर वह मेजबान टीम को वह भारत के मोहम्मद सिराज अथवा बाएं हाथ के अर्शदीप सिह जैसे तेज गेंदबाजो की त्रिमूर्ति के साथ शार्दूल ठाकुर व नीतिश रेड्डी मिल कर सांस नहीं लेने देंगे।बुमराह ने इंग्लैंड के खिलाफ उसके घर में मौजूदा टेस्ट सीरीज से पहले आठ टेस्ट खेल कर वहां 35 विकेट चटकाए ही हैं वह इंग्लैंड में न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भी खेल चुके हैं। बुमराह ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क को दिए एक इंटरव्यू में कहा, ‘ भारत अति आक्रामक इग्लैंड को इस टेस्ट सीरीज में हरा सकता है। मुझे हालाकि इंग्लैंड की बेहद आक्रामक अंदाज में टेस्ट क्रिकेट खेलने की शैली बहुत ज्यादा समझ नहीं आती है। गेंदबाजी इकाई के रूप में हमारा हमेशा यही यकीन रहा है कि जब बल्लेबाज अति आक्रामक बल्लेबाजी करते है तो दिन आपका हो तब कोई भी गेंदबाज विकेट चटका प्रतिद्वंद्वी टीम की पूरी बल्लेबाजी को ध्वस्त कर सकता है।

कप्तान शुभमन गिल की अगुआई में भारतीय टीम मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ इस दौरे पर पहला टेस्ट 20 जून से लीडस में खेलेगी। टीम इंडिया ने इंग्लैंड दौरे पर अभ्यास सत्र रविवार को बेकेनहैम ,लंदन में किया। जसप्रीत बुमराह अभ्यास सत्र में पूरी शिद्दत से गेंदबाजी करने के साथ चीफ कोच गौतम गंभीर व बाकी कोचों और भारत के अपने साथी तेज गेंदबाजों के साथ बतियाते और उनसे अपना अनुभव साझा करते दिखे। जब भारतीय टीम बेकेनहैम के मैदान पर पसीना बहा रही तो आसमान में धूप छांव की आखमिचौली चल रही थी। मौसम के नम होने के चलते बेकेनहेम (केंट) के मैदान पर बुमराह ने गेंदबाजी करते हुए धार के साथ रफ्तार की बानगी पेश की।

बुमराह का भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम की ओर से इंग्लैंड का यह टेस्ट दौरा होगा। बुमराह ने अपने टेस्ट करियर का आगाज 2018मे विराट कोहली की कप्तानी में किया। बुमराह ने ट्रेंट में अपने टेस्ट करियर का आगाज करते हुए पांच विकेट चटका 0-2 से पिछड़ रहे भारत को जिता उसकी सीरीज में वापसी कराई थी। बुमराह ने 2021 की सीरीज में ट्रेंट ब्रिज में पहले ही टेस्ट में पांच विकेट चटका उसे लगभग जीत की स्थिति में पहुंचा दिया लेकिन बारिश ने तब इंग्लैड को बचा लिया। बुमराह ने 2021 में ही सीरीज के अगले व दूसरे टेस्ट में लॉडर्स में मोहम्मद शमी के साथ आखिरी विकेट के लिए 89 रन की अटूट भागीदारी करने के बाद जीत के लिए दूसरी पारी में 272 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैड को मोहम्मद सिराज के साथ मिल आपस में सात विकेट बांट कर उसे मात्र 120 पर ढेर कर 150 रन से जीत दिला पांच टेस्ट की सीरीज में 1-0 की बढ़त दिलाई थी हालांकि इसमें मैन ऑफ द मैच पहली पारी में शतक जड़ने वाले भारत के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल रहे थे। इस इंग्लैड दौरे पर इंडिया ए के लिए इंग्लैंड लॉयंस के खिलाफ दूसरे चार दिन के मैच में बतौर सलामी बल्लेबाज केएल राहुल का पहली पारी में शतक और दूसरी पारी में अर्द्धशतक खासा सुखद है।

बुमराह के हक में सबसे अच्छी बात यह है कि वह जानते हैं कि इंग्लैंड में डयूक बॉल कैसे हरकत करती है और उसका बढ़िया इस्तेमाल किस तरह किया जा सकता है। रविवार को भारतीय क्रिकेट टीम के इंग्लैंड दौरे के पहले अभ्यास दौरे पर वह जिस तरह पूरी लय और बिना किसी दिक्कत के गेंदबाजी करते दिखे उससे यह सोचना भी मुश्किल था कि वह पीठ में जकड़न के चलते सिडनी में टेस्ट के बीच से हट गए थे। बावजूद इसके बीसीसीआई की मेडिकल टीम ,भारतीय टीम प्रबंधन और चयनकर्ता साथ मिलकर उन्हें आगे किसी भी चोट की आशंका को खत्म करने के लिए उनका बहुत समझ बूझ से इस्तेमाल कर रही है। भारत के चीफ कोच गौतम गंभीर और नवनियुक्त कप्तान शुभमन गिल प्रतिबद्ध बुमराह का संभल कर उनकी सुविधा से वह जिन भी तीन टेस्ट मैच में खेलेंगे उनमे इस्तेमाल करने की कोशिश करेगी। जसप्रीत बुमराह दुनिया के नंबर एक टेस्ट गेंदबाज हैं और वह इंग्लैंड के नम और भारी मौसम में जहां गेंद काफी स्विंग होती है और वह अपने दम मेजबान इंग्लैंड की बल्लेबाजी को ध्वस्त कर सभी कयासों को गलत साबित करते हुए भारत की विराट, रोहित और रविचंद्रन अश्विन की गैरमौजूदगी में कमजोर आंकी जा रही टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभा सभी को चौंका सकते हैं। बुमराह ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व टेस्ट कप्तान माइकल क्लार्क से बातचीत मे कहा, ’ इंग्लैंड में खेलना हमेशा ही एक अलग चुनौती होता है लेकिन मुझे वहां टेस्ट सीरीज में इस्तेमाल की जाने वाली डयूक बॉल से गेंदबाजी करना पसंद है। हालांकि मुझे यह मालूम नहीं है कि इस समय डयूक बॉल इंग्लैंड में कितनी कामयाब है क्योंकि गेंद के मिजाज में बराबर बदलाव होता रहता है।